श्री श्री रविशंकर ने मीरवाइज उमर फारूक से की मुलाकात, कश्मीर में शांति और सद्भाव पर हुई चर्चा
आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने मीरवाइज उमर फारूक से भेंट की। इस मुलाकात में कश्मीर में शांति और सद्भाव को बढ़ावा देने के विषय पर चर्चा हुई। दोनों नेताओं ने क्षेत्र में स्थायी शांति स्थापित करने और आपसी भाईचारे को मजबूत करने पर जोर दिया।

यह भेंट कश्मीर में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
राज्य ब्यूरो, जागरण, श्रीनगर। प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु और आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने श्रीनगर स्थित मीरवाइज़-ए-कश्मीर डॉ. मौलवी मुहम्मद उमर फारूक से उनके आवास पर मुलाकात की।
मीरवाइज़ के कार्यालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, इस सौहार्दपूर्ण मुलाकात के दौरान, दोनों धर्मगुरुओं ने आज की दुनिया में शांति, करुणा और सर्वधर्म सद्भाव के महत्व पर चर्चा की।
सात साल बाद कश्मीर का दौरा कर रहे श्री श्री रविशंकर ने घाटी में वापस आने पर प्रसन्नता व्यक्त की और सह-अस्तित्व के प्रतीक के रूप में इसकी आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत की सराहना की।
मीरवाइज़ उमर फारूक ने आध्यात्मिक गुरु का स्वागत किया और दोहराया कि मीरवाइज़ संस्था शांति और संवाद के प्रति प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि यह मुद्दों के समाधान और मतभेदों को सुलझाने का सबसे मानवीय और प्रभावी माध्यम है। दोनों इस बात पर भी सहमत हुए कि अन्याय और अशक्तीकरण अक्सर कट्टरपंथ को जन्म देते हैं, जो शांति के लिए एक गंभीर खतरा है।
मीरवाइज़ ने घाटी में श्री श्री रविशंकर द्वारा हाल ही में किए गए नशा-विरोधी अभियान की भी सराहना की।
श्री श्री रविशंकर की श्रीनगर सेंट्रल जेल की आगामी यात्रा का उल्लेख करते हुए, मीरवाइज ने इस बात पर ज़ोर दिया कि राजनीतिक कैदियों और युवाओं की रिहाई के प्रयासों में एक दयालु और मानवीय दृष्टिकोण अपनाया जाना चाहिए। उन्होंने आध्यात्मिक गुरू से इस संबंध में अपनी भूमिका निभाने का आग्रह किया।
दोनों ने इस बात पर सहमति व्यक्त की कि शांति और मानवीय गरिमा को बढ़ावा देने के लिए निरंतर संवाद और आपसी समझ आवश्यक है।

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