Kashmir: कुलगाम में मुठभेड़ के दौरान भड़की हिंसा, हिंसक झड़पों में 65 घायल
हिंसक झड़पों के दौरान 65 लोग जख्मी हुए। इनमें सात सुरक्षाकर्मी है। अन्य 58 घायलों को पहले उपचार के लिए मोहम्मदपोरा स्थित प्राइमरी हैल्थ सेंटर ले जाया गया।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। दक्षिण कश्मीर के ताजीपोरा, कुलगाम में मुठभेड़ के दौरान भड़की हिंसा के दौरान शरारती तत्वों पर काबू पाने के लिए सुरक्षाबलों को लाठियों, अांसू गैस और पैलेट के अलावा हवाई फायरिंग का सहारा लेना पड़ा। हिंसक झड़पों में आठ सुरक्षाकर्मियों समेत 65 लोग जख्मी हुए हैं। घायलों में से सात को उपचार के लिए श्रीनगर अस्पताल में लाया गया है। इनमें एक की हालत चिंताजनक बनी हुई है। इस बीच, हिंसक तत्वों की भीड़ ने कथित तौर पर घेराबंदी में फंसे जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकियों वहां से सुरक्षित भागने में सफल रहे। कुछ लोगों ने यह दावा भी किया है कि एक आतंकी मुठभेड़ में मारा गया है। परंतु भी तक उसका शव बरामद नहीं हुआ है। अलबत्ता, पुलिस ने इस विषय में कुछ भी कहने से इंकार करते हुए कहा कि आतंकियों के खिलाफ अभियान जारी है।
गौरतलब है कि आज तड़के सेना की आरआर के जवानों ने सीआरपीएफ और एसओजी के जवानों के साथ मिलकर कुलगाम के ताजीपोरा गांव में छिपे आतंकियों को पकड़ने के लिए एक तलाशी अभियान चलाया। जवानों को अपने तंत्र से गांव में तीन से चार आतंकियों के छिपे हाेने कीसूचनाथी। जवानों ने जैसे ही तलाशी लेते हुए आतंकी ठिकाने कीतरफकदम बढ़ाए, आतंकियों ने उन पर फायरिंग शुरु़ कर दी। जवानों ने तुरंत अपनी पोजीशन ली और जवाबी फायर किया। इसके साथ ही मुठभेड़ शुरु हो गई। सूुबह साढ़े आठ बजे के करीब एक आतंकी के मारे जाने का सुरक्षाबलों ने दावा किया। लेकिन उसका शव प्राप्त नहीं किया जा सका। इसी दौरान बड़ी संख्या में आतंकी समर्थक तत्व भीनारेबाजी करते हुए मुठभेड़स्थल पर पहुंच गए।
उन्होंने सुरक्षाबलों को आतंकियों पर प्रहार बंद करने व घेराबंदी हटाने के लिए कहा। लेकिन जबसुरक्षाबल नहीं रुके तो उन्होंने पथराव शुरु कर दिया। इस दौरान हिंसक तत्वों ने कुछ जवानों से उनके हथियार भी छीनने का प्रयास किया। इस पर जवानों ने आतंकियों कीगोलियों का जवाब देते हुए हिंसक तत्वों को भी खदेड़ने के लिए बल प्रयोग किया। कुछ हीदेर में ताजीपोरा व उसके साथ सटे इलाकों में आतंकी समर्थक तत्वोंव सुरक्षाबलों के बीच हिंसक झढ़पें भी शुरु हो गई। बताया जाता है कि सुरक्षाबलों ने प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए गोली भीचलाई। लेकिन पुलिस ने इससे इंकार करते हुए कहा कि सिर्फ हवाई फायरिंग की गई थी।
हिंसक झड़पों के दौरान 65 लोग जख्मी हुए। इनमें सात सुरक्षाकर्मी है। अन्य 58 घायलों को पहले उपचार के लिए मोहम्मदपोरा स्थित प्राइमरी हैल्थ सेंटर ले जाया गया। वहां से नौ घायलों को उप जिला अस्पताल कुलगाम में रेफर कर दिया गया। इनकी पहचान नदीम अहमद, नवाज अहमद, अदनान, यावर अहमद, मोहसिन अहमद, बासित अहमद, आकिब नजीर, मुदस्सर बट और तौसीफ के रुप में हुई है। यावर अहमद के पेट में गाेली लगी है जबकि अन्य को पैलेट लगे हैं।
जिला असप्ताल कुलगाम के मेडिकल सुपरिनटेंडेंट डा मुजफ्फर जरगर ने ताजीपोरा और मोहम्मदपोरा से नौ घायलोेको जिला अस्पताल में लाए जाने की पुष्टि करते हुए बताया कि सात घायलों नदीम, नवाज, अदनान, आकिब, मुदस्सर, तौसीफ और यावर को श्रीनगर के लिए रेफर किया गया है। श्रीनगर स्थित डाक्टरों ने बतायाकि यावर की हालत अत्यंत गंभीर है। उसके पेट में गोली लगी है। स्थानीय लोगों ने दावा किया कि पुलिस ने ताजीपोरा में लोगों पर बिना किसी उकसावे के गोली चलाईहै जबकि पुलिस ने इससेइंकार करते हुए कहा कि मुठभेड़ केदौरान बहुत से हिंसक तत्व पथराव करते हुए मुठभेड़स्थल पर जमा हो गए थे। इसी दौरान क्रासफायरिंग कीचपेट में आकर एक युवक गोली लगने से जख्मी हो गया।
बताया जा रहा है कि हिंसक तत्वों ने मुठभेड़ स्थल पर सुरक्षाबलो पर धावा बोल दिया। इससे सुरक्षाबलों ने नागरिक क्षति से बचने के लिए फायरिंग रोक पीछे हटाना बेहतर समझा। इसका फायदा शरारी तत्वों ने लियाऔर वह आतंकी ठििकाने में पहुंच गए। उन्होंने मुठभेड़ के दौरान क्षतिग्रस्त हुए आतंकी ठिकाने के मलबे के नीचे से दो आतंकियों को कथित तौर पर निकाला और अपने साथ ले गए। कुछ लोगों के मुताबिक, उनमें से एक आतंकी मरा हुआ था। लेकिन इस तथ्य की किसी भी स्तर पर पुष्टि नहीं हो पाई है। पुलिस ने इस विषय में कु़छ भी कहने से इंकार करते हुए कहा कि अभी आतंकरोधी अभियान जारी है।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप