जम्मू-कश्मीर में बाढ़-बारिश के कहर के बाद अब राहत की आस, कृषि मंत्री बोले- 'पैकेज की मांग के लिए रिपोर्ट तैयार'
जम्मू-कश्मीर में बाढ़ और बारिश से हुई तबाही के बाद राहत की उम्मीद जगी है। कृषि मंत्री ने नुकसान का आकलन कर केंद्र से पैकेज मांगने के लिए रिपोर्ट तैयार करने की बात कही है। प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य जारी हैं और सरकार नुकसान की भरपाई के लिए प्रयासरत है। केंद्र सरकार से विशेष पैकेज की मांग की जाएगी ताकि किसानों और अन्य प्रभावित लोगों को आर्थिक सहायता मिल सके।

मंत्री जावेद अहमद डार ने किसानों को शिक्षित एवं प्रेरित करने के प्रयासों की सराहना की।
राज्य ब्यूरो,जागरण, श्रीनगर। कृषि उत्पादन एवं ग्रामीण विकास मंत्री जावेद अहमद डार ने सोमवार को बताया कि प्रदेश में गत दिनों बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से हुए नुकसान का जायजा लेकर विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जा चुकी है। यह रिपोर्ट मुख्य सचिव के पास है और इसका आकलन कर, केंद्र से आवश्यक्तानसार राहत एवं पुनर्वास पैकेज के लिए आग्रह किया जाएगा ।
उन्होंने यह जानकारी जिला अनंतनाग में कृषि उत्पादन एवं किसान कल्याण विभाग, जिला अनंतनाग ने एसएमएई-एटीएमए 2025-26 योजना के अंतर्गत आयोजित किसान मेला-सह-प्रदर्शनी का उदघाटन करने के बाद पत्रकारों के साथ एक बातचीत में दी। उन्होंने कहा कि बाढ़ से जहां जो नुकसान हुआ है,उसका क्षेत्रवार और जिलावार पूरा ब्यौरा जमा कर, रिपोर्ट तैयार की गई है।
केंद्र सरकार से राहत पैकेज की मांग
सभी संबधित विभागों ने भी अपने अपने स्तर पर रिपोर्ट का सत्यापन किया है। अब यह रिपोर्ट मुख्य सचिव के कायालय में है। इसका आकलन किया जा रहा हैप। उसके बाद ही यह रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेजी जाएगी। किसान ऋण कार्ड के अंतर्गत जारी ऋण माफी के संदर्भ में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अभी तक ऐसा केाई निर्णय नहीं लिया गया है। लेकिन हमें उम्मीद है जिस तरह से किसानों का नुक्सान हुआ है, उसे देखते हुए केंद्र सरकार उनके हित में कोई व्यावहारिक फैसला लेगी।
किसान मेलों-प्रदर्शनियों के महत्व पर जोर
इससे पूर्व मेले में अपने संबोधन में कृषि मंत्री ने किसानों के दरवाजे तक आधुनिक तकनीकी उपकरण पहुँचाने के लिए किसान मेलों और प्रदर्शनियों के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने विभाग की योजनाओं को उजागर करते हुए बताया कि ऐसे कार्यक्रम पूरे जिले तथा जम्मू-कश्मीर में आयोजित किए जाएंगे। कार्यक्रम का उद्देश्य किसानों को कृषि, बागवानी और संबद्ध क्षेत्रों में नवीनतम तकनीकों से अवगत कराना था, जिससे उत्पादन में वृद्धि हो सके।
कृषि क्षेत्र में वृद्धि और रोजगार के अवसर
जावेद डार ने किसानों को कृषि उपकरण खरीदने पर दी जाने वाली सब्सिडी का उल्लेख किया, जिसमें विभिन्न योजनाओं के तहत 50 प्रतिशत से अधिक सब्सिडी प्रदान की जाती है। मंत्री ने जोर देकर कहा कि कृषि क्षेत्र मानवता के लिए एक समृद्ध क्षेत्र है, जिसमें वृद्धि, रोजगार और सतत आजीविका के लिए व्यापक अवसर हैं। उन्होंने सरकार की कृषि को प्राथमिकता देने और किसानों को उत्पादन, आय एवं समग्र कल्याण को बढ़ाने के लिए समर्थन देने की प्रतिबद्धता दोहराई।
विभिन्न विभागों ने लगाए स्टॉल
मंत्री ने मछली पालन, तिलहन, फलों एवं सब्जियों, साथ ही मधुमक्खी पालन, मशरूम उत्पादन और पुष्पकृषि जैसी संबद्ध गतिविधियों की क्षेत्रीय संभावनाओं का उल्लेख किया, जो किसानों को आय बढ़ाने और सतत जीवनयापन सुनिश्चित करने के लिए व्यापक अवसर प्रदान करती हैं।
बागवानी, मत्स्य पालन, पशुपालन, भेड़ पालन, सहकारिता, श्रम एवं रोजगार सहित विभिन्न विभागों ने अपनी योजनाओं और सेवाओं को दर्शाने वाले सूचनात्मक स्टॉल लगाए। मंत्री डार ने प्रत्येक स्टॉल का निरीक्षण किया और किसानों को शिक्षित एवं प्रेरित करने के प्रयासों की सराहना की
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