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    महबूबा मुफ्ती को रास नहीं आया अफगानिस्तान के साथ संबंध सुधारना, केंद्र सरकार पर जमकर साधा निशाना

    Updated: Sun, 12 Oct 2025 05:40 PM (IST)

    पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने अफगानिस्तान के साथ भारत के संबंधों को सुधारने के प्रयासों की आलोचना की है। उन्होंने भाजपा पर मुसलमानों को निशाना बनाने और तालिबान को गले लगाने का आरोप लगाया। मुफ्ती ने कहा कि मुस्लिम छात्रों की छात्रवृत्ति रद्द करना पाखंड है। उन्होंने सीमाओं के भीतर विश्वास और समानता को बढ़ावा देने पर जोर दिया।

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    महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार पर जमकर साधा निशाना। फाइल फोटो

    राज्य ब्यूरो, जम्मू। पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती को भारत सरकार के अफगानिस्तान के साथ रिश्तों को सुधारने के प्रयास रास नहीं आए हैं। महबूबा ने रविवार को केंद्र की भाजपा नीत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत के मुसलमानों को निशाना बनाते हुए तालिबान शासित अफगानिस्तान को गले लगाना पार्टी के आंतरिक पाखंड की कड़ी याद दिलाता है।

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    उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब भारत ने अफगानिस्तान के साथ अपने संबंधों को बेहतर बनाने का फैसला किया है और अफगान विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी भारत दौरे पर हैं। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में आरोप लगाया कि लव जिहाद, भूमि जिहाद, वोट जिहाद और गाय जिहाद के नाम पर भाजपा ने बार-बार अपनी ही मुस्लिम आबादी को निशाना बनाया है और उन्हें बदनाम करने वाले आख्यान प्रचारित किए हैं।

    साथ ही भाजपा के नेतृत्व में लोकतंत्र की जननी भारत ने जिहाद के अग्रदूत तालिबान को गले लगाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि भारत ने अफगानिस्तान के पुनर्निर्माण के लिए हर तरह की सहायता देने का फैसला किया है जिसमें अफगान छात्रों को शैक्षिक छात्रवृत्ति प्रदान करना भी शामिल है।

    पीडीपी अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि अफ़ग़ानिस्तान के साथ अच्छे संबंधों को बढ़ावा देना रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण हो सकता है लेकिन यह एक भयावह विरोधाभास को जन्म देता है। भारत की अपनी मुस्लिम आबादी जिसने देश की आज़ादी, पहचान और प्रगति में योगदान दिया है, को व्यवस्थित रूप से हाशिए पर रखा जा रहा है।

    उन्होंने आगे कहा कि भाजपा द्वारा मुस्लिम छात्रों के लिए छात्रवृत्ति वापस लेना और मदरसों को बंद करना इस आंतरिक पाखंड की कड़ी याद दिलाता है। महबूबा ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय संबंध बनाए रखना महत्वपूर्ण है लेकिन एक स्थिर और सामंजस्यपूर्ण राष्ट्र की नींव अपनी सीमाओं के भीतर विशेष रूप से अपने अल्पसंख्यक समुदाय के साथ विश्वास, सम्मान और समानता को बढ़ावा देने में निहित है।उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि उम्मीद है बुलडोजर बाबा सुन रहे होंगे!