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    घाटी में भीषण ठंड के बीच खिले स्कूली बच्चों के चेहरे, इस दिन से शुरू होंगी छुट्टियां; अभिभावकों ने ली राहत की सांस

    Updated: Tue, 25 Nov 2025 04:41 PM (IST)

    श्रीनगर में भीषण ठंड के चलते प्रशासन ने पहली से आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए 1 दिसंबर से शीतकालीन अवकाश घोषित कर दिया है। इस घोषणा से स्कूली बच्चों के चेहरे खिल उठे हैं और अभिभावकों ने भी राहत की सांस ली है। अभिभावकों ने नवंबर में ही अवकाश की मांग की थी, लेकिन प्रशासन ने इसे अस्वीकार कर दिया। बच्चों और अभिभावकों दोनों ने इस फैसले का स्वागत किया है।

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    जम्मू-कश्मीर में ठंड के बीच स्कूली बच्चों के चेहरे खिले। Source : @JandKTourism/X

    जागरण संवाददाता, श्रीनगर। प्रशासन द्वारा भीषण ठंड के चलते पहली दिसंबर से पहली से आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को र्सदियों के अवकाश की घोषणा से जहां स्कूली बच्चों के चेहरे जमा देने वाली इस ठंड के बीच खिल गए हैं वहीं उनके अभिभावकों ने भी राहत की सांस ली है।

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    हालांकि, अभिभावकों ने प्रशासन से आग्रह किया था कि वह भीषण ठंड को देख नवंबर महीने में ही सर्दियों के अवकाश की घोषणा करें। हालांकि, प्रशासन ने अभिभावकों की इस विनती को नकार पहली दिसंबर से चरणबद्ध तरीके से पहले छोटी और उसके बाद बड़ी क्लासों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए सर्दियों के अवकाश की घोषणा की। इस घोषणा से स्कूली बच्चों के चेहरे खिल गए हैं जबकि अभिभावक भी इस घोषणा से राहत महसूस कर रहे हैं।

    अहमद बिन लतीफ नामक तीसरी कक्षा में पढ़ने वाले एक बच्चे ने कहा, मैं खुश हूं कि हमारी विंटर वेकेशन हो रही है। अहमद ने कहा, ठंड के बीच स्कूल जाना और फिर फ्रीजर बन चुके क्लास रूम में पढ़ाई करना बहुत मुश्किल था। यशमा हामिद नामक एक अन्य स्कूली छात्रा ने कहा, इस ठंड में सुबह बिस्तर से उठ स्कूल के लिए तैयार होना एक चैलेंज जैसा लगता था। लेकिन अब हम मजे से इस ठंड में सुबह देर तक नींद के मजे ले सकेंगे।

    इकरा नवीद नामक एक अभिभावक ने कहा, शुक्र है कि अब बच्चों की विंटर वेकेशन हो रही है। हालांकि, हम चाहते थे कि यह छुट्टियां जरा जल्दी हो। क्योंकि खून जमा देने वाली इस ठंड के बीच बच्चों का स्कूल जाना बहुत कठिन था। इकरा ने कहा, ठंड की वजह से मेरे दोनों बच्चे बीमार पड़ गए थे।

    इधर शब्बीर सुहाफ नामक एक अन्य अभिभावक ने कहा, शुक्र है कि सर्दियों की छुट्टियां अनाउंस हो गई। वरना कड़ाके की इस ठंड में अपने बच्चों को स्कूल भेजना हमें चिंतित किए हुए था। ऐसे ठंड में बच्चे तो क्या बड़ों की भी सेहत बिगड़ रही है।