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    अब नए तरीके से जिहाद फैलाने में जुटे लश्कर और जैश-ए-मोहम्मद, पाकिस्तान से कश्मीरी युवाओं को ऐसे कर रहे टारगेट

    Updated: Thu, 24 Jul 2025 08:26 AM (IST)

    लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद ने आईएसआई के साथ मिलकर आतंकी गतिविधियां बढ़ा दी हैं। लश्कर ने युवाओं को भड़काने के लिए एक टीवी चैनल शुरू किया है जबकि जैश और लश्कर के कमांडर सोशल मीडिया पर जिहादी वीडियो फैला रहे हैं। सुरक्षाबल इन संगठनों की हरकतों पर कड़ी नजर रख रहे हैं। सांबा सेक्टर के सामने नारोवाल में एक नया आतंकी प्रशिक्षण शिविर भी शुरू किया गया है।

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    लश्कर-जैश ने जिहाद के नाम पर शुरू किया टीवी चैनल (File Photo)

    नवीन नवाज, श्रीनगर। प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के संरक्षण में एक बार फिर अपनी जिहादी गतिविधियां शुरू कर दी हैं।

    लश्कर ने कश्मीर में जिहाद के नाम पर पाकिस्तान और गुलाम जम्मू-कश्मीर में लोगों को भड़काने व युवाओं की आतंकी भर्ती के लिए सीमा पार एक टीवी चैनल शुरू किया है।

    इसके साथ ही लश्कर और जैश के कमांडर जिहादी वीडियो तैयार कर उसे यू-ट्यूब, इंस्टाग्राम और टेलीग्राम समेत इंटरनेट मीडिया के विभिन्न माध्यमों से अग्रेषित कर रहे हैं।

    यही नहीं, दोनों आतंकी संगठनों ने अपने नये ट्रेनिंग कैंप भी शुरू किए हैं और इनमें एक नया कैंप कथित तौर पर जम्मू संभाग के सांबा सेक्टर के सामने पाकिस्तान के नारोवाल क्षेत्र में शुरू किया गया है।

    आतंकी संगठनों पर सुरक्षाबलों की पैनी नजर

    वहीं, पाकिस्तान और उसके आतंकी संगठनों की हर हरकत पर भारतीय सुरक्षाबल की पैनी नजर है। संबंधित सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान और गुलाम जम्मू-कश्मीर के विभिन्न भागों में लश्कर और जैश के विभिन्न कमांडर आए दिन रैलियां कर रहे हैं।

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    वे कश्मीर में मुठभेड़ में मारे जाने वाले आतंकियों के परिजनों से भी मिल रहे हैं और उन्हें सार्वजनिक सभाओं में सम्मानित कर रहे हैं। लोगों के बीच अपनी पैठ मजबूत करने और उनमें कश्मीर के मुद्दे पर भारत विरोधी जिहादी मानसिकता विकसित करने के लिए एक टीवी चैनल भी शुरू किया गया है।

    जेकेयूएम के बैनर तले शुरू किया टीवी चैनल

    बताया जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर यूनाइटेड मूवमेंट (जेकेयूएम) के बैनर तले यह टीवी चैनल शुरू किया गया है। दिखावे के लिए जेकेयूएम एक मजहबी व राजनीतिक संगठन है, लेकिन यह लश्कर के मूल संगठन जमातुल दावा का एक हिस्सा है।

    इस टीवी चैनल में कश्मीर में मारे गए आतंकियों और उनके परिजनों पर आधारित कार्यक्रम भी पेश किए जा रहे हैं।

    कश्मीरी युवाओं तक भी पहुंचाए जा रहे वीडियो सूत्रों ने बताया कि टीवी चैनल शुरू करने के अलावा आइएसआइ ने लश्कर और जैश के नामी कमांडरों व इन दोनों संगठनों से जुड़े विभिन्न उलेमाओं के भी कश्मीर के संदर्भ में जिहादी भाषणों के विभिन्न वीडियो और ऑडियो संदेश तैयार कर उन्हें इंटरनेट मीडिया के विभिन्न माध्यमों से प्रसारित करना शुरू कर दिया है।

    इसके अलावा इन भाषणों को जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकियों व उनके ओवरग्राउंड वर्करों के माध्यम से और इंटरनेट मीडिया पर सक्रिय जिहादी तत्वों द्वारा कश्मीरी युवाओं तक पहुंचाया जा रहा है।

    बॉर्डर पर बनाए गए नए ट्रेनिंग कैंप

    अंतरराष्टीय सीमा के पार नापाक गतिविधियां फिर शुरू सूत्रों ने बताया कि सिर्फ लोगों में कश्मीर जिहाद का दुष्प्रचार ही नहीं चलाया जा रहा है बल्कि जैश और लश्कर ने अपने पुराने ट्रेनिंग कैंपों को पूरी तरह सक्रिय करने के अलावा अपने कुछ नए प्रशिक्षण कैंप भी शुरू किए हैं।

    नए कैंप अंतरराष्ट्रीय सीमा के साथ सटे इलाकों में स्थापित किए जा रहे हैं, जहां पाकिस्तानी सेना के स्पेशल स्ट्राइक ग्रुप और बैट दस्तों द्वारा चुनिंदा आतंकियों को ट्रेनिंग देने की तैयारी है।

    ऐसा ही एक कैंप सांबा सेक्टर में अंतरराष्टीय सीमा के पार पाकिस्तान के नारोवाल में शुरू किया गया है। इस कैंप में जैश का कैडर प्रशिक्षित हो रहा है।