जम्मू में सेना ने रामबन-गूल मार्ग पर बनाया 150 फीट लंबा बेली ब्रिज, एलजी मनोज सिन्हा ने किया उद्घाटन
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने रामबन-गूल मार्ग पर भारतीय सेना द्वारा बनाए गए बेली ब्रिज का उद्घाटन किया। उन्होंने इसे डेढ़ लाख लोगों के लिए जीवनरेखा बताया जो रामबन संगलदान और गूल के लोगों के जीवन को आसान करेगा। प्राकृतिक आपदा के बाद सेना के इंजीनियरों ने दिन-रात काम करके इसे बनाया है जिससे क्षेत्र में आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित होगी।

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर भारतीय सेना द्वारा रामबन-गूल मार्ग पर बनाए गए 150 फुट लंबे ट्रिपल पैनल डबल स्टोरी रिइनफोर्स्ड बेली ब्रिज का उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार को वर्चुअल मोड पर उद्घाटन किया।
इस अवसर पर उपराज्यपाल ने कहा कि यह बेली ब्रिज लगभग डेढ़ लाख लोगों के लिए आशा का प्रतीक और जीवनरेखा है। पुल रामबन, संगलदान और गूल क्षेत्रों में आवागमन को सुगम बनाएगा तथा लोगों के जीवन को आसान करेगा।
उन्होंने कहा कि हाल ही की प्राकृतिक आपदाओं ने लोगों के जीवन को बुरी तरह प्रभावित किया था, जिससे महत्वपूर्ण मार्ग पर आवाजाही बाधित हो गई थी। ऐसे समय में भारतीय सेना के वीर इंजीनियरों ने कठिन परिस्थितियों में दिन-रात मेहनत करके इस पुल का निर्माण किया।
उन्होंने भारतीय सेना के साहसी इंजीनियरों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह बेली ब्रिज भारतीय सेना की निष्ठा, दक्षता और राष्ट्र सेवा का प्रतीक है। प्रभावित समुदायों को मिली यह नई कड़ी पूरे क्षेत्र के लिए नई उम्मीद लेकर आई है।
उन्होंने कहा कि यह पुल रामबन, संगलदान, गूल और आसपास के क्षेत्रों को फिर से जोड़ेगा और लोगों को आवश्यक वस्तुओं, चिकित्सा सुविधाओं और आपातकालीन सेवाओं तक अबाध पहुंच सुनिश्चित करेगा। उपराज्यपाल ने कहा कि यह इस बात का प्रमाण है कि जरूरत के समय भारतीय सेना हमेशा राष्ट्र और जनता के साथ खड़ी रहती है।
इस अवसर पर मेजर जनरल एपीएस बल, जनरल आफिसर कमांडिंग डेल्टा फोर्स, डा. मंदीप के भंडारी, प्रधान सचिव उपराज्यपाल, मोहम्मद इलयास खान, उपायुक्त रामबन, ब्रिगेडियर के. अरुण, कमांडर 11 सेक्टर आरआर, श्रीधर पाटिल, डीआइजी डोडा-किश्तवाड़-रामबन रेंज समेत सेना, सिविल और पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
बता दें कि करीब दो सप्ताह पहले लगातार बारिश के कारण रामबन जिले में रामबन–गूल सड़क का अहम हिस्सा बह जाने से यातायात बुरी तरह प्रभावित हो गया था। जिला प्रशासन के अनुरोध पर भारतीय सेना की व्हाइट नाइट इंजीनियर्स टीम ने 150 फुट लंबे ट्रिपल पैनल डबल स्टोरी रिइनफोर्स्ड बेली ब्रिज का निर्माण कर सड़क संपर्क बहाल किया है। इस कठिन कार्य में बीआरओ, एनएचएआइ , जिला प्रशासन व पुलिस विभाग ने भी सहयोग दिया।
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