सोशल मीडिया पर वायरल हुई कश्मीर की नन्ही आमिना की कहानी, पहलगाम की आरू वादी में कबीर खान को मिली फिल्म थीम
सोशल मीडिया पर कश्मीरी बच्ची आमिना की कहानी वायरल हो रही है। आमिना की कहानी पहलगाम की आरू वादी से जुड़ी है, जहाँ कबीर खान को एक फिल्म की थीम मिली। यह ...और पढ़ें

आमिना क्रिकेट खेलती है और स्मृति मंधाना को अपना आदर्श मानती है।
जागरण संवाददाता, श्रीनगर। अपनी फिल्मों की शूटिंग करने के लिए घाटी का रुख करने वाले अकसर बालीवुड से लोग यहां फिल्माई जाने वाली फिल्मों की थीम व विषय लेकर आतें हैं और फिर यहां के हसीन नजारों के बीच उनको फिल्माते हैं। इस बीच उनमें से कुछ को यहीं पर अपनी फिल्मों व कहानियों का थीम या विषय मिल जाता हैं।
एेसा ही कुछ फिल्म निदेशक कबीर खान के साथ हुआ। घाटी के अपने दौरे के दौरान बजरंगी भाईजान फिल्म के निदेशक कबीर खान की भेंट पहलगाम के आरू वादी में अपने हाथों में बल्ले से शार्ट मारती, वहीं की रहने वाली एक 8 वर्षीय बच्ची आमिना की भेंट हुई। संक्षिप्त बातचीत के दौरान उसने इस नन्ही सी बच्ची के दिल में पल रहे एक बड़े सपने को सामने लाई।
स्थानीय सरकारी स्कूल में तीसरी कक्षा की छात्रा आमिना ने अपने नन्हे हाथों में बल्ला घुमाते हुए कहा कि वह बड़े होकर क्रिकेटर बनना चाहती है और महिला क्रिकेट स्टार स्मृति मंधाना की तरह बनना चाहती है। पहलगाम के इस सुदूर गांव में एक साधारन परिवार में जन्मी नन्ही आमिना का क्रिकेट स्टार बनने के सपने ने उसकी मासूमियत बल्कि उसके दृढ़ संकल्प, आशा और आत्मविश्वास की एक खूबसूरत तस्वीर के रूप में उभारा।
यही नहीं कबीर खान ने उससे प्रभावित होकर नन्ही आमिना से भेंट के उस पल को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा कर लिखा, कैमरे के साथ घाटी में यात्रा करना अक्सर जादुई पल लाता है। मैं आरू वैली में नन्ही आमिना से मिला। वह क्रिकेट खेलती है और स्मृति मंधाना को अपना आदर्श मानती है।
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मंधाना ने पोस्ट पर प्यार भरी प्रतिक्रिया दी
वह चाहती थी कि उसका संदेश उसकी पसंदीदा क्रिकेटर स्मृति मंधाना तक पहुंचाया जाए। इस खूबसूरत कहानी को तब और मजबूती मिली जब भारतीय महिला क्रिकेट टीम की स्टार स्मृति मंधाना ने पोस्ट पर प्यार भरी प्रतिक्रिया दी। कबीर खान की पोस्ट का जवाब देते हुए, उन्होंने अपनी ओर से आरू घाटी की इस छोटी चैंपियन के लिए अपना प्यार जाहिर किया। पोस्ट में, मंधाना ने छोटी लड़की अमीना के लिए लिखा कि वह उसके सपने पूरे होने के लिए प्रार्थना कर रही हैं।
अपनी मनपसंद क्रिकेटर की तरफ से ढेर सारे प्यार और शुभकामनाओं के रूप में वो जवाब के बाद से जहां नन्ही आमिना फूले नहीं समा रही है। वहीं इस सुखद घटना के बाद से पहलगाम एक बार फिर सुर्खियों में है। आमिना ने कहा, मैं कबीर सर का शुक्रिया अदा करती हूं कि उन्होंने मेरा हौसला बढ़ाया और मेरा पैगाम मेरी फेवरेट क्रिकेटर स्मृति वंधाना तक पहुंचा। मेरे लिए इससे भी बड़ी खुशी की बात यह है कि मंधाना जी ने मेरे लिए प्यार और दुआएं भेजी।
मैं चाहती हूं कि मंधाना मेरे गांव आए
आमिना ने कहा, मैं चाहती हूं कि मंधाना मेरे गांव आए। मेरा गांव बहुत खूबसूरत है। मैं टूरिस्टों से भी कहना चाहती हूं कि वह भी यहां आए। उन्हें यहां आकर बहुत अच्छा लगेगा। हां लेकिन यहां हमें खेलकूद के लिए अभी ज्यादा सहूलियतें नही है। मैं क्रिकेट खेलती हूं। मुझे स्मृति मंधाना की तरह क्रिकेट स्टार बनना है। मैं अक्सर टेलीविज़न पर स्मृति मंधाना के मैच देखती थी।
उनका खेल देखने के बाद मैं उनकी फैन बन गईं और इस जुनून ने मुझे क्रिकेटर बनने के लिए प्रोत्साहित किया। इसी सपने को सच साबित करने के लिए मैं मेहनत करती हूं। मेरे गांव में कोई खेल का मैदान नही है। मैं गांव के दूसरे बच्चों के साथ यहां गांव के गली मोहल्लों या नदी किनारे घास के मैदान में खेलती हूं। मैं सरकार से यहां एक क्रिकेट स्टेडियम बनाने का आग्रह करती हूं ताकि मेरी तरह यहां के बाकी के बच्चों को अपने सपने सच करने का मौका मिले।
खूब ट्रेंड कर रही आमिना की कहानी
कबीर खान द्वारा सोशल मीडिया पर साझा की गई आमिना की कहानी खूब ट्रेंड कर रही है। यह न केवल सोशल मीडिया यूजर्स के लिए एक आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। बलकि इस कहामी ने आमिना की तरह अपनी आंखों में आगे बढ़ने और कुछ कर दिखाने के सपने संजोए हुए युवाओं विशेषकर युवा लड़कियों के लिए उम्मीद, उम्मीद की पहचान और आत्मविश्वास के एक चमकते उदाहरण के रूप में सामने आई है, जो यह मैसेज देती है कि 'हर बच्चे को सपने देखने और उन्हें पूरा करने का अधिकार है भले ही संसाधन सीमित हों।

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