जम्मू-कश्मीर में ड्रग तस्करों के खिलाफ अभियान तेज, डीआईजी पांडे बोले- 'हाटस्पॉट की पहचान, केंद्रित अभियान शुरू'
JammuKashmirNews: जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मादक पदार्थों के तस्करों के विरुद्ध कार्रवाई तेज कर दी है। डीआईजी पांडे के अनुसार, चिह्नित किए गए संवेदनशील क् ...और पढ़ें

डीआईजी पांडे ने बताया समुदायों के साथ मिलकर काम कर रही पुलिस।
जागरण संवाददाता, श्रीनगर। मध्य कश्मीर रेंज (सीकेआर) के पुलिस उप-महानिरीक्षक राजीव पांडे ने कहा कि जम्मू-कश्मीर पुलिस ने ड्रग तस्करों के खिलाफ अपने अभियान तेज कर दिए हैं।
डीआईजी पांडे ने कहा कि पुलिस ने ड्रग सप्लाई चेन को खत्म करने के लिए हाटस्पॉट की पहचान की है और केंद्रित अभियान शुरू किए हैं। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के निर्देश पर, ड्रग तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी है।
उन्होंने कहा, इस बढ़ते खतरे को रोकने के लिए नशीले पदार्थों के व्यापार पर कार्रवाई तेज कर दी गई है। डीआईजी पांडे ने कहा कि जम्मू-कश्मीर पुलिस नशीली दवाओं के दुरुपयोग का मुकाबला करने के लिए व्यापक सामुदायिक आउटरीच और नशामुक्ति कार्यक्रम चला रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस मादक द्रव्यों के सेवन के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए समुदायों के साथ मिलकर काम कर रही है।
बता देते हैं कि जम्मू कश्मीर प्रदेश में नशाखोरी एक महामारी बनती जा रही है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में तकरीबन 1द लाख लोग जिनमें 17 से 25 र्वष आयु के युवाओं की संख्या सब से अधिक है, विभन्नि प्रकार के मादक पदार्थों का सेवन करते हैं।
अलब्त्ता गैर सरकारी आंकड़ें इस संख्या से भी अधिक है। हालांकि प्रशासन व पुलिस के साथ साथ सामाजिक संगठनें नशे का शिकार लोगों को इस दलदल से निकालने तथा इसकी तस्करी को जड़ से उखाड़ने के लिए जोरदार अभियान छेड़े हुए हैं और आए दिन इसकी तस्करी में संपलिप्त आरोपियों को हिरासत तथा उनकी संपत्तियों को र्कक करने का सिलसिला लगातार जारी है।

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