नगरोटा सैन्य मुख्यालय पर जैश ने किया था हमला
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : सेना की नगरोटा, जम्मू स्थित व्हाइट नाइट कोर मुख्यालय पर करीब डेढ़ साल
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : सेना की नगरोटा, जम्मू स्थित व्हाइट नाइट कोर मुख्यालय पर करीब डेढ़ साल पहले हुए आत्मघाती हमले की गुत्थी को राष्ट्रीय जाच एजेंसी (एनआइए) ने शनिवार को हल करने का दावा किया है। एनआइए के अनुसार, यह वारदात जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने ही अंजाम दी थी, जो हमले से एक दिन पहले साबा सेक्टर से घुसपैठ कर जम्मू में दाखिल हुए थे।
एनआइए ने यह दावा इस हमले में आतंकियों के गाइड रहे उत्तरी कश्मीर में जिला कुपवाड़ा के रहने वाले सईद मुनीर उल हसन की गिरफ्तारी और उससे हुई पूछताछ के आधार पर किया है। मुनीर उल हसन जिला कुपवाड़ा के अंतर्गत नियंत्रण रेखा से सटे हुरहामा, लोलाब का रहने वाला है। नगरोटा में सैन्य मुख्यालय पर हमला 29 नवंबर 2016 को हुआ था। हमले में लिप्त तीनों आतकी मारे गए थे और उनके कब्जे से भारी मात्रा में हथियारों का जखीरा मिला था। इस हमले में सात सैन्यकर्मी शहीद और तीन अन्य जख्मी हुए थे।
नगरोटा हमले के सिलसिले में एनआइए ने आरसी-16/2016/एनआइए/डीएलआइ के तहत एक मामला दर्ज कर जाच शुरू की थी। आइजी एनआइए आलोक मित्तल ने बताया कि इस मामले की जाच जारी रखते हुए शनिवार को कुपवाड़ा के हुरहामा गाव के रहने वाले सईद मुनीर उल हसन कादरी को औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया गया है। उसकी गिरफ्तारी में जम्मू कश्मीर पुलिस की सक्रिय भूमिका रही है। सभी आवश्यक तथ्यों को जमा करने के बाद ही उसे गिरफ्तार किया गया है।
आलोक मित्तल ने बताया कि नगरोटा में सैन्य मुख्यालय पर हमला जैश ए मोहम्मद ने पूरी तैयारी के साथ किया था। इस हमले को अंजाम देने की साजिश के दौरान सईद मुनीर उल हसन कादरी कश्मीर में स्थित जैश के अन्य ओवरग्राउंड वर्करों व आतंकियों के अलावा पाकिस्तान में बैठे जैश कमाडर मसूद अजहर और उसके साथियों के साथ लगातार संपर्क में रहा था। उसने पूछताछ में बताया कि हमले को अंजाम देने से एक दिन पहले ही आत्मघाती आतंकियों के एक दस्ते ने साबा सेक्टर में एक जगह विशेष से अंतरराष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठ की थी। वह अपने एक अन्य साथी के साथ इन आतंकियों को लेने साबा सेक्टर गया था। उसके बाद वह उन्हें लेकर जम्मू के एक होटल में पहुंचा। वहा कुछ देर आराम करने के बाद देर रात उन्हें लेकर नगरोटा में सैन्य मुख्यालय के पास पहुंचा। आतंकियों को उनका टारगेट समझाने के बाद उसने उन्हें वहीं उतारा और खुद अपने एक अन्य कश्मीरी साथी संग कुपवाड़ा के लिए रवाना हो गया।
आइजी ने बताया कि पहले ही दिन से इस हमले के लिए जैश ए मोहम्मद को जिम्मेदार माना जा रहा था। सईद ने जैश के मंसूबों को लेकर और भी कई अहम जानकारिया उपलब्ध कराई हैं।