जम्मू-कश्मीर में गर्मी से राहत, बर्फबारी और बारिश से तापमान में 8 डिग्री तक गिरावट; आज कैसा रहेगा मौसम का मिजाज?
जम्मू-कश्मीर में ऊंचे पर्वतीय इलाकों में हल्की बर्फबारी और मैदानों में बारिश से तापमान 5-8 डिग्री गिरा जिससे गर्मी से राहत मिली। बुधवार को मौसम साफ रह ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, जम्मू/श्रीनगर। प्रदेश के ऊंचे पर्वतीय इलाकों में हल्की बर्फबारी और मैदानों में मंगलवार सुबह हुई बारिश से जहां तापमान में पांच से आठ डिग्री की गिरावट आई है। वहीं, लोगों को दिनभर गर्मी से राहत मिली है। उधर, मौसम विज्ञान केंद्र श्रीनगर के अनुसार बुधवार को मौसम साफ रहने व हल्के बादल छाए रहेंगे।
वीरवार से मौसम शुष्क रहेगा, जिसके चलते जून माह की गर्मी अपना रंग दिखाएगी। मौसम विशेषज्ञ मोहिंद्र सिंह ने 15 जून के आसपास प्री-मानसून और समय से पहले मानूसन जम्मू पहुंचने की संभावना जताई है। बताया कि अभी तक पश्चिमी विक्षोभ के कारण बारिश हो रही है। मंगलवार को श्रीनगर समेत प्रदेश के अधिकांश इलाकों में रुक-रुक कर बारिश का सिलसिला जारी रहा।
उच्च पर्वतीय इलाकों राजदान पास, अफरवट, महागुंस टाप, पीर की गली, गुरेज, साधना टाप और जोजिला दर्रा आदि में बर्फबारी हुई। शोपियां, हंदवाड़ा, पुलवामा, बांडीपोरा व बड़गाम में ओलावृष्टि हुई। ताजा बर्फबारी के चलते यातायात के लिए बंद किए गए मुगल रोड, श्रीगनर-लेह, बांडीपोरा-गुरेज और कुपवाड़ा-करनाह रोड मंगलवार को भी बंद रहे।
घाटी में तापमान सामान्य से नीचे गिरने से लोगों को गर्म कपड़े पहनने के लिए मजबूर होना पड़ा। जम्मू का अधिकतम तापमान मंगलवार को 33.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह सामान्य तापमान 39.0 डिग्री सेल्सियस से 6.0 डिग्री कम रहा। न्यूनतम तापमान 19.5 डिग्री सेल्सियस रहा।
इसी प्रकार बनिहाल का अधिकतम तापमान 22.3 व न्यूनतम 13.5 डिग्री, बटोत का अधिकतम तापमान 22.6 डिग्री व न्यूनतम 12.5 डिग्री, कटड़ा का अधिकतम तापमान 30.6 व न्यूनतम 17.8 डिग्री, भद्रवाह का अधिकतम तापमान 20.5 व न्यूनतम 10.0 डिग्री, श्रीनगर का अधिकतम तापमान 20.1 व न्यूनतम 13.2 डिग्री, काजीगुंड का अधिकतम तापमान 20.2 व न्यूनतम 11.4 डिग्री, पहलगाम का अधिकतम तापमान 15.0 व न्यूनतम 7.4 डिग्री, गुलमर्ग का अधिकतम तापमान 9.0, न्यूनतम 3.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
पश्चिम विक्षोभ के चलते अब लू की संभावना कम
मौसम विशेषज्ञ के अनुसार वीरवार तक मौसम राहत भरा रहने के बाद आगे जून की गर्मी अपना रंग दिखाएगी, लेकिन अब लू की संभावना कम है। अभी तक पश्चिमी विक्षोभ का ही असर दिख रहा है, लेकिन 15 जून के आसपाास प्री-मनसून की संभावना है। मई माह के अंतिम दिनों और जून की शुरूआत के एक सप्ताह के समय में तेज हवाएं, आंधी तूफान, उच्च पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी और निचले क्षेत्रों में ओलावृष्टि एवं गरज के साथ हर दिन बारिश होना मौसम विशेषज्ञों को चिंतित करने वाला है।
अमूमन इन दिनों में लू बेहाल करती है, लेकिन प्रदेश में तापमान लगातार सामान्य से नीचे चल रहा है, जबकि सर्दियों में अधिकतम समय तापमान सामान्य से दो-पांच डिग्री ऊपर रहा है। इसे देखते हुए लग रहा था कि गर्मियों में तापमान सामान्य से ऊपर रहेगा। जून में अचानक अत्यधिक बारिश और तूफान के लिए कई प्राकृतिक मौसम और जलवायु संबंधी कारक जिम्मेदार हो सकते हैं।

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