200 ठिकानों पर तलाशी और हिरासत में 200 से अधिक लोग, जम्मू-कश्मीर में आतंक पर कड़ा प्रहार; ISI साजिश विफल
जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों ने लगभग 200 घरों की तलाशी ली और 80 लोगों को एहतियातन हिरासत में लिया। गांदरबल, बारामुला, कुलगाम, अवंतीपोरा और पुलवामा में गिरफ्तारियां हुईं। तीन दर्जन परिसरों की कुर्की की गई और 46 पूर्व आतंकियों की जमानत रद्द करने के लिए अदालत में अर्जी दी गई।

200 ठिकानों पर तलाशी और हिरासत में 200 से अधिक लो। फोटो जागरण
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आतंकवाद और अलगाववाद को फिर जिंदा करने के पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के षडयंत्र को विफल बनाने के अपने अभियान को जारी रखते हुए सोमवार को कश्मीरी अमेरिकन काउंसिल के प्रधान गुलाम नबी फाई के करीबियों के बडगाम स्थित ठिकानों समेत पूरे प्रदेश के विभिन्न जिलों में तकरीबन 200 संदिग्ध तत्वों के ठिकानों की तलाशी ली और लगभग 80 लोगों को एहतियात के तौर पर हिरासत में लिया।
बीते तीन दिन से जारी इस अभियान में अभी तक 200 के करीब तत्वों को हिरासत में लिया गया है और इनमें से अधिकांश पूर्व आतंकी ,आतंकियों के रिश्तेदार और आतंकियों के ओवरग्राउंड वर्कर हैं। इसके अलावा वादी में 70 आतंकरोधी अभियान भी चलाए गए हैं।
इस बीच, पुलवामा, कुलगाम और शोपियां में पुलिस ने जमानत पर रिहा 46 पूर्व आतंकियों, ओवरग्राउंड वर्करों और आतंकी व अलगाववादी गतिविधियों के आरोपितों की जमानत खारिज करने के लिए अदालत में आवेदन किया है।
संबंधित पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वाशिंगटन अमेरिका में बीते कई वर्षां से रह रहे डा गुलाम नबी फाई मूलत: जिला बडगाम में वडवन के रहने वाले हैं। वह कश्मीर में जिहाद और अलगाववाद को सही ठहराने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ के एजेंडे को चलाते हैं।
कश्मीर घाटी में भी उन्होंने अपना एक नेटवर्क तैयार कर रखा है। उनके खिलाफ बडगाम में पहले भी कई मामले दर्ज हैं और 30 अप्रैल 2025 को स्थानीय अदालत ने उन्हें फरार घोषित किया था। कानूनी प्रविधानों के तहत उनकी संपत्ति को कुर्क करने की प्रक्रिया भी जारी है।
पुलिस ने आज बडगाम में उनके साथ प्रत्यक्ष-परोक्ष रूप से जुड़े दो दर्जन तत्वों के ठिकानों की तलाशी ली और आठ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया।
उन्होंने बताया कि श्रीनगर, गांदरबल, शोपियां, कुलगाम, अनंतनाग, पुलवामा, बारामुला, कुपवाड़ा और जम्मू प्रांत के रामबन, पुंछ व डोडा-किश्तवाड़ में भी आज पुलिस ने पूर्व आतंकियों, आतंकियों के ओवरग्राउंड वर्करों और पाकस्तान में छिपे आंतकयों के स्थानीय रिश्तदारों के घरों की तलाशी ली।
उन्होंने बताया कि आज लगभग 200 मकानों की तलाशी ली गई और इस दौरान कई लोगों से पूछताछ की गई। इनमें से 80 को एहतियात के तौर पर बंदी में लिया लिया गया है। उन्होंने बताया कि जिला गांदरबल में 39 लोगों को बंदी बनाया गया है। बारामुला में आतंकियों के 16 रिश्तेदारों और 10 ओवरग्राउंड वर्करों को बंदी बनाया गया है। कुलगाम में 11 लोगों को बंदी बनाया गया है जबकि अवंतीपोरा और पुलवामा में आठ लोगों को। इसके अलावा तीन दर्जन परिसरों की कुर्की भी की गई है।
उन्होंने बताया कि इसी दौरान पुलिस ने विभिन्न आतंकी मामलों में आरोपित 46 पूर्व आतंकियों, ओवरग्राउंड वकरों की जमानत रद कराने के लिए संबधित अदालतों में आवेदन भी दायर किए हैं। उन्होंने बताया कि सोपोर में 11,अनंतनाग में नौ, शोपियां में 13, कुलगाम में 13 और श्रीनगर में पांच आरोपितों की जमानत रद कराने का आवेदन किा गया है। यह सभी जमानत पर रिहा होने के बाद पुन: राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में सलिंप्त हो गए हैं।

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