जम्मू-कश्मीर में दो सितंबर तक इंट्रा-सर्किल रोमिंग सुविधा का कर सकेंगे इस्तेमाल
जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं बाधित हैं। केंद्र सरकार ने दूरसंचार कंपनियों को 2 सितंबर तक इंट्रा-सर्किल रोमिंग सुविधा बहाल करने का निर्देश दिया है जिससे ग्राहक अन्य नेटवर्क से भी जुड़ सकते हैं। दूरसंचार विभाग के अनुसार ऑप्टिकल फाइबर के क्षतिग्रस्त होने से सेवाएं प्रभावित हैं जिसमें बीएसएनएल भी शामिल है।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में भारी वर्षा और भूस्खलन के कारण बुधवार को लगातार दूसरे दिन मोबाइल, मोबाइल इंटरनेट, ब्राडबैंड सेवाएं व कांलिंग सुविधाएं पूरी तरह से बहाल नहीं हुई हैं।
केंद्र सरकार ने दूरसंचार कंपनियों को स्थिति के सामान्य होने तक इंट्रा-सर्किल रोमिंग सुविधा बहाल करने का निर्देश दिया है। इस निर्देश के तहत ग्राहक दो सितंबर तक प्रदेश में अपने नेटवर्क के अलावा अन्य नेटवर्क से भी जुड़ सकते हैं।
इसके तहत एक टेलीकॉम सर्किल में एक ऑपरेटर का सिम इस्तेमाल करने वाला उपयोगकर्ता दूसरे मोबाइल ऑपरेटर के नेटवर्क के जरिये मोबाइल सेवा का इस्तेमाल कर सकता है।
दूरसंचार मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि वर्षा और कई जगहों पर भूस्खलनों के कारण मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए और एकीकृत लाइसेंस के खंड 29.6 तथा आपदाओं से निपटने के लिए सभी दूरसंचार सेवा प्रदाताओं को निर्देश दिया जाता है कि वे इंट्रा-सर्किल रोमिंग सुविधा को तत्काल दो सितंबर को 23:59 बजे तक या अगले निर्देश तक सक्रिय करें।
दूरसंचार विभाग के अधिकारी ने बताया कि बारिश और भूस्खलन के कारण कई जगहों पर ऑप्टिकल फाइबर क्षतिगस्त हैं।
बता दें कि प्रदेश में सिर्फ निजी दूरसंचार कंपनियों की ही नहीं बीएसएनएल की सेवाएं भी प्रभावित हैं। लोग स्वजन से संपर्क नहीं कर पा रहे हैं। कई जगह बारिश और भूस्खलन से उपजे हालात से संबंधित अफवाहें जोर पकड़ रही हैं।
वहीं मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने चिंता जताते हुए एक्स पर लिखा कि अब भी लगभग न बराबर कम्युनिकेशन है, जियो मोबाइल पर थोड़ा-बहुत डेटा आ रहा है, लेकिन फिक्स्ड लाइन वाई-फाई नहीं है, ब्राउजिंग नहीं हो रही है, लगभग कोई एप नहीं है।
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