जम्मू-कश्मीर में बारिश का रौद्र रूप, इंटरनेट सेवाएं बंद; CM उमर बोले 2019 का वह दौर याद आ गया जब...
जम्मू-कश्मीर में खराब मौसम के चलते मोबाइल इंटरनेट और ब्रॉडबैंड सेवाएं बाधित हैं जिससे बैंकिंग और अन्य सेवाएं प्रभावित हुई हैं। ऑप्टिकल फाइबर कटने और भूस्खलन के कारण दूरसंचार सेवाएं चरमरा गई हैं। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस स्थिति पर चिंता व्यक्त की है और दूरसंचार मंत्रालय ने इंट्रासर्कल रोमिंग सुविधा बहाल करने के निर्देश दिए हैं।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। केंद्र शासित जम्मू कश्मीर प्रदेश में बुधवार को लगातार दूसरे दिन भी मोबाइल इंटरनेट, ब्रॉडबैंड सेवाएं और कॉलिंग सुविधाएं बाधित हैं। केंद्र सरकार द्वारा दूरसंचार कंपनियों को स्थिति के सामान्य होने तक इंट्रासर्कल रोमिंग सुविधा बहाल करने के निर्देश दिया है।
मोबाइल इंटरनेट सेवाओं के बाधित होने के कारण बैंकिंग व अन्य सेवाएं भी प्रभावित हुइ हैं जिससे लोगों की मुश्किल और बढ़ गई है। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी इस स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा इससे वर्ष 2014 और 2019 का वह दौर याद आ गया है, जब यहां टेलीफोन और इंटरनेट सेवाएं पूरी तरह से बंद हो गई थी।
केंद्र शासित जम्मू कश्मीर में गत रविवार से मौसम खराब है। सोमवार से लगातार बारिश हो रही है। इस दौरान विभिन्न जगहों पर दरियाओं पर बने पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं या बह गए हैं। कई जगह भूस्खलन हुआ है और लगभग 40 लोगो की जान जा चुकी है। कई जगह ऑप्टिकल फाइबर भी कट गई है, जिससे दूरसंचार और इंटरनेट सेवाएं बाधित हुई हैं। सिर्फ निजी दूरसंचार कंपनियों की ही नहीं बीएसएनएल की सेवाएं भी प्रभावित हैं।
जम्मू कश्मीर में गत मंगलवार की दोपहर तीन बजे के बाद से मोबाइल इंटरनेट, ब्रॉडबैंड और कॉलिंग सुविधा प्रभावित है। लोग अपने स्वजनों से संपर्क नहीं कर पा रहे हैं। इटरनेट सेवाएं बाधित होने से बैंकिंग सेवाओं और डिजिटल लेनदेन भी प्रभावित हुआ है।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने स्थिति पर चिंता जताते हुए अपने एक्स हैंडल पर लिखा, अभी भी लगभग न के बराबर कम्यूनिकेशन है, जियो मोबाइल पर थोड़ा-बहुत डेटा आ रहा है, लेकिन फिक्स्ड लाइन वाई-फाई नहीं है, ब्राउजिंग नहीं हो रही है, लगभग कोई ऐप नहीं है, एक्स जैसी चीज़ें बहुत धीरे-धीरे खुलती हैं, और व्हाट्सएप छोटे टेक्स्ट संदेशों के अलावा किसी भी चीज़ के साथ संघर्ष करता है। 2014 और 2019 के भयानक दिनों के बाद से इतना डिस्कनेक्ट महसूस नहीं किया है।
इस बीच, दूर संचार संचार मंत्रालय ने मंगलवार को दूरसंचार ऑपरेटरों को जम्मू-कश्मीर में इंट्रा सर्कल रोमिंग (आइसीआर) सुविधा को सक्रिय करने का निर्देश दिया ताकि इस समस्या का समाधान किया जा सके। लगातार हो रही बारिश और कई भूस्खलनों को देखते हुए जारी किए गए इस निर्देश के तहत, ग्राहक दो सितंबर तक केंद्र शासित प्रदेश में अपने नेटवर्क के अलावा अन्य नेटवर्क से भी जुड़ सकते हैं।
मंत्रालय ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश में भारी बारिश और कई भूस्खलनों के कारण मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए और एकीकृत लाइसेंस के खंड 29.6 तथा आपदाओं से निपटने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया ) 2020 के प्रावधानों के अनुसार, सभी दूरसंचार सेवा प्रदाताओं को निर्देश दिया जाता है कि वे जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश के लिए इंट्रा सर्कल रोमिंग ( सुविधा को तत्काल प्रभाव से दो सितंबर, 2025 को 23:59 बजे तक या अगले निर्देश तक, जो भी पहले हो, सक्रिय करें।
दूरसंचार विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि बारिश और भूस्खलन के कारण कई जगहों पर ऑप्टिकल फाइबर क्षतिगस्त हो गई हैं। इससे प्रदेश में इंटरनेट, मोबाइल फोन सेवा प्रदान कर रही सभी कंपनियों का नेटवर्क प्रभावित हुआ है। इससे पूरे प्रदेश में हजारों उपभोक्ता इंटरनेट और कॉलिंग सेवा से वंचित हुए हैं। प्रभावित सेवाओं को बहाल करने के लिए इंजीनियरों के अलग-अलग दल तैनात किए गए हैं जो खराबी का पता लगार उसे ठीक करने में जुटे हुए हैं।
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