'धमाके के पीछे कोई आतंकी साजिश नहीं', नौगाम ब्लास्ट पर LG मनोज सिन्हा का बयान; JK पुलिस की ठोकी पीठ
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने नौगाम ब्लास्ट पर कहा कि इसके पीछे कोई आतंकी साजिश नहीं है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर पुलिस की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने व्हाइट कॉलर आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश किया है। सिन्हा ने विस्फोट के पीड़ितों को श्रद्धांजलि अर्पित की और घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए।
-1763297336423.webp)
धमाके के पीछे कोई आतंकी साजिश नहीं- एलजी मनोज सिन्हा
राज्य ब्यूरो, जम्मू। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने देशभर में फैले व्हाइट कॉलक आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश कर कई बड़ी वारदातों को नाकाम करने के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस की सराहना की है। उन्होंने नौगाम पुलिस स्टेशन में हुए आकस्मिक विस्फोट के पीड़ितों को श्रद्धांजलि भी अर्पित की।
सिन्हा ने स्पष्ट किया कि नौगाम में हुए आकस्मिक विस्फोट के पीछे कोई आतंकी साजिश या बाहरी हस्तक्षेप नहीं है। घटना की जांच कानून के अनुसार की जा रही है।
श्री गुरु तेग बहादुर जी के बलिदान के 350 साल पूरे होने को समर्पित नगर कीर्तन को जम्मू से आनंदपुर साहिब रवाना से पहले समारोह को संबोधित करते हुए उपराज्यपाल ने कहा कि हमारे पूजनीय सिख गुरुओं ने अपने अद्वितीय योगदान और बलिदानों से भारत की महानता को सुरक्षित रखा। हमें एक नए भारत के निर्माण के संकल्प के साथ आगे बढ़ना होगा।
देशव्यापी आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़
नगर कीर्तन शनिवार रात को दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिला के मट्टन से जम्मू पहुंचा था। उन्होंने गुरुद्वारा आश्रम में समारोह को संबोधित करते हुए जम्मू-कश्मीर पुलिस की पेशेवर दक्षता और समर्पण की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि पुलिस ने जिस तत्परता से देशव्यापी आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है, उससे कई बड़ी साजिशें नाकाम हुईं और अनगिनत जानें बचाई जा सकीं।
नौगाम पुलिस स्टेशन में विस्फोट की घटना पर शोक व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण आकस्मिक हादसा था, जो गिरफ्तार आतंकियों से बरामद विस्फोटक सामग्री के नमूने एकत्र करते समय हुआ। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्यवश, हमने जम्मू-कश्मीर पुलिस के बहादुर जवानों और अधिकारियों को खो दिया। मैं पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।
नमूना संग्रह की प्रक्रिया पिछले दो दिनों से जारी थी और इसमें किसी आतंकी साजिश या बाहरी हस्तक्षेप का कोई कोण नहीं है।
हादसे में 9 लोगों की मौत
बता दें कि गत शुक्रवार रात हुए इस हादसे में नौ लोगों की मौत हो गई और 32 अन्य, जिनमें ज्यादातर पुलिसकर्मी थे, घायल हुए। उन्होंने कहा कि घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
जब फॉरेंसिक टीम 10 नवंबर को दिल्ली के लाल किले के पास हुए ब्लास्ट में इस्तेमाल विस्फोटक सामग्री का नमूना इकट्ठा कर रही थी, तभी रात 11:20 बजे विस्फोट हो गया, जिसमें पुलिस और राजस्व विभाग के अधिकारियों सहित कई लोगों की जान चली गई।
उन्होंने कहा कि इस मामले में हुई जांच ने एक पैन-इंडिया आतंकी नेटवर्क का पर्दाफाश किया है, जिससे कई संभावित आतंकी घटनाओं को रोका जा सका। उन्होंने श्री गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं शहादत वर्षगांठ पर नमन करते हुए गुरु जी के जीवन, बलिदान और आदर्शों को स्मरण किया।
उन्होंने कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर जी त्याग, मानवता और सार्वभौमिक भाईचारे के प्रतीक थे, और आज उनके आदर्शों शांति, सद्भाव और धार्मिक स्वतंत्रता को अपनाने का संकल्प लेना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि गुरु तेग बहादुर जी ने समाज में नई चेतना और उम्मीद की किरण जगाई। गुरु जी के आदर्श हमारे लिए पवित्र तीर्थ समान हैं।
उन्होंने देश में निस्वार्थ सेवा और अटूट संकल्प की भावना को जागृत किया। उपासना और आध्यात्मिक नेतृत्व की परंपरा पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि सिख गुरुओं के महान बलिदान और योगदान ने भारत की संस्कृति, अस्मिता और गौरव को सदियों तक अक्षुण्ण रखा।
उन्होंने कहा कि भारत आज भी पूरी शक्ति और गर्व के साथ खड़ा है, बाहरी आक्रमणों और आर्थिक चुनौतियों के बावजूद। हमें अपने सपनों के नए भारत के निर्माण के संकल्प पर दृढ़ रहना होगा। नगर कीर्तन में डेरा नंगाली साहिब के महंत मंजीत सिंह, ऑल जेके सिख कोआर्डिनेशन कमेटी के चेयरमैन अजीत सिंह, डीजीपीसी के सदस्य, विभिन्न धार्मिक संगठनों के प्रमुख और बड़ी संख्या में संगत मौजूद रही।
इसके अलावा विधायक डा. नरेंद्र सिंह रैना और विक्रम रंधावा, डिविजनल कमिश्नर जम्मू रमेश कुमार, आइजी पुलिस जम्मू भीम सेन टूटी, डीआईजी जम्मू-सांबा-कठुआ रेंज शिव कुमार शर्मा, पुलिस व सिविल प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी और गणमान्य नागरिक भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।