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    J&K News: शोपियां में ट्रैफिक जाम से लोग बेहाल, सौ मीटर की दूरी तय करने में लगते हैं घंटों का समय

    Updated: Mon, 03 Nov 2025 04:39 PM (IST)

    शोपियां शहर में ट्रैफिक जाम से दैनिक जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जिला अस्पताल रोड जैसे क्षेत्रों में घंटों जाम लगता है, जिससे मरीजों को परेशानी होती है। संकरी सड़कें और बेतरतीब पार्किंग मुख्य कारण हैं। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से यातायात प्रबंधन में सुधार करने और परिवहन विभाग को मजबूत करने का आग्रह किया है ताकि दैनिक जीवन को सुचारु बनाया जा सके।

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    J&K News: शोपियां में ट्रैफिक जाम से लोग बेहाल। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, श्रीनगर। दक्षिण कश्मीर के शोपियां शहर में ट्रैफिक जाम से दैनिक जीवन अस्त-व्यस्त है और निवासियों व यात्रियों को भारी असुविधा हो रही है। सबसे ज़्यादा प्रभावित इलाकों में ज़िला अस्पताल रोड, फोर वे चौक और पुराना बस अड्डा शामिल हैं, जहां व्यस्ततम यातायात के दौरान घंटों तक वाहनों का जाम लगा रहता है।

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    स्थानीय लोगों का कहना है कि बिगड़ते हालात ने आम यात्रा को खासकर मरीजों और उनके तीमारदारों के लिए, एक कठिन परीक्षा में बदल दिया है। सामाजिक कार्यकर्ता शेख मोहसिन ने कहा, कई बार, तीमारदारों को अपने वाहन बीच रास्ते में ही छोड़कर मरीज़ों को पीठ पर लादकर अस्पताल ले जाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि भारी भीड़ के कारण कभी-कभी कुछ सौ मीटर की दूरी तय करने में आधे घंटे से ज़्यादा का समय लग जाता है।

    निवासी इस अव्यवस्था के लिए संकरी सड़कों, बेतरतीब पार्किंग, सड़क किनारे अतिक्रमण और वाहनों की अनियंत्रित वृद्धि को ज़िम्मेदार ठहराते हैं। वे यातायात नियमन की कमी और खराब प्रशासनिक योजना को भी ज़िम्मेदार ठहराते हैं। यातायात का प्रबंधन ठीक से नहीं हो रहा है। महीनों पहले,आवाजाही को नियंत्रित करने के लिए एक बाइक दस्ता बनाया गया था, लेकिन वह जल्द ही गायब हो गया।

    उन्होंने बताया कि अब ये बाइकें एआरटीओ कार्यालय में बिना इस्तेमाल के पड़ी हैं। उन्होंने बताया कि सहायक क्षेत्रीय परिवहन अधिकारियों (एआरटीओ) को अतिरिक्त प्रभार सौंपने से उनका ध्यान प्रवर्तन पर कम हो गया है।

    उन्होंने कहा, जब अधिकारियों पर कई ज़िम्मेदारियां होती हैं, तो यातायात नियमन स्वाभाविक रूप से प्रभावित होता है।"स्थानीय व्यक्ति मुदस्सर ने प्रशासन से परिवहन विभाग को मजबूत करने और शहर में प्रभावी यातायात प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त कर्मियों को तैनात करने का आग्रह किया है।