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    नेकां सांसद रूहुल्लाह ने नौगाम विस्फोट पर उठाए सवाल, बोले- 'रिहायशी इलाके में इतना विस्फोटक क्यों, सरकार दे जवाब'

    By Rahul SharmaEdited By: Rahul Sharma
    Updated: Mon, 17 Nov 2025 05:09 PM (IST)

    नेशनल कॉन्फ्रेंस के सांसद रूहुल्लाह मेहदी ने नौगाम विस्फोट पर सवाल उठाते हुए गहन जांच की मांग की है। उन्होंने पूछा कि रिहायशी इलाके में इतना विस्फोटक कैसे पहुंचा और सरकार से स्पष्टीकरण मांगा। 

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    सांसद रूहुल्लाह मेहदी ने निष्पक्ष जांच और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाने की बात कही।

    डिजिटल डेस्क, जागरण, श्रीनगर। नेशनल कॉन्फ्रेंस के लोकसभा सदस्य आगा सैयद रूहुल्लाह ने सोमवार को कहा कि नौगाम पुलिस स्टेशन में हुए आकस्मिक विस्फोट की गहन जांच होनी चाहिए।

    इस आकस्मिक विस्फोट के लिए ज़िम्मेदार चूक की जवाबदेही तय करने की ज़रूरत है। एक रिपोर्ट तैयार की जानी चाहिए और जो भी इस चूक के लिए ज़िम्मेदार पाए जाएं, उन्हें जवाबदेह बनाया जाना चाहिए," रूहुल्लाह ने यह बात यहां एक निजी अस्पताल में घायलों से मिलने के बाद संवाददाताओं से कही। 

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    श्रीनगर से लोकसभा सदस्य सैयद रूहुल्लाह ने कहा कि यह साबित करने के लिए जांच ज़रूरी है कि विस्फोट आकस्मिक था और सरकार के दावे के अनुसार यह कोई आतंकवादी हमला नहीं था। उन्होंने कहा, "कहा जा रहा है कि यह एक दुर्घटना थी। इसे साबित करना जरूरी है और अगर यह साबित हो जाता है कि यह सचमुच यह एक दुर्घटना थी, तो इस घटना के पीड़ितों के साथ न्याय उन लोगों को ज़िम्मेदार ठहराकर किया जाएगा जिनकी लापरवाही के कारण यह हुआ।" 

    नौगाम विस्फोट मामले में बहुत खामियां

    सांसद ने दावा किया कि इस घटना में "बहुत सारी खामियां" थीं। उन्होंने आरोप लगाया, "अत्यधिक विस्फोटक सामग्री को इतनी असंवेदनशीलता से संभाला गया। यही नहीं इतनी बड़ी मात्रा में विस्फोटक एक रिहायशी इलाके में लाया गया और बिना किसी पेशेवर के अव्यवसायिक तरीके से संभाला गया।" 

    उन्होंने आगे कहा, "इससे जान-माल का नुकसान हुआ है। संपत्ति के नुकसान की भरपाई तो की जा सकती है, लेकिन जान के नुकसान की भरपाई नहीं की जा सकती। मौतों का असर सिर्फ़ जान गंवाने वाले व्यक्ति तक ही सीमित नहीं है बल्कि उनके परिवार भी जीवन भर प्रभावित हुए हैं।"

    सांसद ने भाजपा को भी घेरा

    भाजपा के इस आरोप पर कि राजनीतिक पार्टियां इस दुर्घटना पर राजनीति कर रही हैं, रुहुल्लाह ने कहा कि कश्मीर में किसी ने भी इस घटना पर कोई राय बनाने में जल्दबाजी नहीं की। "नेताओं ने नहीं किया और लोगों ने भी नहीं। हालांकि सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए कि यह आतंकी हमला था या नहीं। अगर यह आतंकी हमला नहीं था तो इतनी सारी चूक क्यों हुई?" 

    ...तो सरकार को दोषी ठहराता

    "अगर मुझे राजनीति करनी होती, तो मैं सरकार को दोषी ठहराता। कृपया याद रखें कि सुरक्षा और कानून-व्यवस्था अभी भी उपराज्यपाल के पास है और जिम्मेदारी भी उन्हीं की है।"

    "हम ऐसी घटनाओं पर राजनीति नहीं करते क्योंकि हम पीड़ित हैं। आपने इसे दिल्ली में देखा। एक घटना हुई और कश्मीरियों को निशाना बनाया गया। पहलगाम हमला हुआ और कश्मीर के लोग - मुस्लिम और गैर-मुस्लिम - विरोध करने के लिए सड़कों पर उतर आए, लेकिन भाजपा ने इस आतंकवादी कृत्य को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश करके इस पर भी राजनीति की," उन्होंने दावा किया। 

    वाइट कॉलर माड्यूल की जांच जरूरी

    'वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल' मामले में डॉक्टरों से पूछताछ के सवाल पर, रुहुल्लाह ने कहा कि जांच ज़रूरी है। पर निर्दोष लोगों को बेवजह संदेह के घेरे में नहीं घसीटा जाना चाहिए। केवल शामिल लोगों को ही सज़ा मिलनी चाहिए।" उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए हम चाहते हैं कि जांच पूरी होने से पहले कोई भी निष्कर्ष पर न पहुंचे।’’