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    शगुन परिहार सबसे युवा तो अब्दुल रहीम सबसे बुजुर्ग, पढ़ें जम्मू-कश्मीर में चुने गए विधायकों की कितनी है उम्र?

    Jammu Kashmir News जम्मू-कश्मीर में नवनिर्वाचित विधायकों की उम्र देखे तो शगुन परिहार (Shagun Parihar) सबसे युवा हैं। वहीं चारा-ए-शरीफ से सात बार विधायक रहे अब्दुल रहीम राथर (Abdul Rahim Rathar) सबसे बुजुर्ग सदस्य हैं। एडीआर के आंकड़ों की माने जम्मू-कश्मीर में विधायकों की औसत आयु 55.71 वर्ष है जिनमें से 32 विधायक 51 से 60 वर्ष की आयु के हैं।

    By Agency Edited By: Prince Sharma Updated: Fri, 11 Oct 2024 07:44 PM (IST)
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    शगुन परिहार, उमर अब्दुल्ला और अब्दुल रहीम राथर का फाइल फोटो (जागरण)

    पीटीआई, श्रीनगर। Jammu Kashmir News: जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के परिणाम आ गए हैं। इसी के साथ चुनावी माहौल के बीच शगुन परिहार (Shagun Parihar) वह नाम रहा जिसकी खूब चर्चा रही। चुनाव नतीजों के बाद तो शगुन परिहार का नाम और ट्रेंड करने लगा।

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    खास बात है कि नवनिर्वाचित विधायक शगुन परिहार जम्मू-कश्मीर विधानसभा की सबसे युवा सदस्य हैं। इससे इतर यदि बात करें सबसे बुजुर्ग सदस्य की तो नेशनल कॉन्फ्रेंस के 80 वर्षीय वरिष्ठ नेता अब्दुल रहीम राथर सबसे बुजुर्ग सदस्य है

    महज 29 साल की हैं शगुन परिहार

    एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) द्वारा संकलित आंकड़ों से पता चलता है कि साल 2018 में एक आतंकवादी हमले में अपने पिता और चाचा को खोने वाली परिहार 30 वर्ष से कम आयु की विधानसभा की एकमात्र सदस्य हैं, जबकि चारा-ए-शरीफ से सात बार विधायक रहे राथर सदन में एकमात्र अस्सी वर्ष से अधिक आयु के हैं। एडीआर के आंकड़ों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में विधायकों की औसत आयु 55.71 वर्ष है जिनमें से 32 विधायक 51 से 60 वर्ष की आयु के हैं।

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    विधायकों की सूची में 10 सबसे युवा

    दस सबसे युवा नवनिर्वाचित विधायकों में पीडीपी के वहीद पारा (पुलवामा), आम आदमी पार्टी के मेहराज मलिक (डोडा), एनसी के मेहर अली (कंगन), निर्दलीय रामेश्वर सिंह (बानी) और भाजपा के सुनील भारद्वाज (रामनगर) शामिल हैं। बांदीपोरा से कांग्रेस विधायक निजामुद्दीन भट 77 वर्ष की उम्र में दूसरे सबसे बुजुर्ग सदस्य हैं, जबकि सीपीआई (एम) के कुलगाम विधायक मोहम्मद यूसुफ तारिगामी 75 वर्ष के हैं।

    नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के ईदगाह विधायक मुबारक गुल की उम्र 73 वर्ष है, जबकि बीरवाह विधायक मोहम्मद शफी वानी (एनसी), पट्टन विधायक जावेद रियाज (एनसी) और अनंतनाग विधायक पी एम सईद (कांग्रेस) सभी 71 वर्ष के हैं। अन्य निर्वाचित 70 वर्षीय विधायकों में एनसी के हसनैन मसूदी (पंपोर), भाजपा के सुरजीत स्लाथिया (सांबा) और उनके पार्टी सहयोगी बलदेव राज (श्री माता वैष्णो देवी) शामिल हैं।

    23 विधायकों की उम्र 41 से 50 साल

    एडीआर के अनुसार, 23 विधायक 41 से 50 वर्ष की आयु के हैं, जबकि 22 सदस्य 61 से 70 वर्ष की आयु के हैं। छह विधायक ऐसे हैं जिनकी आयु 40 वर्ष से कम है, जिनमें जम्मू क्षेत्र की किश्तवाड़ सीट से पहली बार विधायक बने परिहार भी शामिल हैं।

    चुनाव अधिकार संस्था ने यह भी पाया कि लिंग अनुपात के मामले में विधानसभा की संरचना में कोई बदलाव नहीं हुआ है। पिछली विधानसभा में तीन महिला विधायक थीं, जिसे 2018 के चुनावों में भंग कर दिया गया था और इस साल भी यह संख्या अपरिवर्तित रही है।

    साल 2014 में, एनसी की शमीमा फिरदौस और पीडीपी की आसिया नकाश निर्वाचित होने वाली एकमात्र दो महिलाएं थीं, लेकिन पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती अपने पिता और तत्कालीन मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की मृत्यु के बाद 2016 में हुए उपचुनाव में निर्वाचित होने के बाद सदन में उनके साथ शामिल हो गईं।

    शमीमा फिरदौस ने अपनी हब्बाकदल सीट बरकरार रखी है, जबकि सकीना मसूद डीएच पोरा सीट हासिल करने में सफल रहीं, जिसे उन्होंने 2014 के चुनावों में खो दिया था। किश्तवाड़ से नवोदित परिहार इस साल उनके साथ शामिल हुए हैं।

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