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    सावधान! कश्मीर में घटिया क्वालिटी के इलेक्ट्रिक कंबल आग की वारदाओं के मुख्य कारण, अग्निशमन विभाग ने दी चेतावनी

    By Raziya Noor Edited By: Rahul Sharma
    Updated: Wed, 10 Dec 2025 04:22 PM (IST)

    श्रीनगर में अग्निशमन विभाग ने चेतावनी दी है कि कश्मीर में घटिया क्वालिटी के इलेक्ट्रिक कंबल आग की वारदातों का मुख्य कारण हैं। विभाग ने लोगों से सतर्क ...और पढ़ें

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    अच्छी गुणवत्ता वाले कंबलों को भी 10 से 15 मिनट के भीतर बंद कर देना चाहिए। फाइल फोटो।

    जागरण संवाददाता, श्रीनगर। अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवा अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि कश्मीर में आग लगने की घटनाओं के पीछे घटिया गुणवत्ता वाले इलेक्ट्रिक कंबलों का व्यापक उपयोग एक प्रमुख कारण बन गया है।

    श्रीनगर और कई अन्य जिलों में सर्दियों के महीनों में ऐसी दुर्घटनाओं में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। संबंधित अधिकारियों ने बताया कि हाल ही में आग लगने की कई घटनाओं की जांच में पता चला है कि कई घरों में आग लगने का कारण खराब इलेक्ट्रिक कंबल थे।

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    उनके अनुसार, कम गुणवत्ता वाले हीटिंग उपकरणों का लंबे समय तक और लापरवाही से उपयोग ठंड के मौसम में घरों को आग के जाल में बदल रहा है।लोग इन कंबलों को घंटों या पूरी रात चालू छोड देते हैं। एक वरिष्ठ अग्निशमन अधिकारी ने बताया, जब सामग्री घटिया होती है, तो आंतरिक हीटिंग प्लेटें ज़्यादा गरम हो जाती हैं, इन्सुलेशन कमज़ोर हो जाता है, और अंततः कंबल आग का कारण बन जाता है।

    सोने से पहले बिस्तर को गर्म करने के लिए करें इस्तेमाल

    विभाग ने जनता को सलाह दी है कि वे इलेक्ट्रिक कंबलों का उपयोग केवल सोने से पहले बिस्तर को गर्म करने के लिए करें और सोने के बाद उन्हें पूरी तरह से बंद कर दें। अधिकारी ने कहा, इलेक्ट्रिक कंबलों का लगातार उपयोग नहीं करना चाहिए। अच्छी गुणवत्ता वाले कंबलों को भी 10 से 15 मिनट के भीतर बंद कर देना चाहिए।

    संबंधित सेवा अधिकारियों ने बताया कि स्थानीय बाजारों में बिकने वाले अधिकांश घटिया इलेक्ट्रिक कंबलों में घटिया तार और इन्सुलेशन का उपयोग किया जाता है जो बार-बार गर्म होने से जल्दी खराब हो जाते हैं। वोल्टेज में उतार-चढ़ाव, पुराने घरेलू तार और कटऑफ सुरक्षा की कमी आग लगने की संभावना को और बढ़ा देती है।

    बताया कैसे लग सकती है इलेक्ट्रिक कंबल में आग

    एक अन्य अधिकारी ने कहा, “एक बार जब आंतरिक तार असमान रूप से गर्म होने लगते हैं, तो कपड़ा धीरे-धीरे सूखकर भंगुर हो जाता है। इससे चिंगारी निकलती है और सबसे खराब स्थिति में आग लग जाती है।अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर और घाटी के अन्य हिस्सों में आग लगने की घटनाओं के बाद मौके पर निरीक्षण और प्रारंभिक आकलन के दौरान कई मामले सीधे तौर पर अत्यधिक गर्म इलेक्ट्रिक कंबलों से जुड़े पाए गए।

    एक अधिकारी ने बताया, 'जिन कई घरों तक हम पहुंचे, वहां आग फैलने के बाद भी कंबल प्लग में लगे हुए थे। उन्होंने निवासियों से आग्रह किया कि जलने की गंध, अनियमित हीटिंग या खुले तारों वाले किसी भी कंबल को तुरंत फेंक दें। विभाग ने इलेक्ट्रिक कंबलों को कसकर मोड़ने, उन पर भारी भार रखने या गीली सतहों पर उनका उपयोग करने से भी मना किया, क्योंकि ऐसी प्रथाओं से आंतरिक प्रणालियों को नुकसान पहुंचता है और आग लगने का खतरा बढ़ जाता है।

    अग्निशमन और आपातकालीन सेवाओं ने जनता से अपील की है कि तापमान में और गिरावट आने पर सतर्क रहें और चेतावनी दी है कि लापरवाही से जान-माल का नुकसान हो सकता है।