सज्जाद लोन का सीएम उमर पर हमला, बोले- 'परीक्षा में आयु सीमा बढ़ा नहीं सके, अनुच्छेद-370 बहाली का तो सवाल ही नहीं'
पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन ने मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला पर हमला करते हुए कहा कि जो लोग अपने कार्यकाल में युवाओं के लिए परीक्षा में आयु स ...और पढ़ें

लोन ने उमर अब्दुल्ला पर युवाओं के लिए कुछ नहीं करने का आरोप लगाया।
राज्य ब्यूरो, जागरण, श्रीनगर। पीपुल्स कान्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद गनी लोन ने मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि वह एक परीक्षा के लिए आयु सीमा में छूट भी नहीं दे पाए है। अनुच्छेद 370 और 35 की बहाली का तो सवाल ही नहीं उठता।
उन्होंने लोक सेवा आयोग द्वारा संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा आयोजित करने के मामले में ऊपरी आयु सीमा में छूट देने के अनुरोधों को नज़रअंदाज़ करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अपने आप को असहाय बता रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री पर उपराज्यपाल कार्यालय पर दोष मढ़ने का आरोप लगाया।
लोन ने यहां पत्रकारों से कहा कि पिछले एक साल से हम एक मुख्यमंत्री को मिस्टर बेचारा बनने की कोशिश करते हुए देख रहे हैं। वह लगातार रो रहे हैं कि उनके पास काम करवाने के लिए पर्याप्त साधन नहीं हैं। हंदवाड़ा से विधायक ने कहा कि आयु सीमा में छूट की मांग पर कार्रवाई न करने से जम्मू-कश्मीर के हजारों युवाओं के सपने चकनाचूर हो गए हैं।
युवाओं के सपनों को नहीं समझ रहे मुख्यमंत्री
उमर इन युवाओं के सपनों को नहीं समझेंगे। मुझे यकीन नहीं है कि उन्होंने कोई परीक्षा दी है या नहीं। हज़ारों युवा जो अधिकारी बनने का सपना देखते थे, उन्हें इस अवसर से वंचित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा द्वारा इंटरनेट मीडिया एक्स पर आयु में छूट के मुद्दे पर उठाए गए मुद्दों का जवाब देना होगा।
लोन ने कहा कि समय आ गया है कि वह उपराज्यपाल के पोस्ट का बिंदुवार जवाब दें। अगर यह सच है कि दो दिसंबर को उपराज्यपाल ने एक साधारण प्रश्न के साथ फाइल वापस भेज दी थी कि अगर मानदंड बदले जाते हैं तो खर्च कौन वहन करेगा और निर्वाचित सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं आया तो वह स्थिति के लिए जवाबदेह हैं।
उमर खुद भाजपा के बयान में विश्वास करते हैं
पीपुल्स कान्फ्रेंस के अध्यक्ष ने कहा कि अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे की बहाली के लिए काम करने का वादा करके विधानसभा चुनाव लड़ा था। लोन ने नेशनल कान्फ्रेंस के शीर्ष नेतृत्व पर क्लासिक डबल प्ले में लिप्त होने का आरोप लगाते हुए कहा कि जहां फारूक अब्दुल्ला वोट चोरी के कांग्रेस के दावे का समर्थन कर रहे थे, वहीं उनके बेटे उमर अब्दुल्ला भाजपा के रुख की ओर ज़्यादा झुके हुए थे।
लोन ने कहा कि पिता कांग्रेस के बयान में विश्वास करते हैं लेकिन उमर खुद भाजपा के बयान में विश्वास करते हैं। ज़रा देखिए 2025 में जब आप कैमरों से घिरे होंगे, डबल प्ले की भी एक सीमा होती है। लेकिन उन्हें इस अति आत्मविश्वास के लिए श्रेय दिया जाना चाहिए कि वह इससे बच निकलेंगे।

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