मुफ्ती ने कार्यकर्ताओं से अमरनाथ तीर्थयात्रियों की सेवा का किया आग्रह, कहा- ये कश्मीरियत दिखाने का सुनहरा मौका
1 जुलाई से शुरू होने वाली वार्षिक अमरनाथ यात्रा के चलते PDP प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को पार्टी कार्यकर्ताओं से आग्रह किया है कि वह अमरनाथ यात्रा का समर्थन करें इसके साथ-साथ तीर्थयात्रियों की सेवा भी करें। मुफ्ती ने दक्षिण कश्मीर में अनंतनाग जिले और गांदरबल से पार्टी के पदाधिकारियों को बुलाया और निर्देश दिए हैं कि वह अपने अपने कार्यकर्ताओं से इस बात की अपील करें। मुफ्ती ने कहा कि यही है हमारी कश्मीरियत दिखाने का सुनहरा मौका।
श्रीनगर, पीटीआई। जम्मू-कश्मीर पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को पार्टी कार्यकर्ताओं से 1 जुलाई से होने वाली वार्षिक अमरनाथ यात्रा का समर्थन व तीर्थयात्रियों की सेवा करने का आग्रह किया।
मुफ्ती ने कहा कि हमने दक्षिण कश्मीर में अनंतनाग जिले और गांदरबल से पार्टी के पदाधिकारियों को बुलाया है, जिससे वे हमारे पार्टी के कार्यकर्ताओं को अमरनाथ यात्रा का समर्थन करने का निर्देश दे सकें।
संवाददाताओं से बातचीत करते हुए मुफ्ती ने कहा कि तीर्थयात्री हमारे मेहमान हैं और उनकी सेवा करना हमारा कर्तव्य भी है और परंपरा भी।
हिंदू-मुस्लिम संबंधों को तोड़ा जा रहा
मुफ्ती ने कहा कि देश भर में हिंदू-मुस्लिम संबंधों को "सांप्रदायिक" करने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन इस समय भी घाटी वो जगह बनी है जिसने देश को भाईचारे का संदेश दिया है।
कश्मीरियत की याद दिलाने का एक सुनहरा मौका
मुफ्ती ने कहा कि आज अमरनाथ यात्रा हमारे लिए एक बार फिर कश्मीरियत की याद दिलाने का एक सुनहरा मौका है। मुफ्ती ने कहा कि मैं अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को इस यात्रा को सफल बनाने और यात्रियों का स्वागत और उनकी हर तरह से मदद करने की अपील करती हूं।
उत्तराखंड में मुसलमानों की दुकानों गिराई जा रही
मुफ्ती ने जोर देते हुए कहा कि उत्तराखंड में मुसलमानों की दुकानों को गिराया जा रहा है।उनके घरों से बेदखल किया जा रहा है। मुसलमानों की धर्म के नाम पर लिंचिंग की जा रही है।
स्थानीय लोगों के लिए सरकार से की अपील
इसे लेकर मुफ्ती ने सरकार से अपील की कि स्थानीय लोगों को कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए क्योंकि वे लोग यात्रा के दौरान लोगों को सुविधा प्रदान कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले साल कई मरीज अस्पतालों तक नहीं पहुंच पाए थे। उनमें कई गर्भवती महिलाएं भी थी, जिन्होंने सड़कों पर बच्चों को जन्म दिया था। इसलिए मैं सरकार से अपील करती हूं कि स्थानीय लोगों को कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए।
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