Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जम्मू-कश्मीर में चुनाव की तैयारियों का जायजा लेना आएंगे EC के सदस्य, राजनीतिक दलों के साथ करेंगे बैठक

    जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव (Jammu Kashmir Vidhan Sabha Election) की हलचल के बीच चुनाव आयोग कल जायजा लेने पहुंचेगा। 8 अगस्त से 10 अगस्त तक चुनाव आयोग जम्मू-कश्मीर का दौरा करेगा और इस दौरान राजनीतिक दलों के साथ-साथ प्रमुख अधिकारियों के साथ बैठक करेगा। इस दौरे पर मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के साथ अन्य दो चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और एसएस संधु भी होंगे।

    By naveen sharma Edited By: Nitish Kumar Kushwaha Updated: Wed, 07 Aug 2024 12:56 PM (IST)
    Hero Image
    विधानसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने कल जम्मू-कश्मीर पहुंचेगा चुनाव आयोग (जागरण फाइल फोटो)

    राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों की तैयारियां जायजा लेने के लिए भारतीय चुनाव आयोग कश्मीर पहुंच रहा है। आठ अगस्त यानी गुरुवार को चुनाव आयोग कश्मीर में पहुंचकर विधानसभा चुनाव को लेकर जांच-पड़ताल करेगा।

    गुरुवार को आयोग प्रदेश के सभी प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से भेंट कर, विधानसभा चुनावों के संदर्भ में उनकी भी राय लेगा।

    2014 में आखिरी बार हुए थे विधानसभा चुनाव

    उल्लेखनीय है कि जम्मू कश्मीर में अंतिम बार विधानसभा चुनाव वर्ष 2014 में हुए थे। उस समय जम्मू कश्मीर और लद्दाख एक ही राज्य थे।

    पांच अगस्त 2019 को संसद में पारित जम्मू कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम के तहत 31 अक्टूबर को जम्मू कश्मीर राज्य दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में पुनर्गठित हुआ। केंद्र शासित जम्मू कश्मीर में पहली बार विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यह भी पढ़ें: Jammu Kashmir: 7 अगस्त को विपक्षी दलों की बैठक में भाजपा को घेरने की तैयारी, फारूक अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती भी होंगे शामिल

    10 अगस्त तक जम्मू-कश्मीर के दौरे पर रहेगा ECI

    जम्मू कश्मीर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने मंगलवार को सभी राजनीतिक दलों को पत्र लिखकर चुनाव आयोग के साथ बैठक के लिए आमंत्रित किया है। प्रत्येक राजनीतिक दल को आयोग के साथ मुलाकात के लिए अलग-अलग समय दिया गया है।

    मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के नेतृत्व में आयोग 8 से 10 अगस्त तक जम्मू-कश्मीर के दौरे पर रहेगा। सुप्रीम कोर्ट ने 30 सितंबर 2024 से पूर्व जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराने के लिए कहा है। मौजूदा समय में चुनाव आयोग जम्मू-कश्मीर चुनावी तैयारियों में ही लगा हुआ है। प्रदेश में मतदाता सूचियों की पुनरीक्षण प्रक्रिया जारी है।

    राजीव कुमार के साथ दोनों आयुक्त भी आ रहे

    मुख्य चुनाव आयुक्त के साथ दोनों चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और एसएस संधु भी आ रहे हैं। उल्लेखनीय है कि गत मार्च में राजीव कुमार ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के अपने दौरे में जल्द ही विधानसभा चुनाव कराए जाने का यकीन दिलाया था।

    उस समय वह आयोग में अकेले ही थे जबकि चुनाव आयुक्त के अन्य दोनों पद रिक्त थे। ज्ञानेश कुमार और एसएस संधु को लोकसभा चुनाव से कुछ दिन पहले ही चुनाव आयुक्त बनाया गया।

    लोकसभा चुनाव में जम्मू कश्मीर में रिकॉर्ड मतदान को देखते हुए राजीव कुमार ने कहा था कि लोकसभा चुनाव में जम्मू कश्मीर के मतदाताओं की उत्साहजनक भागीदारी जल्द ही होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर बहुत सकारात्मक है। यह जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र को मजबूत बनाती है।

    यह भी पढ़ें: विधानसभा चुनाव से पहले जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल हो, मीर की बड़ी मांग, बोले- प्रशासन व लोगों के बीच संपर्क नहीं

    प्रमुख अधिकारियों के साथ भी बैठक करेगा ECI

    जम्मू कश्मीर के अपने तीन दिवसीय दौरे के दौरान चुनाव आयोग सभी जिला चुनाव अधिकारियों और जिला पुलिस प्रमुखों के साथ बैठक कर, प्रदेश में विधानसभा चुनाव तैयारियों का जायजा लेगा। इसके अलावा चुनाव आयोग जम्मू-कश्मीर पुलिस महानिदेशक और जम्मू कश्मीर के मुख्य सचिव से भी मुलाकात करेगा।

    चुनाव आयोग 10 अगस्त को जम्मू पहुंचेगा और वहां विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के साथ एक बैठक करने के बाद पत्रकारों को भी संबोधित कर, उन्हें चुनावी तैयारियों के संदर्भ में जानकारी उपलब्ध कराएगा।

    इस बीच, चुनाव प्रक्रिया की तैयारियों में शामिल सूत्रों ने बताया कि परिस्थितियों के अनुकूल रहने पर जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव लगभग पांच चरणों में करीब डेढ़ माह की अवधि में कराए जाएंगे।

    जम्मू कश्मीर में 90 विधानसभा सीटों के लिए मतदान होगा । इनमें से जम्मू प्रांत में 43 और कश्मीर प्रांत में 47 विधानसभा सीटें हैं।

    यह भी पढ़ें: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव को लेकर ECI का बड़ा फैसला, 3 साल से एक जगह तैनात अधिकारियों के ट्रांसफर के निर्देश