जिसे मान लिया था समाप्त, व्हाइट कॉलर आतंकियों के रूप में मिला जिंदा; कश्मीर में डॉक्टरों ने कैसे रची खौफनाक साजिश?
वर्ष 2019 में अल कायदा ने जाकिर मूसा को शहीद बताया था। उत्तर प्रदेश में एजीएएच के आतंकियों की गिरफ्तारी हुई और गाजीपुर में ग्रेनेड हमले का प्रयास किया गया। सुरक्षा बलों ने कई आतंकियों को मार गिराया, जिनमें कमांडर अब्दुल्ला गाजी भी शामिल था। कुछ समय के लिए निष्क्रिय दिखने के बाद आदिल और मुजम्मिल की गिरफ्तारी से पता चला कि एजीएएच नए आतंकियों की भर्ती कर रहा है।
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व्हाइट कॉलर आतंकियों के रूप में जिंदा मिला एजीएच आतंकी।
नवीन नवाज, श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा हरियाणा और उत्तर प्रदेश पुलिस की मदद से एक अंतरराज्यीय व्हाइट कॉलर आतंकी मॉडयूल का भंडाफोड़ किए जाने के बाद अंसार गजवात उल हिंद एजीएच का नाम फिर सुर्खियों में आ गया है।
इस संगठन को तीन वर्ष पहले वादी में पूरी तरह समाप्त मान लिया गया था, समाप्त नहीं हुआ है, अभी भी सक्रिय है और डॉ. आदिल और डॉ. मुजम्मिल का इससे जुड़ाव बता रहा है कि कश्मीर में अल-कायदा और आईएसआईएस एक बार फिर अपने लिए जमीन तलाश रहा है।
मामले की जांच से जुड़े सूत्रों ने बताया कि डॉ. आदिल और डॉ. मुजम्मिल दोनों ही कट्टर हिंसक जिहादी मानसिकता से ग्रस्त हैं और जैश सरगना अजहर मसूद और मई 2019 में मारे गए अंसार गजवातुल हिंद के कमांडर जाकिर मूसा से प्रभावित हैं।
अंसार गजवातुल हिंद का गठन हिजबुल मुजाहिदीन से अलग होने के बाद जुलाई 2017 में जाकिर मूसा ने किया था। जाकिर मूसा दक्षिण कश्मीर में त्राल का रहने वाला था। आतंकी बनने से पहले वह इंजीनियरिंग का छात्र था।
कैसे रखी एजीएच की नींव
उसने कश्मीर में सीधे शब्दों में हुर्रियत नेताओं को चेतावनी देते हुए कहा था कि कश्मीर कोई आजादी या पाकिस्तान विलय का मुद्दा नहीं है, यहां शरियत बहाली की बात है और उसने अल-कायदा के साथ नाता जोड़ते हुए एजीएच की नींव रखी थी।
अल-कायदा ने अपने मुखपत्र अल हूर और ग्लोबल इस्लामिक मीडिया नेटवर्क पर इसकी पुष्टि भी की। मई 2019 में जाकिर मूसा मारा गया अैर जाकिर मूसा के बाद हमीद ललहारी ने एजीएच की कमान संभलाी जो 22 अक्टूबर 2019 को मारा गया। उसके बाद23 अक्टूबर 2019 को जम्मू कश्मीर के तत्कालीन पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने एलान किया था कि एजीएच पूरी तरह समाप्त हो गया।
एजीएच के दो आतंकी गिरफ्तार
इस बीच आठ जुलाई 2019 को अल कायदा कमांडर अल जवाहरी ने अपने एक वीडियो संदेश में जाकिर मूसा को कश्मीर का इस्लामी शहीद बताया। उत्तर प्रदेश में जुलाई 2021 में भी एजीएच के दो आतंकी गिरफतर किए गए। गाजीपुर में 18 जनवरी 2022 को एक एजीएएच ने ग्रेनेड हमले का प्रयास किया था।
इसके बाद नौ अप्रैल 2021 को एक मुठभेड़ में एजीएच के सात आतंकियों के मारे जाने के बाद पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने एक बार फिर कश्मीर से अंसार गजवात उल हिंद के सफाए का एलान किया था।
लगभग एक वर्ष बाद 14 जूनू 2022 के एजीएएच का कमांडर अब्दुल्ला अब्बास गाजी बट उर्फ अब्दुल्ला गाजी को कुलगाम में मारा गया था।
सितंबर 2022 में श्रीनगर के पास एजीएच के दो आतंकियों के एक मुठभेड़ में मारे जाने क बाद इस संगठन का कोई आतंकी सक्रिय नजर नहीं आ रहा था, लेकिन आदिल और मुजम्मिल की गिरफ्तारी ने बता दिया है कि यह जिहादी संगठन व्हाईट कॉलर आतंकियों की एक नई पौध के सहारे खड़ा होने का षडयंत्र कर रहा था।

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