Updated: Fri, 03 Oct 2025 10:43 AM (IST)
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कश्मीर जिसे कभी महात्मा गांधी ने प्रकाश की किरण कहा था आज एक खुली जेल बन गया है। उन्होंने अलगाववादी नेता गिलानी के संगठन मुख्यालय को अटैच करने पर भी दुख जताया। महबूबा ने आरोप लगाया कि सरकार कश्मीरियों को अपराधी मान रही है और वोट बैंक के लिए हिंदू-मुसलमानों के बीच फूट डाल रही है।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। पीडीपी की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के बेतुके बयान लगातार जारी हैं। गुरुवार को उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने जिस कश्मीर को प्रकाश की किरण कहा था, आज उसी कश्मीर को खुली जेल बना दिया है।
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साथ ही अलगाववादी सैयद अली शाह गिलानी के संगठन मुख्यालय को अटैच किए जाने पर दुख जताया। पीडीपी की अध्यक्ष ने जयंती पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करने की आड़ में केद्र सरकार की आलोचना की।
बता दें कि एक दिन पहले महबूबा राष्ट्रगान का अपमान करने वालों के समर्थन में खड़ी हुई थी। महबूबा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों, उनके घरों, व्यवसायों और जहां तक कि सरकारी कर्मचारियों को भी अपराधी और देश विरोधी कहा जा रहा है।
बीते कल तहरीक ए हुर्रियत के मुख्यालय की जिस इमारत को अटैच किया है, वह गिलानी का घर है और वहां उनकी 80 वर्षीय विधवा रहती हैं। सरकार ने कश्मीर में स्कूल, ट्रस्ट और अन्य संस्थानों को भी सील कर दिया है। आपने इस जगह का क्या किया?
महबूबा ने कहा कि आज पूरी दुनिया गाजा में शांति की बात कर रही है, लेकिन कश्मीर जिसने 1947 में पाकिस्तान के खिलाफ भारत का साथ दिया, उसे जेल बना दिया है। केंद्र की ऐसी नीतियों से सिर्फ दूरियां बढ़ेंगी और भविष्य में सुलह की संभावना कम होगी।
उन्होंने कहा कि सरकार के पास नौकरियां देने के लिए कुछ नहीं है, अच्छे अस्पताल नहीं हैं, न ही सही सड़कें हैं। वोट बैंक के लिए हिंदू और मुसलमानों के बीच फूट डाली जा रही है।
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