कश्मीर में छेड़छाड़-दुष्कर्म के झूठे मामलों में फांस छह माह में लूटे 40 लाख, तीन गिरफ्तार
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि 27 सितंबर को दलवान चरार ए शरीफ बडगाम के रहने वाले नजीर अहमद राथर ने शरेगढ़ी श्रीनगर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसे कुछ दिन पूर्व सबा नामक एक महिीला का फोन आया।

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : पुलिस द्वारा पकड़े गए सेक्सटार्शन (किसी को छेड़खानी या दुष्कर्म के झूठे मामले में फांस उससे पैसा ऐंठना) गिरोह ने बीते छह माह के दाैरान कई लोगों को फांस उनसे करीब 40 लाख रूपये वसूले हैं। पुलिस के मुताबिक, मामले की जांच जारी है और इस गिरोह के कुछ और भुक्तभोगी सामने आ रहे हैं। पुलिस ने बीते बुधवार को ही सेक्सटार्शन गिरोह की एक महिला को उसके पति एक व अन्य सहयोगी समेत गिरफ्तार किया है।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि 27 सितंबर को दलवान चरार ए शरीफ बडगाम के रहने वाले नजीर अहमद राथर ने शरेगढ़ी, श्रीनगर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसे कुछ दिन पूर्व सबा नामक एक महिीला का फोन आया। महिला ने उसे किसी काम का हवाला देते हुए मिलने के लिए मजबूर किया।
चालाकी से फांसते थे लोगों को : नजीर के मुताबिक, वह सबा के कहने पर उससे मिलने के लिए बख्शी स्टेडियम श्रीनगर के पास पहुंचा। सबा उसे वहां से अपने रेक चौक बटमालू में अपने कमरे में ले गई। कमरे में ले जाकर सबा ने उस पर छेड़खानी का आरोप लगाते हुए शोर मचाना शुरु कर दिया। कुछ ही देर में तीन युवक कमरे के भीतर दाखिल हो गए। उन्होंने जबरन उसका एक वीडियो तैयार किया और उसके बाद वह उसे ब्लैकमेल करने लगे। उन्होंने उससे एक मोटी रकम भी ली है और उसके बाद भी लगातार पैसा मांग रहे हैं। गिरोह ने उससे आठ लाख रूपये लिए थे।
छह माह से सक्रिय था यह गिरोह : नजीर की लिखित शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच की गई। शिकायत को सही पाया गया और पुलिस ने शायस्ता बशीर उर्फ सबा पत्नी एजाज अहमद गनईन निवासी गलवानपोरा, एजाज अहमद गनई निवासी गलवानपोरा और जहांगीर अहमद डार निवासी हंदवाड़ा को गिरफ्तार कर लिया। एजाज अहमद गनई रिश्ते में शायस्ता उर्फ सबा का पति है। प्रवक्ता ने बताया कि यह गिरोह बीते छह माह से सक्रिय था। गिरोह पहले अपने शिकार को उसकी सामाजिक-आर्थिक हैसियत के आधार पर चिह्नित करता था। उसके बाद शायस्ता उर्फ सबा उसके साथ संपर्क करती और फिर उसे अपने घर में बुलाती। इसके बाद उसका पति और उसके अन्य साथी वहां आ धमकते और फिर ब्लैकमेल का खेल शुरु हो जाता था। गिरोह ने इस तरह कई लोगों से 40 लाख रूपये वसूल किए हैं।

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