Shikara Ride in Dal Lake: ऑनलाइन हुआ शिकारा, Uber से घर बैठे करें बुक; पर्यटकों में खुशी, बोले- ये तो कमाल हो गया
श्रीनगर की खूबसूरत डल झील में शिकारा राइड का मज़ा अब घर बैठे ऑनलाइन बुक करें। उबर की नई सेवा से पर्यटक और स्थानीय लोग 12 घंटे से लेकर 15 दिन पहले तक शिकारा बुक कर सकते हैं। यह सुविधा घाटी में पहली बार शुरू की गई है और इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। इसको लेकर पर्यटकों में खुशी भी है।

जागरण संवाददाता, श्रीनगर। घाटी का रुख कर यहां के हसीन डल झील की सैर वह भी शिकारे में बैठकर करने की किसे चाह नहीं होती। यहां आने वाले अधिकांश पर्यटक चाहे वह दो दिन के लिए घाटी की सैर करने आये हो या दो महीनों के लिए, शिकार राइड करना उनके ट्रेवल शेड्यूल में जरूर होता है।
हालांकि, अपना यह शौक पूरा करने के लिए पर्यटकों को किराये से लेकर शिकारा प्राप्त करने के लिए मशक्कत भी करनी पड़ती है। क्योंकि झील में शिकारों की संख्या सीमित है। लेकिन अब पर्यटकों को यहां आकर शिकारा राइड करने के लिए मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी।
अब वह खाली एक बटन दबा अपना यह शौक पूरा कर सकते हैं वह भी एडवांस में। क्योंकि शिकारा अब ऑनलाइ हो गया है और पर्यटक इसे अपने घर पर बैठ ही बुक करवा सकते हैं।
इतने दिन पहले कर सकते हैं बुक
पर्यटकों के लिए यह सुविधा ऊबर नामक ट्रेवल कंपनी ने उपलब्ध रखी है, जिसके माध्यम से पर्यटकों के साथ-साथ आम लोग शिकारा को 12 घंटों से लेकर 15 दिन पहले सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक एडवांस बुक कर सकते हैं।
बता दें कि न केवल घाटी बलिक पूरे देश में यह पहली बार है कि जब ऊबर ने यह सेवा शुरू की है। सनद रहे कि इससे पूर्व कंपनी ने इस प्रकार की सेवा इटली के वेनिस में शुरू की थी।
एप से कर सकेंगे शिकारा बुक
ऊबर व साउथ एशिया के अध्यक्ष प्रभजीत सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि यह सेवा चरणबद्ध तरीके से पर्यटकों के लिए उपलब्ध रखी जाएगी और पहले चरण में डल झील के सात शिकारों को फिलहाल डिजिटल (ऑनलाइन) किया गया है जबकि भविष्य में इस संख्या में और अधिक बढ़ोतरी की जाएगी।
उन्होंने कहा कि कंपनी की एप से पर्यटक शिकारा बुक कर सकेंगे, लेकिन कंपनी इसके लिए कोई मुआवजा नहीं वसूलेगी और सारा क्रेडिट बुक किए जाने वाले शिकारा मालिक के खाते में जमा हो जाएगा।
अध्यक्ष ने कहा कि यह कदम यहां पर्यटन क्षेत्र को और अधिक बढ़ावा देने तथा इस उद्योग के साथ जुड़े लोगों को आर्थिक करने की गर्ज से उठाया गया है। सिंह ने कहा कि इस सेवा से अधिक से अधिक पर्यटक घाटी की तरफ आकर्षित होंगे।
गूगल के एप स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं उबर एप
शिकारा आनलाइन बुक करने के लिए पर्यटकों को पहले गूगल में जाकर ऊबर की एपप डाउनलोड़ करनी होगी और उस एपप पर वह अपना शिकार बुक कर सकते हैं। पर्यटक अपनी बुकिंग प्रतिदिन सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक कर सकते हैं। एडवांस बुकिंग के लिए 12 घंटे या 15 पहले पर्यटकों को एप पर अपनी बुकिंग करानी होगी। बुंकिंग का बटन दबा आप शिकारे में अपनी सीट रिजर्व कर सकते हैं।
सेवा शुरू होने से शिकारा वाले खुश, पर्यटक भी उत्सुक
शिकारा वालों ने ऊबर द्वारा यह सेवा शुरू करने पर खुशी जताते हुए कहा कि इससे उन्हें काफी लाभ मिलेगा। शिकारा ओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष वली मोहम्मद भट ने कहा कि यह एक अच्छा कदम है। इससे हमें काफी लाभ मिलेगा। लेकिन उबर ने अभी चंद एक शिकारों को ही ऑनलाइन किया है।
हमारे डल झील में तकरीबन 4 हजार शिकारे हैं। हम चाहते हैं कि हमारे यह सब शिकारे ऑनलाइन हो जाए। इससे पर्यटकों का टाइम भी बच जाएगा और हमें भी फायदा होगा। भट ने कहा कि हमारे कुछ शिकारे वाले पर्यटकों से अपनी मनमर्जी किराया वसूलते हैं।
उससे हमारा नाम खराब हो जाता है। ऑनलाइन बुकिंग में यह सब चीजें नहीं होंगी। पर्यटकों की जेबें भी अवैध तरीके से हल्की नहीं की जाएगी और हम भी हलाल की कमाई कर पाएंगे।
इधर इस सेवा का आम लोगों विशेषकर पर्यटकों ने स्वागत किया है। हैदराबद से घाटी घूमने आई लैला अली नामक एक महिला पर्यटक ने कहा कि यह एक अच्छा स्टेप है। हमें शिकारा बुक करने में आसानी रहेगी। वरना तो इसके लिए बहुत मशक्कत करनी पड़ती थी।
हाउसबोट या शिकारा बुक करने के लिए एक तो हमें लंबा इंतजार भी करना पड़ता था और दूसरे शिकारे वाले मनचाहा किराया भी वसूला करते थे। लेकिन अब इस सब से हमें नही जूझना पड़ेगा। हम आराम से घर बैठे ही एडवांस में शिकारा बुक करवा सकते हैं और यहां आकर शिकारा में बैठ डल झील को निहार सकते हैं।

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