कश्मीर पर्यटन को बढ़ावा देने से लेकर राज्य दर्जा बहाली तक, चेन्नई में CM उमर अबदुल्ला ने रख दी ये बड़ी मांगे
चेन्नई में उमर अब्दुल्ला ने कश्मीर पर्यटन को बढ़ावा देने और राज्य के दर्जे की बहाली पर जोर दिया। उन्होंने पर्यटकों को कश्मीर आने का न्यौता दिया और पहलगाम हमले का उल्लेख किया। अब्दुल्ला ने राज्य के राजनीतिक मुद्दों पर भी बात की और आप विधायक की रिहाई की मांग की। उन्होंने भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच पर खेलों को राजनीति से दूर रखने की बात कही।

ब्यूरो/एजेंसी, श्रीनगर। सुदूर दक्षिण भारत में, चेन्नई, तमिलनाडु में मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को जम्मू कश्मीर में पर्यटन की पुनर्बहाली के लिए पर्यटको व अन्य लोगों को कश्मीर पर्यटन का न्यौता देते हुए, जम्मू कश्मीर के लिए राज्य के दर्जे की पुनर्बहाली और जन सुरक्षा अधिनियम के तहत बंदी बनाए गए विधायक मेहराज मलिक की रिहाई पर भी जोर दिया।
उन्होंने इस अवसर पर उन्होंने पहलगाम हमले का भी उल्लेख करते हुए कहा कि हम इसे भूल नहीं सकते,लेकिन एशिया कप में भारत-पाकिज्ञतसन के मुकाबले को एक बहुपक्षीय टूर्नामेंट के रूप में देखा जाना चाहिए, न कि द्विपक्षीय मुकाबले के रूप में। खेलों को बार-बार राजनीति का शिकार नहीं बनाना चाहिए।
आज चेन्नई में द गुड डीड्स क्लब द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए, अब्दुल्ला ने तमिलनाडु और अन्य दक्षिणी राज्यों से अधिक से अधिक पर्यटकों से जम्मू-कश्मीर आने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि सरकार विंध्याचल के दक्षिणी क्षेत्रों के साथ मज़बूत संबंध बनाने के लिए काम कर रही है और उन्हें उम्मीद है कि वहां से फिल्म शूटिंग के लिए ही लोग नहीं आएंगे बल्कि छुट्टियां कश्मीर मे मनाने के लिए भी स्थानीय लोग बड़ी संख्या में आएंगे।
उन्होंने पहलगाम हमले से हुए नुक्सान को उल्लेख करते हुए कहा कि इससे कश्मीर के पर्यटन को व्यापक नुक्सान पहुंचा है। कई पर्यटन स्थलों को बंद करना पड़ा। आपरेशन सिंदूर हमारे लिएजरुरी था। आपरेशन सिंदूर के बाद किए गए व्यापक सुरक्षा आडिट के बाद कश्मीर में अधिकांश पर्यटन स्थल फिर से खुल गए हैं।"कुछ अभी भी बंद हैं। आम लोगों और पर्यटकों की सुरक्ष्ज्ञा के लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं। कश्मीर मे हालात अब पहले से कहीं ज्यादा शांत,सुरक्षित और विश्वासपूर्ण हैं।
जम्मू कश्मीर के राजनीतििक मुद्दों और आइएनडी एलांयस-भारत ब्लाक के साथ संबंधों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य का दर्जा बहाल होने तक सरकार से बाहर रहने के बावजूद कांग्रेस सहयोगी बनी हुई है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि प्रधानमंत्री और वरिष्ठ मंत्रियों द्वारा किए गए राज्य के दर्जे के वादे को बिना किसी देरी के पूरा किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों ने हमें, अपने प्रतिनिधियों को अपनी बात रखने के लिए चुना है और विशेष दर्जा व राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग लगातार उठाई जा रही है।हमने किसी भी चीज़ पर समझौता नहीं किया है। हम चुने हुए लोग हैं और हमेशा से हमारी मांग रही है कि जो हमसे छीना गया है, उसे वापस किया जाए। राज्य का दर्जा बहाल किया जाना चाहिए।
आम आदमी पार्टी के विधायक मेहराज मलिक की जन सुरक्षा अधिनियम के तहत गिरफ्तारी का जिक्र करते हुए उमर अब्दुल्ला ने कहा कि यह अति है। उन्होंने मलिक की तत्काल रिहाई की मांग करते हुए कहा, कि उन्हें इस कानून के तहत कभी गिरफ्तार नहीं किया जाना चाहिए था।अगर उनके आचरण को लेकर कोई शिकायत है, तो मामला विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष उठाया जाना चाहिए।"
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कीकमणिपुर यात्रा का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि यह देर से उठाया गया एक सही कदम है।हिंसा प्रभावित राज्य में शांति और सुलह के लिए प्रधानमंत्री की यह पहली जरूरी है।
उन्होंने 14 सितंबर को होने वाले भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच पर टिप्पणी करते हुए कहा कि "हमारी समस्या हमेशा द्विपक्षीय मैचों से रही है, बहुपक्षीय टूर्नामेंटों से कभी नहीं।"यह एक बड़ी प्रतियोगिता का हिस्सा है, भारत - पाकिस्तान के बीच कोई द्विपक्षीय श्रृंखला नहीं। अगर यह एक शुरुआत है और चीजें सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ती हैं, तो इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता।
उन्होंने आगे कहा, "खेल अक्सर राजनीति का शिकार हो जाते हैं, खासकर उपमहाद्वीप में क्रिकेट। लेकिन आप वास्तविकताओं को नज़रअंदाज़ नहीं कर सकते। मेरे देश के इस हिस्से ने तीन दशकों से ज़्यादा समय तक नुकसान झेला है, और इस साल पहलगाम में जो हुआ, वह एक वास्तविक चिंता का विषय है जिसके साथ हम जी रहे हैं। इसे नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता।
अब्दुल्ला ने चुनाव आयोग की विशेष गहन समीक्षा पर भी चिंता जताई और आगाह किया कि विश्वसनीयता में किसी भी तरह की कमी भारत के सबसे सम्मानित संस्थानों में से एक को नुकसान पहुंचाएगी। उन्होंने पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त टीएन शेषन की विरासत को अनुकरणीय बताते हुए कहा कि उन्होंने जो आदर्श व मानदंड स्थापित किए हैं, उनका अनुसरण होना चाहिए।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।