कश्मीर के स्टूडेंट पर पाकिस्तान की 'नजर', दहशत फैलाने के लिए ISI ने निकाला अब ये तरीका
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई कश्मीरी छात्रों को निशाना बना रही है। आईएसआई कश्मीरी छात्रों के दिमाग में जहर घोलकर उन्हें दहशत फैलाने के लिए काम सौंप रही है। यह कश्मीरी युवाओं को भारत के खिलाफ भड़काने की एक बड़ी साजिश है, जिसका पर्दाफाश हुआ है।

जागरण फोटो
राज्य ब्यूरो,श्रीनगर। कश्मीर में बार-बार मुंह की खाने के बाद पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ और उनके पालतू आतंकी संगठन अब स्कूली छात्रों और किशारों को अपने मकड़जाल में फंसाने का षड्यंत्र रच रहे हैं। आतंकी संगठन इंटरनेट मीडिया पर दुष्प्रचार के माध्यम से किशोरों को बरगलाते हैं और फिर उन्हें इस नेटवर्क में धकेल देते हैं।
जम्मू-कश्मीर पुलिस की काउंटर इंटेलीजेंस (सीआइके) विंग ने ऐसे ही इंटरनेट जिहादियों के माड्यूल को ध्वस्त करते हुए दो किशोरों को पकड़ा है। यह दोनों इंटरनेट मीडिया पर फेथफुल_वारियर्स57 और गुरकबोरू.08 हैंडल के जरिए आतंक का महिमामंडन करने और जिहादी मानसिकता फैलाने में लगे थे।
पुलिस के अनुसार इन दोनों इंटरनेट जिहादियों का हैंडलर सीमा पार बैठा आतंकी संगठन द रजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) का कमांडर साकिब उर्फ सालार अहमद है। यह दोनों इंटरनेट जिहादी घर से गायब होकर हथियार उठाने की तैयार कर रहे थे। दोनों छात्र हैं। एक की उम्र 15 वर्ष और दूसरे की 17 वर्ष है।
सीआइके ने प्रदेश में आतंकियों के तंत्र को नष्ट करने के लिए एक विशेष अभियान चलाया है। इस अभियान के तहत इंटरनेट मीडिया पर सक्रिय राष्ट्रविरोधी तत्वों की लगातार निगरानी की जा रही है। सीआइके ने इस आधार पर दो हैंडल चिह्नित किए।
आतंकियों का कर रहे महिमामंडल
इन दोनों हैंडल पर कश्मीर में आतंकी हिंसा को इस्लामिक जिहाद के नाम पर सही ठहराते हुए आतंकियों का महिमामंडन किया जा रहा था। साथ ही कश्मीर मुद्दे पर लगातार आपत्तिजनक सामग्री पोस्ट हो रही थी और स्थानीय युवाओं को इस्लाम के नाम पर जिहाद का हिस्सा बनने के लिए उकसाया जा रहा था।
इन हैंडल पर इंटरनेट मीडिया पर आतंकियों के आडियो क्लिप और डिजिटल कंटेंट को पोस्ट किया जा रहा था। इस तरह लगातार यह किशोर के मस्तिष्क में जहर घोल रहे थे और अब स्वयं भी ऐसे ही दुष्प्रचार की चपेट में आ गए थे।
नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा पाकिस्तान
पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। जम्मू-कश्मीर में अंतिम सांसें ले रहे आतंकवाद को जीवित रखने के लिए पड़ोसी देश सीमा पार से मादक पदार्थों की तस्करी करा रहा है।
सुरक्षा बल ने सोमवार तड़के जम्मू के आरएसपुरा सेक्टर में ऐसे ही एक षड्यंत्र को विफल बनाते हुए ड्रोन के जरिये भेजी गई पांच किलो हेरोइन की खेप को बरामद किया। जम्मू के एसएसपी जोगिंदर सिंह ने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) अधिकारियों साथ संयुक्त प्रेस वार्ता में बताया कि यह खेप अंतरराष्ट्रीय सीमा से दो किलोमीटर अंदर मिली है।
रविवार देर रात बीएसएफ जवानों ने सीमा पर ड्रोन की हलचल महसूस की थी। इसके बाद सोमवार सुबह होते ही बीएसएफ और आरएसपुरा पुलिस ने संयुक्त तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान गांव बिधिपुर जट्टा में धान के खेतों से दो बड़े पैकेट मिले। जांच की गई तो उसमें 10 छोटे पैकेट भरे हुए थे। फोरेंसिक साइंस टीम ने जांच कर हेरोइन की पुष्टि की।

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