पीएएफएफ या अन्य पाकिस्तानी आतंकवादी समूह का दावा झूठा, डीजीपी जम्मू-कश्मीर नलिन बोले- 'अफवाहों पर ध्यान न दें'
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी नलिन प्रभात ने पीएएफएफ और अन्य पाकिस्तानी आतंकी समूहों के दावों को झूठा बताया है। उन्होंने कहा कि अटकलें लगाने की कोई आवश्यकता नहीं है। सुरक्षा बलों को सतर्क रहने और शांति बनाए रखने का आग्रह किया गया है।

डीजीपी ने जनता से अफवाहों पर ध्यान न देने और सहयोग करने की अपील की है।
डिजिटल डेस्क, जागरण, श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक नलिन प्रभात ने शनिवार को कहा कि श्रीनगर के नौगाम पुलिस स्टेशन के अंदर हुए विस्फोट के कारणों के बारे में किसी भी तरह की अटकलें लगाना "अनावश्यक" है।
इसी बीच जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पीएएफएफ या किसी अन्य पाकिस्तानी आतंकवादी समूह द्वारा इस घटना को लेकर किए जा रहे दावों को भी स्पष्ट रूप से झूठा, निराधार और शरारतपूर्ण बताया है। उन्होंने यह भी पुष्टि की कि विस्फोट में 9 लोगों की मौत हो गई है और 27 अन्य घायल हुए हैं।
पीसीआर श्रीनगर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डीजीपी ने जानकारी साझा करते हुए कहा कि बरामद विस्फोटक सामग्री को कश्मीर ले जाया गया और नौगाम पुलिस स्टेशन के खुले क्षेत्र में सुरक्षित रूप से रखा गया।
दुर्भाग्य से 11:20 बजे आकस्मिक विस्फोट हो गया
उन्होंने कहा, "निर्धारित प्रक्रिया के तहत, बरामद सामग्री के नमूनों को आगे की फोरेंसिक और रासायनिक जांच के लिए भेजा जाना था। बरामदगी की मात्रा बहुत अधिक होने के कारण, यह प्रक्रिया कल से ही चल रही थी।"
उन्होंने आगे कहा कि बरामदगी की अस्थिर और संवेदनशील प्रकृति को देखते हुए, नमूना लेने की प्रक्रिया अत्यंत सावधानी से की जा रही थी, हालांकि, दुर्भाग्य से 11:20 बजे आकस्मिक विस्फोट हो गया। "इस घटना के कारणों के बारे में कोई और अटकलें लगाना अनावश्यक है।
अभी तक नौ लोगों के मारे जाने की पुष्टि
डीजीपी जम्मू-कश्मीर ने कहा कि इस घटना में 9 लोग मारे गए, जिनमें एक राज्य जांच एजेंसी अधिकारी, 3 एफएसएल सदस्य, 2 फ़ोटोग्राफ़र, 2 राजस्व अधिकारी और एक दर्जी शामिल हैं।
"इसके अलावा, इस घटना में 27 पुलिसकर्मी, 2 राजस्व अधिकारी और आस-पास के इलाकों के 3 नागरिक घायल हुए हैं।" उन्होंने आगे कहा, "घायलों को तुरंत इलाज के लिए नज़दीकी अस्पतालों में ले जाया गया।"
थाने की इमारत बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुई
डीजीपी ने यह भी कहा कि पुलिस थाने की इमारत बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई है और आस-पास की इमारतों को भी नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा, "दुर्भाग्यपूर्ण घटना के कारणों की जाँच की जा रही है। जम्मू-कश्मीर पुलिस इस दुख की घड़ी में पीड़ितों के परिवारों के साथ खड़ी है।"

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