काजीगुंड हत्याकांड: पीड़ित परिवार मायूस, बोले- पुलिस नहीं दिखा रही गंभीरता
काजीगुंड के संगरान गांव में दुकानदार जाहिद की हत्या से लोग आक्रोशित हैं। परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है उनका कहना है कि पहले भी कई चोरियां हुई हैं पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। ग्रामीणों ने सरकार और मीडिया से गहन जांच की अपील की है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। जाहिद की मौत दक्षिण कश्मीर में बढ़ती असुरक्षा का प्रतीक है।

जागरण संवाददाता, श्रीनगर। काजीगुंड के संगरान गांव में गत दिनों दुकानदार की एक लुटेरे द्वारा की गई हत्या पर लोग आक्रोशित हैं। मृतक के परिवार ने क्षेत्र में चोरी की घटनाओं के बावजूद बार-बार लापरवाही और निष्क्रियता के लिए पुलिस को दोषी ठहराया है।
बता दें कि जाहिद की 16 जुलाई की रात को उनके घर के अंदर चाकू मारकर हत्या कर दी थी। स्थानीय लोगों ने कहा कि हमारे गांव में लगभग दस डकैती हो चुकी हैं। हम हर बार पुलिस के पास गए। हमने लिखित आवेदन दिए। हमने उनसे कार्रवाई करने की याचना की। लेकिन कुछ नहीं हुआ।
अगर उन्होंने कार्रवाई की होती, तो शायद जहीद अब भी जिंदा होता। मृतक के चेचेर भाई मुज़फ्फर का कहना है कि पुलिस बस आती है, बयान लिखती है, और चली जाती है।
लेकिन अपराधी स्वतंत्र रहते हैं, कहा। जाहिद जो अपने भाई-बहनों का सहारा था और दूसरों की मदद के लिए जाना जाता था, उसकी तीन बहनें और एक बड़ा भाई है जो पुलिस में सेवा दे रहा है।
परिवार ने सरकार और मीडिया से अपील की है कि वे एक गहन जांच सुनिश्चित करें और भविष्य में ऐसी दुखद घटनाओं को रोकें। हम ज़हिद को वापस नहीं ला सकते। लेकिन यह यहीं समाप्त होना चाहिए। हम नहीं चाहते कि कोई और परिवार इस तरह से दुखी हो।
जहां संग्राम गांव मातम में है, वहां जाहिद की मौत दक्षिण कश्मीर के ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ती सुरक्षा की कमी और गुस्से का प्रतीक बन गई है, जहाँ जवाबदेही और न्याय की मांगें तेज हो रही हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।