J&K Poll : नेकां ने बिछाना शुरु की विधानसभा चुनाव के लिए बिसात, वादी की 47 सीटों के लिए प्रभारी नियुक्त
इश्फाक की पत्नी नुजहत जिला विकास परिषद गांदरबल की अध्यक्ष भी है। हजरतबल का प्रभारी श्रीनगर के पूर्व मेयर और युवा नेकां प्रधान सलमान सागर को बनाया गया है। सलमान सागर के पिता अली मोहम्मद सागर हैं जो खनयार के प्रभारी है।

श्रीनगर, नवीन नवाज : नेशनल कांफ्रेंस ने प्रदेश में निकट भविष्य में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अपनी बिसात तैयार करते हुए हुए वादी के सभी 47 विधानसभा क्षेत्रों के लिए प्रभारी नियुक्त कर साफ कर दिया है कि वह अकेले की चुनाव लड़ेगी। पीपुल्स एलायंस फार गुपकार डिक्लेरेशन पीएजीडी के बैनर तले उसका चुनाव लड़ने का कोई इरादा नहीं है। नेकां की सूची से पीएजीडी के घटकों को ही नहीं डेमोक्रेटिक पार्टी आजाद के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद और प्रदेश कांग्रेस को भी जरुर झटका पहुंचा होगा,क्योंकि यह भी नेकां के साथ चुनावी गठजोड़ की संभावना की उम्मीद में आगे बड़ रहे थे।
केंद्र शासित जम्मू कश्मीर प्रदेश में अगले वर्ष की शुरुआत में विधानसभा चुनाव कराए जाने की संभावना है। प्रदेश में 90 विधानसभा सीटें हैं और इनमें से 47 कश्मीर घाटी में ही हैं। फिलहाल, जम्मू कश्मीर 43 विधानसभा सीटों के प्रभारी घोषित नहीं किए गए हैं।
आज जारी कई विधानसभा क्षेत्रों के प्रभारियों को ही संबधित सीटों पर पार्टी का उम्मीदवार माना जा रहा है। नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष डा फारूक अब्दुल्ला और उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला किसी भी सीट के प्रभारी नहीं हैं,जिससे बाप बेटे के चुनाव न लड़ने की अटकलों ने भी जोर पकड़ लिया है। दोनों पार्टी के चुनाव प्रचार की कमान संभालेंगे। हालांकि उमर अब्दुल्ला ने वर्ष 2020 में ही स्पष्ट कर दिया था कि वह केंद्र शासित जम्मू कश्मीर प्रदेश में जहां मुख्यमंत्री का ओहदा उपराज्यपाल के अधीन होगा, चुनाव नहीं लड़ेंगे।
47 विधानसभा क्षेत्रों के लिए प्रभारियों की सूची जारी : नेशनल कांफ्रेंस के महासचिव अली मोहम्मद सागर ने आज वादी के 47 विधानसभा क्षेत्रों के लिए प्रभारियों की सूची जारी करते हुए कहा कि डा फारूक अब्दुल्ला की सहमति के आधार पर पार्टी के 47 वरिष्ठ नेताओं और पूर्व विधायकों को विधानसभा क्षेत्र प्रभारी बनाया गया है। इन सभी को अपने अपने क्षेत्र में स्थानीय लोगों,पार्टी कार्यकर्ताओं अे साथ लगातार संवाद और संपर्क बनाए रखते हुए संगठन को मजबूत बनाए रखने का निर्देश दिया गया है।
इश्फाक जब्बार ने 2014 में गांदरबल से चुनाव जीता था : आज जारी की गई सूची में गांदरबल के पूर्व विधायक इश्फाक जब्बार और उसके ससुर मोहम्मद सईद अखून का कोई जिक्र नहीं है। मोहम्मद सईद अखून डा फारूक अब्दुल्ला के करीबियो में गिने जाते रहे हैं। वह 1996 में हजरतबल से विधायक चुने गए थे। इश्फाक जब्बार ने 2014 में गांदरबल से चुनाव जीता था,लेकिन बीते तीन साल से वह नेकां से दूरी बनाए हुए हैं और उपराज्यपाल मनाेज सिन्हा के साथ अक्सर देखे जाते हैं। इश्फाक की पत्नी नुजहत जिला विकास परिषद गांदरबल की अध्यक्ष भी है। हजरतबल का प्रभारी श्रीनगर के पूर्व मेयर और युवा नेकां प्रधान सलमान सागर को बनाया गया है। सलमान सागर के पिता अली मोहम्मद सागर हैं जो खनयार के प्रभारी है।
असलम वानी को कुपवाड़ा का प्रभारी बनाया गया है : अली मोहम्मद सागर पूर्व मंत्री हैं और खनयार से तीन बार चुनाव जीत चुके हैं। सलमान सागर को हजरतबल से नेकां का उम्मीदवार माना जा रहा है। नेकां के प्रांतीय प्रधान नासिर असलम वानी को कुपवाड़ा का प्रभारी बनाया गया है। वह अमीराकदल लालचौक विधानसभा क्षेत्र के विधायक रह चुके हैं। उन्हें कुपवाड़ा में भेजे जाने के आधार पर कहा जा रहा है कि वह अब कुपवाड़ा से ही चुनाव लड़ेंगे। वह मूलत: जिला कुपवाड़ा के ही रहने वाले हैं।
नेकां ने कश्मीर में पीएजीडी को नमस्ते कर दी है : कश्मीर मामलों के जानकार आसिफ कुरैशी ने कहा कि आप इस सूची को अंतिम नहीं मान सकते, लेकिन इसे देखकर कोई भी कहेगा कि नेकां ने कश्मीर में पीएजीडी को नमस्ते कर दी है। उसने गुलाम नबी आजाद और कांग्रेस के लिए भी सीट नहीं छोड़ी है। आपको याद होगा कि दो माह पहले नेकां की प्रांतीय समिति की बैठक में एक प्रस्ताव पारित कर अकेले चुनाव लड़ने का फैसला लिया गया था। इसे उसी प्रस्ताव का नतीजा माना जा सकता है।
पीएजीडी के ताबूत में आखिरी कील साबित हो सकती यह सूची : यह सूची पीएजीडी के ताबूत में आखिरी कील साबित हो सकती है। हमें ध्यान रखना चाहिए कि डा फारूक अब्दुल्ला ही पीएजीडी के अध्यक्ष और संरक्षक हैं। राजनीति में कुछ भी असंभव नहीं है और इसलिए इस सूची में बदलाव और पीएजीडी के बैनर तले चुनाव लड़े जाने की संभावना को चुनाव के लिए नामांकन की अंतिम समय सीमा के समाप्त होने तक खारिज नहीं किया जा सकता।
निर्वाचन क्षेत्र और उसके प्रभारी की सूची निम्नानुसार है
1- करनाह: कफील-उर-रहमान
2- त्रेहगाम: सैफुल्लाह मिरो
3- कुपवाड़ा: नासिर असलम वानी (सोगामी)
4- लोलाब: कैसर जमशीद लोन
5- हंदवाड़ा: चौधरी मोहम्मद रमजान
6- लंगेट- शफ़क़त वटाली
7- सोपोर: इरशाद अहमद कारी
8- रफियाबाद- जावेद अहमद
9- उडी: डा सज्जाद उड़ी
10- बारामुला: गुलाम हसन राही
11- टंगमर्ग: फारूक अहमद शाह
12- वगूरा: मोहम्मद याकूब वानी
13-पट्टन: रियाज अहमद बेदार
14- सोनावरी: हिलाल अकबर लोन
15-बांडीपोरा: नज़ीर अहमद मलिक
16- गुरेज (एसटी): नजीर अहमद खान (गुरेजी)
17- कंगन (एसटी): मियां अल्ताफ
18- गांदरबल: गुलाम नबी राथर
19- हजरतबल: सलमान अली सागर
20- खानयार: अली मोहम्मद सागर
21- हब्बाकदल: शमीमा फिरदौस
22- लालचौक: अहसान परदेसी
23- छन्नपोरा: मुश्ताक गुरु
24- जडीबल: तनवीर सादिक
25- ईदगाह: मुबारक गुल
26- बटमालू: इरफान शाह
27- बडगाम: आगा रूहुल्लाह
28- बीरवाह: डा मोहम्मद शफी
29- खान साहब: सैफुद्दीन बट
30- चार-ए-शरीफ: अब्दुल रहीम राथर
31- चाडूरा: अली मोहम्मद डार
32- पांपोर: जस्टिस (सेवानिवृत्त) हसनैन मसूदी
33- त्राल: डा गुलाम नबी बट
34- पुलवामा: मोहम्मद खलील बंड
35- राजपोरा: मोहिउद्दीन मीर
36- ज़ैनपोरा: शौकत गनी
37- शोपियां: शेख मोहम्मद रफीक
38- डी एच पोरा: सकीना इट्ठु
39- कुलगाम: इमरान नबी डार
40- देवसर: फिरोज शाह
41- डुरु: तौकीर अहमद
43- अनंतनाग पश्चिम: अब्दुल मजीद बट (लारमी)
44- अनंतनाग: पीर मोहम्मद हुसैन
45- बिजबेहरा: डा बशीर वीरी
46- अनंतनाग पूर्वी: रियाज खान
47- पहलगाम: अल्ताफ अहमद कालू

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