'देश विरोधी हैं महबूबा मुफ्ती, भारत की तुलना बांग्लादेश से...', रवींद्र रैना ने PDP प्रमुख के खिलाफ कार्रवाई की मांग की
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने भारत की तुलना बांग्लादेश से की है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहा है और भारत में भी यही ...और पढ़ें

राज्य ब्यूरो, जम्मू। प्रदेश भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि बांग्लादेश के हालात की तुलना भारत से करने वाली पीडीपी प्रधान महबूबा मुफ्ती देश विरोधी हैं। सरकार उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे। पार्टी ने आतंकियों से संबंध रखने वाले दो सरकारी कर्मचारियों को नौकरी से निकालने को सही फैसला बताया है।
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रविन्द्र रैना ने महबूबा मुफ्ती के बयान की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि बांग्लादेश के मौजूदा हालात की तुलना भारत से करना पूरी तरह से गलत व निंदनीय है। ऐसे विवादास्पद देशविरोधी बयान देने वाली पीडीपी प्रधान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। वह रविवार को जम्मू में भाजपा के एक कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
'महबूबा के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए'
रैना ने रविवार को कहा कि विश्व में इस समय बांग्लादेश में सबसे अधिक मानवाधिकारों का उल्लंघन हो रहा है। वहां के हालात की तुलना भारत से कभी नहीं की जा सकती है। बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदाय को निशाना बनाकर हमले हो रहे हैं। महिलाओं का अपमान किया जा रहा है।
एक निर्वाचित प्रधानमंत्री को देश से भागने के लिए मजबूर होना पड़ा है। बांग्लादेश के संस्थापक की मूर्तियों को तोड़ दिया गया है। रैना ने कहा कि जम्मू-कश्मीर सरकार को महबूबा के राष्ट्रविरोधी बयान व उनकी साजिशों पर गंभीरता से लेना चाहिए। उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
महबूबा मुफ़्ती ने रविवार को जम्मू में पार्टी कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए थे कि वे लोगों को बांटने के भाजपा के प्रयासों का डटकर मुकाबला करें। महबूबा ने सवाल उठाया था कि बांग्लादेश व भारत में क्या फर्क रह गया है। वहां हमारे हिंदू भाई उत्पीड़न का सामना कर रहे हैं। भारत में अल्पसंख्यकों के साथ भी ऐसा ही होने से क्या अंतर है। हमारे देश को दुनिया भर में धर्मनिरपेक्षता के लिए जाना जाता है।
'भारत की तुलना बांग्लादेश से नहीं की जा सकती'
वहीं विपक्ष के नेता सुनील शर्मा ने भी महबूबा के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है। भाजपा नेता ने कहा है कि विधानसभा चुनाव में हार का सामना करने के बाद वह अपनी पार्टी को फिर से खड़ा करने के लिए ऐसे बयान दे रही हैं। पीडीपी पूरी तरह से खत्म हो गई है।
महबूबा अपनी पार्टी को जीवित करने के लिए मुस्लिमों को भड़काने के लिए ऐसे बयान दे रही हैं। यह लोगों को गुमराह करने की कोशिश है। महबूबा अच्छी तरह से जानती है कि भारत व विशेष तौर पर जम्मू-कश्मीर में मुस्लिम पूरी तरह से सुरक्षित है। भारत की तुलना बांग्लादेश से नहीं की जा सकती है।
वहीं सुनील शर्मा ने आतंकियों से संबंध रखने वाले दो कर्मचारियों को निकालने के उपराज्यपाल के फैसले की सराहना की। उन्होंने कहा कि अलगाववादी मीरवाइज अलगाववाद का समर्थन करते हैं।
उन्होंने हमेशा राष्ट्र-विरोधी तत्वों का पक्ष लिया है। यही कारण है कि वह आतंकियों से संबंध रखने के लिए सरकारी नौकरी से निकाले गए कर्मचारियों को बहाल करने का मुद्दा उठा रहे हैं।

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