आरक्षण मुद्दे पर बोले सीएम उमर, 'हमने लोगों से किया वादा पूरा किया, अब बस उपराज्यपाल के हस्ताक्षर का इंतजार'
JammuKashmirNews: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आरक्षण के विषय पर कहा कि उनकी सरकार ने जनता से किया वादा निभाया है। अब सिर्फ उपरा ...और पढ़ें

मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि नाम में क्या रखा है, काम होना चाहिए।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। SrinagarNews: मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गुरूवार को जम्मू कश्मीर में आरक्षण कोटे में आवश्यक बदलाव के लिए जल्द ही औपचारिक आदेश जारी किए जाने की उम्मीद जताते हुए कहा कि हमने अपना काम कर, फाइल मंजूरी के लिए उपराज्यपाल को भेज दी है। अब उपराज्यपाल के हस्ताक्षर का ही इंतजार है।
आज यहां एक समारोह में पुनर्वास सहायता स्कीम आरएएस के लाभार्थियों को सरकारी नौकरी के नियुक्तिपत्र प्रदान करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हमने अारक्षण के मुद्दे पर लोगों से जो वादा किया, उसे पूरा किया है। जो लोग विराेध और शंका जता रहे हैं, वह सिर्फ सियासत कर रहे हैं। हमें अब सिर्फ उपराज्यपाल कार्यालय से संबधित फाइल के अनुमोदन का इंतजार है।
हमें पूरी उम्मीद है कि वह इसका अनुमोदन करेंगे और उसके बाद इसे लागू करने के लिए आवश्यक आदेश भी जारी कर दिया जाएगा। यहां यह बताना असंगत नहीं होगा कि आरएएस को पहले एसआरओ-43 के नाम से भी जाना जाता था।
इस योजना के तहत सेवाकाल के दौरान मृत्यु केा प्राप्त होने वाले किसी भी सरकारी कर्मी के एक पात्र परिजन अनुकंपा के आाधार पर सरकारी नौकरी दी जाती है ताकि पीड़ित परिवार एक सम्माजनक जिंदगी जी सके।
नाम में क्या रखा है, काम होना चाहिए
राजभवन का नाम लोकभवन किए जाने पर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि नाम में क्या रखा है, काम होना चाहिए। लोगों को एक कर्मठ और निष्ठावान प्रशासन-शासन मिलना चाहिए। नाम बदलने से कुछ नहीं होता। लोगों को इस बात से कोई फ़र्क नहीं पड़ता कि हम खुद को क्या कहते हैं; वे काम देखना चाहते हैं।
प्रत्येक नागरिक के विकास-कल्याण के लिए संकल्पबद्ध
उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश के प्रत्येक नागरिक के समग्र विकास और कल्याण के लिए संकल्पबद्ध है। गत बुधवार को हमने जम्मू में आयोजित एक समारोह में जम्मू प्रांत के विभिन्न क्षेत्रों के आरएएस लाभार्थियों में नियुक्तिपत्र वितरित किए थे और आज यहां श्रीनगर में ऐसा किया गया है।
यह योजना इस बात को सुनिश्चित बनाती है कि डयूटी के दौरान मृत्यु को प्राप्त हुए सरकारी अधिकारियों व कर्मियों के परिजनो को एक पक्की सरकारी नौकरी प्रदान कर, उनकी जिंदगी को आसान बनाया जाए। उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया लगातार जारी रहती है।
नौगाम पुलिस स्टेशन विस्फोट से संबधित सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले की जांच जारी है। इस घटना में जो लोग मारे गए हैं, उनके परिजनों को भी सरकारी नौकरी दी जाएगी और उनके लिए जहां संबधित नियमों में ढील देने की जरुरत होगी, जरूर दी जाएगी।
श्रीनगर में शीतकालीन सचिवालय काम करता रहेगा
दरबार मूव और श्रीनगर स्थित शरदकालीन सचिवालय से संबधित सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि पहले भी कश्मीर में सर्दियों में एक कैंप सचिवालय सक्रिय रहता था जबकि दरबार जम्मू में रहता था। सर्दियों के दौरान यहां शीतकालीन सचिवालय काम करता रहेगा। प्रत्येक मंत्री और अन्य संबधित क्रमानुसार श्रीनगर से ही काम करते रहेंगे।
हर सप्ताह यहां एक मंत्री मौजूद रहा है।। लोगों को राहत मिलनी चाहिए और उनका काम होना चाहिए। उन्होंने कहा कि दरबार मूव की बहाली जरुरी थी और जिन लोगों ने इस बंद किया या फिर जो इसका विरोध करते थे, उन्हें जम्मू के लोगों ने अपना जवाब दे दिया है। दरबार मूव खुलने के दिन जम्मू के विभिन्न बाजारों को स्थानीय लोगों ने ऐसे सजाया था जैसे कोई समारोह हो रहा है, हमारा जगह जगह स्वागत किया गया।

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