पहलगाम हमले के पांच महीने बाद खुले 12 बंद पड़े पर्यटनस्थल, कश्मीर के लोगों के चेहरे पर लौटी रौनक
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से बंद किए गए 12 और पर्यटन स्थलों को फिर से खोल दिया है जिससे इन स्थलों पर पर्यटकों की रौनक लौट आई है। पहलगाम में आतंकी हमले के बाद इन स्थलों को बंद कर दिया गया था। स्थिति में सुधार के बाद प्रशासन ने धीरे-धीरे इन स्थलों को खोलना शुरू कर दिया है।

जागरण संवाददाता,श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर प्रशासन द्वारा प्रदेश के बंद बड़े 12 और पर्यटनस्थलों को खोले जाने के बाद से बीते लगातार पांच महीनों से सुनसान पड़े इन स्थलों पर रौनक लौट आई है और पर्यटकों ने कुदरत के नजारों का लुत्फ उठाने के लिए फिर से इन स्थलों का रुख करना शुरू कर दिया है।
गौरतलब है कि 22 अप्रैल को पहलगाम के बैसारन में आतंकियों द्वारा वहां सैर करने आए 26 पर्यटकों का नरसंहार करने के बाद उत्पन्न सिथिति के चलते प्रशासन ने पहलगाम समेत जम्मू कश्मीर प्रदेश के 48 पर्यटन स्थलों को सुरक्षा कारणों के चलते बंद कर दिया था।
हालांकि, जून महीने में हालातों में सुधार आने के साथ ही प्रशासन ने बंद पड़े इन पर्यटनस्थलों को चरणबद्ध तरीके से खोलने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी और पहे चरण में पहलगाम,कुकरनाग,अच्छाबदल,बादावारी,सोनमर्ग,वीरीनाग समेत कई पर्यटनस्थलों को खोल दिया था जबकि कल यानी 29 सितंबर को इसी सिलसिले के तहत प्रदेश में बंद पड़े 12 और पर्यटन स्थलों जिनमें घाटी के 7 पर्यटनस्थलों अरू वैली, राफ्टिंग पॉइंट यानर, अककड़ पार्क, पाशशाही पार्क और कामन पोस्ट को पर्यटकों के लिए खोल दिया गया।
मंगलवार दूसरे दिन भी उक्त पर्यटनस्थलों पर लोगों को सैर सपाटा करते देखा गया। हालांकि, अभी पर्यटकों की संख्या कम ही है ,लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में यह संख्या बढ़ेगी।
घने जंगलों से ढकी हरी भरी आरू वैली की सैर कर आए खुर्शीद नामक एक स्थानीय युवक ने कहा,मैं और मेरे कुछ दोस्तों ने वहां जाने का प्लान बनाया था। बस उसके खुलने का इंतजार था। कल आरू वैली के खुलते ही हम वहां गए और सारा दिन वहां बिताया।
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