Pahalgam Attack: सेना की वर्दी पहनकर आए... पहलगाम में एक-एक कर पर्यटकों को बनाया निशाना, 2006 के बाद सबसे बड़ा हमला
कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलियां बरसाईं जिसमें कई पर्यटकों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के हिट स्क्वॉड द रजिस्टेंस फोर्स (टीआरएफ) ने ली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को तुरंत कश्मीर पहुंचकर हालात का जायजा लेने के निर्देश दिए हैं। कश्मीर में पर्यटकों पर अब तक का सबसे बड़ा आतंकी हमला है।
जागरण संवाददाता, श्रीनगर। कश्मीर में सुरक्षा और विश्वास के वातावरण की बहाली से हताश आतंकियों ने मंगलवार को बैसरन-पहलगाम में पर्यटकों पर अंधांधुध गोलियां बरसाईं। इसमें कई पर्यटकों की मौत हो गई है और दो दर्जन से ज्यादा घायल हो गए।
मृतकों में पर्यटक और स्थानीय दोनों ही शामिल हैं। हमले के बाद फरार हुए आतंकियों को पकड़ने के लिए सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर ली है। आतंकियों का पता लगाने के लिए ड्रोन और खोजी कुत्तों की भी मदद ली जा रही है।
हमले की जिम्मेदारी कश्मीर में आतंक का नया पर्याय बने लश्कर-ए-तैयबा के हिट स्क्वॉड द रजिस्टेंस फोर्स (टीआरएफ) ने ली है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सऊदी अरब से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से पहलगाम हमले से उपजे हालात पर जानकारी ली और उन्हें तत्काल कश्मीर पहुंचकर स्वयं हालात का जायजा लेने के लिए कहा। साथ ही सुरक्षा परिदृश्य की व्यापक समीक्षा कर आतंकियों के समूल नाश के लिए सभी प्रभावी उपाय करने को कहा है।
श्रीनगर पहुंचने से पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और संबंधित सुरक्षा एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारियों संग फोन पर स्थिति की जानकारी ली।
सीएम उमर अब्दुल्ला श्रीनगर पहुंचे
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला जो आज दोपहर को ही रामबन में भूस्खलन से उपजे हालात का जायजा लेने के बाद जम्मू पहुंचे थे, श्रीनगर लौट आए। मुख्यसचिव अटल डुल्लु भी देर शाम गए पहलगाम पहुंच गए। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा मंत्री सकीना इट्टू स्वयं जीएमसी अस्पताल अनंतनाग में घायलों का हालचाल जाना।
जम्मू कश्मीर प्रशासन ने पहलगाम आतंकी हमले से उपजे हालात में पुलिस नियंत्रण कक्ष में एक पर्यटकों की मदद के लिए एक हैल्प डेस्क शुरू कर दी है। यह 24 घंटे बहाल रहेगी। जिला एसएसपी अनंतनाग के अनुसार, हैल्पडेस्क के टेलीफोन नंबर- 9596777669, 01932225870 हैं। इनके अलावा एक व्हाट्सएप नंबर: 9419051940 है। इन नंबरों पर पर्यटक संपर्क कर, आवश्यक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
अब तक का सबसे बड़ा आतंकी हमला
बीते दो दशक में यह कश्मीर में पर्यटकों पर अब तक का सबसे बड़ा आतंकी हमला है। इससे पूर्व 26 मई 2006 को श्रीनगर के जकूरा इलाके में एक आतंकी हमले गुजरात के चार पर्यटकों क मौत हो गई थी।
अलबत्ता, पहलगाम में श्री अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा के दौरान छह अगस्त 2002 को आतंकियों ने नुनवन पहलगाम में हमला किया था। इस हमले में छह श्रद्धालु और तीन अन्य नागरिक मारे गए थे। 20 जुलाई 2001 को आतंकियों ने शेषनाग झील के पास श्रद्धाल़ुओं के एक शिविर पर हमला किया था।
इस हमले में 13 लोगों की मौत हुई थी। दो अगस्त 2000 को आतंकियों ने पहलगाम में ही श्री अमरनाथ के श्रद्धालुओं पर हमाल किया था। इसमें 21 श्रद्धालुओं समेत 32 लाेग मारे गए थे । 28 जुलाई 1998 को शेषनाग के पास ही आतंकियों ने श्रद्धालुओं पर हमला किया था,जिसमें 20 लोगों की मौत हई थी।
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