निवेश से आत्मनिर्भरता की ओर जम्मू-कश्मीर, वित्त वर्ष की छिमाही में 1752 करोड़ का हुआ निवेश; हजारों लोगों को मिला रोजगार
जम्मू-कश्मीर में वित्त वर्ष के पहली छमाही में ही 1752.10 करोड़ रुपये का निवेश (Investment in Jammu-Kashmir) हुआ है। इससे 2540 छोटे बड़े उपक्रम स्थापित किए गए हैं जिनमें 19926 शिक्षित व कुशल युवाओे को प्रत्यक्ष रोजगार सुनिश्चित हुआ है। पूर्व वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान जम्मू कश्मीर में 2153.45 करोड़ रूपये का निवेश हुआ है जो बीते एक दशक के दौरान सबसे ज्यादा है।

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर।Jammu-Kashmir News: जम्मू कश्मीर में सुधरते हालात और बहाल होती शांति का असर अब कारोबारी गतिविधियों में नजर आने लगा है। मौजूदा वित्त वर्ष के पहली छमाही में ही 1752.10 करोड़ रुपये का निवेश (Investment in Jammu-Kashmir) हुआ है। इससे 2540 छोटे बड़े उपक्रम स्थापित किए गए हैं जिनमें 19926 शिक्षित व कुशल युवाओे को प्रत्यक्ष रोजगार सुनिश्चित हुआ है।
72,874 रोजगार के और अवसर होंगे पैदा
इन इकाइयों में से 2329 प्रधानमंत्री रोजगार गारंटी कार्यक्रम पीएमईजीपी के तहत स्थापित किया गया है। इसके अलावा, 14940 करोड़ रुपये के प्रस्तावित निवेश के साथ 1072 इकाइयों के लिए प्रीमियम प्राप्त हुआ है। इनमें और 72,874 रोजगार के अवसर पैदा होंगे। इससे पूर्व वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान जम्मू कश्मीर में 2153.45 करोड़ रूपये का निवेश हुआ है जो बीते एक दशक के दौरान सबसे ज्यादा है।
स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि और पर्यटन विभाग में हुआ निवेश
यह निवेश स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, पर्यटन जैसे क्षेत्रों में हुआ है। वर्ष 2019 के बाद से जम्मू कश्मीर में देश विदेश के पूंजी निवेशकों की रुचि लगातार बढ़ रही है । इससे जम्मू कश्मीर में औद्योगिकीकिरण के गति पकड़ने के साथ ही स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी लगातार बढ़ रहे हैं।
घाटी में हुआ 285.61 करोड़ रुपये का निवेश
उद्योग एवं वाणिज्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, सिर्फ कश्मीर घाटी में 285.61 करोड़ रूपये का निवेश हुआ है और इसे 15131 लोगों को रोजगार मिला है। जम्मू प्रांत में 466.49 करोड़ रूपये का निवेश हुआ है जिससे 4795 युवाओं को रोजगार मिला है।
घाटी में किस विभाग में हुआ कितना निवेश
विभाग के अनुसार, 59.1 करोड़ रूपये का निवेश 21 इकाइयों में हुआ है जिन्होंने इस वर्ष सितंबर के अंत तक अपनी गतिविधियों को और विस्तार देते हुए 207 लोगों के लिए प्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा किए हैं। इसी तरह से 566 लोगों को 203.28 करोड़ रूपये के निवेश से स्थापित 28 औद्योगिक उपक्रमों में मिला है। इसके अलावा 32.81 करोड़ रुपये का निवेश होटल निर्माण में हुआ है और यह ऑप्रेशनल हैं,लेकिन उद्योग एवं वाणिज्य विभाग में इनका पंजीकरण कुछ औपचारिकताओं के पूरा न होने के कारण लंबित पड़ा हुआ है। छह होटलों में 127 लोगों को रोजगार मिला है।
निवेश से 2780 लोगों को मिला रोजगार
698.19 करोड़ रूपये का अतिरिक्त निवेश 34 नयी इकाइयों से प्राप्त हुआ जो अभी तक पूरी तरह ऑप्रेशनल नहीं है,लेकिन ग्राउंडवर्क हो चुका है। इस अतिरिक्त निवेश से 2780 लोगों को रोजगार मिला है। उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के अनुसार,प्रधानमंत्री रोजगार गांरटी योजना के तहत स्थापित 2328 इकाइयों में 64.97 करोड़ रूपये का निवेश हुआ जो 10996 लोगों को रोजगार दे रही हैं।
जम्मू-कश्मीर में कुल 87923 करोड़ रुपये मूल्य के 6231 निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए
उद्याेग एवं वाणिज्य विभाग के मुताबिक, वर्ष 2022-23 और वर्ष 2023-24 में अब तक जम्मू कश्मीर में कुल मिलाकर 87923 करोड़ रूपये मूल्य के 6231 निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं जिनमें 392162 लाेगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
केंद्र सरकार कर रही निवेशकों को प्रोत्साहित
उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के अनुसार, जम्मू कश्मीर में देश विदेश के उद्योगपतियों और पूंजी निवेशकों को प्राेत्साहित करने के लिए केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर में 400 प्रतिशत तक निवेश की वापसी की अब तक के सबसे बड़े पैकेज पर आधारित 28,000 करोड़ रुपये के वित्तीय परिव्यय के साथ नई केंद्रीय क्षेत्र योजना लागू की है।
प्रति कनाल औसत निवेश 2.24 करोड़ रुपये
नई औद्योगिक नीति की शुरूआत के बाद, प्रति कनाल औसत निवेश 2.24 करोड़ रुपये (प्राप्त भूमि प्रीमियम के आधार पर) है। पीएमईजीपी के तहत, 2019 से अब तक 1,150 करोड़ रुपये की मार्जिन मनी के साथ 89,063 मामले मंजूर किए गए हैे जिनसे 7,12,504 से अधिक लोगों को रोजगार मिला है।
भूमि उपयोग नियमों में भी हुआ बदलाव
इसके अलावा विभिन्न प्रकार के उद्योगों की स्थापना के लिए भूमि उपयोग नियमों में भी बदलाव किया गया है जिससे सरकारी औद्योगिक क्षेत्रों पर निर्भरता कम हुई है। सरकार के इस प्रयास से निजी क्षेत्र द्वारा 3,722 कनाल भूमि विकसित की जा रही है।
17,012 कनाल भूमि में 46 नए औद्योगिक संपदा क्षेत्र हो रहे विकसित
विभाग के अनुसार, 17,012 कनाल भूमि में 46 नए औद्योगिक संपदा क्षेत्र विकसित किए जा रहे हें जिससे ने प्रदेश में 110 औद्योगिक संपदा क्षेत्र हो जाएंगे। औद्योगिक संपदाओं के विकास को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए, केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (सीपीएसयू) एनबीसीसी और इरकान की भी मदद ली जा रही है।
20,794 कनाल जमीन के लिए लगाया गया इंडेंट
छह नए औद्योगिक संपदा क्षेत्रों का विकास सीपीडब्ल्यूडी द्वारा किया जाएगा। अब तक 20,794 कनाल के लिए इंडेंट लगा दिया गया है और इसके अतिरिक्त 6021 कनाल भूमि की पहचान कर ली गई है और जल्द ही इंडेंट लगा दिया जाएगा।
आसिफ कुरैशी ने क्या कहा?
जम्मू कश्मीर मामलों के जानकार आसिफ कुरैशी ने कहा कि किसी भी क्षेत्र में निवेश में आर्थिक गतिविधियां तभी जोर पकड़ती हैं जब वहां लाभ की संभावना के साथ साथ शांति और विश्वास का वातावरण होद्ध। जम्मू कश्मीर में निवेश लाभकारी है और अब यहां हालात पहले से बेहतर हुए हैं,इसलिए निवेश बढ़ रहा है।
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