श्रीनगर में मोहर्रम जुलूस में लहराए गए हिजबुल्लाह के झंडे, लगाए गए भड़काऊ नारे; हिरासत में करीब दो दर्जन लोग
श्रीनगर में हिजबुल्लाह के झंडे लहराने और इजरायल तथा अमेरिका के खिलाफ भड़काऊ नारेबाजी करने के आरोप में पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। ऐसी खबर है कि इस मामले में करीब दो दर्जन लोगों को हिरासत में लिया गया है। जिन लोगों को हिरासत में लिया गया है। उन्हें छुड़ाने की भी मांग की गई है।

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। मोहर्रम के जुलूस में गत सोमवार को हिजबुल्लाह के झंडे लहराने और इजरायल व अमेरिका के खिलाफ भड़काऊ नारबोजी के आरोप में पुलिस ने लगभग दो दर्जन शिया मातमियों को हिरासत में लिया है।
अलबत्ता, पुलिस ने किसी को हिरासत में लिए जाने की पुष्टि से इनकार करते हुए कहा है कि इस संदर्भ में एक मामला दर्ज कर छानबीन की जा रही है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला, पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने शिया मातमियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की आलोचना की और हिरासत में लिए गए लोगों को तत्काल रिहा करने की मांग की है। सोमवार को श्रीनगर के गुरुबाजार से डलगेट तक आठ मोहर्रम का जुलूस निकला था।
शर्त के साथ दी थी जुलूस निकालने की अनुमति
यादगार-ए-हुसैन कमेटी द्वारा आयोजित इस जुलूस को प्रशासन ने इसी शर्त पर अनुमति दी थी कि कोई राजनीतिक या भड़काऊ नारेबाजी नहीं होगी। जुलूस में ऐसा कुछ नहीं होगा, जिससे कानून व्यवस्था बिगड़े या अलगाववादी तत्वों को शह मिले।
इसके बावजूद जुलूस में हिजबुल्लाह के झंडे लहराए गए, गाजा में इजरायल की कार्रवाई के खिलाफ नारे लगे। फलस्तीन का झंडा लहराया गया, इजरायल के प्रधानमंत्री की तस्वीरों वाले पोस्टर जमीन पर बिछाकर उसे पैरों से कुचला गया, अमेरिका और इजरायल के खिलाफ नारबोजी हुई।
मोहर्रम के जुलूस में हुई इन गतिविधियों का पुलिस ने संज्ञान लिया और कोठीबाग पुलिस स्टेशन में गैर कानूनी गतिविधियों की रोकथाम अधिनियम के विभिन्न प्रविधानों के तहत एफआइआर दर्ज की गई है।
पुलिस अधिकारियों ने एफआइआर दर्ज किए जाने की पुष्टि करते हुए बताया कि जो नारेबाजी हुई है और जिस तरह के ध्वज लहराए गए हैं, उससे हालात बिगड़ने की पूरी आशंका है। यह कुछ तत्वों द्वारा जानबूझकर किए जाने की संभावना से परे नहीं हो सकता।
सांसद आगा सैयद रुहुल्ला ने क्या कहा
उन्होंने एफआइआर में नामजद लोगों या फिर इस मामले में किसी को हिरासत में लिए जाने की पुष्टि नहीं की है। इस बीच, नेशनल कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ नेता और श्रीनगर के सांसद आगा सैयद रुहुल्ला ने कहा कि पुलिस ने फलस्तीन के लोगों समर्थन में नारेबाजी करने वाले कई युवकों को गिरफ्तार किया है।
यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर, पीड़ितों के प्रति संवेदना और समर्थन जताने पर आघात है। पुलिस को इन सभी युवकों को रिहा करना चाहिए।
पीडीपी अध्यक्ष अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि पूरी दुनिया में फलस्तीन के लोगों के हक में नारे लगते हैं, जुलूस निकलते हैं, लेकिन यहां तो कश्मीर में किसी को फलस्तीन के बारे में बात करने की इजाजत नहीं दी जा रही है। यहां फलीस्तीन का झंडा उठाने पर भी पाबंदी लगाई जा रही है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष क्या बोले
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने भी जडीबल में आशूरा के जुलूस मे भाग लेने के दौरान कहाक कि पुलिस को शिया मातमियों को गिरफ्तार नहीं करना चाहिए।
यहां मुस्लिमों केा निशाना बनाना, उन्हें किसी भी बात पर प्रताड़ित करना अब एक सामान्य बात हो चली है। पुलिस सिर्फ मुस्लिमों के प्रति ही ऐसा व्यवहार करती है, अन्य धार्मिक संगठनों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती।
यह भी पढ़ें- Encounter in Doda: जम्मू-कश्मीर के डोडा में चौथे दिन भी मुठभेड़ जारी, आतंकियों की गोलीबारी में दो जवान घायल
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।