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    चिनाब नदी सूखने से पाकिस्तान में टेंशन, पानी रोककर भारत ने दी क्लियर वॉर्निंग

    पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को करारा जवाब देते हुए चिनाब नदी का पानी रोक दिया। बगलिहार और सलाल पनबिजली परियोजनाओं के चलते नदी सूख गई और पाकिस्तान की ओर पानी जाना बंद हो गया जिससे पाकिस्तान में हाहाकार मच गया और वहां की पनबिजली परियोजनाएं प्रभावित हुई। अब झेलम नदी का पानी भी कम करने की तैयारी है।

    By vivek singh Edited By: Sushil Kumar Updated: Mon, 05 May 2025 08:02 PM (IST)
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    सूखी चिनाब नदी, पाकिस्तान पर चला पानी का हथियार।

    राज्य ब्यूरो, जम्मू। कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद सीमांत क्षेत्रों में गोलीबारी कर कड़े तेवर दिखा रहे पाकिस्तान को सोमवार चिनाब नदी का पानी बंद होने से दूसरा बड़ा झटका लगा।

    बगलिहार, सलाल पन बिजली परियोजनाओं का पानी रोकने के कारण पाकिस्तान सीमा के पास स्थित चिनाब नदी सूख जाने के कारण सोमवार सुबह पाकिस्तान की ओर पानी जाना बंद हो गया।

    सीमा पर अपनी सेना की तैनाती बढ़ाने, बैलेस्टिक मिसाई परीक्षण करने वाले पाकिस्तान को भारत के पानी के हथियार की ताकत का अंदाजा हुआ।

    अब झेलम पर बनी किशनगंगा परियोजना का पानी भी कम करने की तैयारी है। आतंकवाद को शह देने वाले पाकिस्तान को पहला बड़ा झटका तब लगा था जब पहलगाम हमले के बाद सिंधु जल संधि पर रोक लगा दी गई थी। अब उसे चिनाब नदी का पानी बंद कर संदेश दिया गया है कि वह बूंद-बूंद के लिए तरसेगा।

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    डेढ़ फुट आ गया चिनाब का पानी

    जम्मू संभाग में बगलिहार, सलाल पन बिजली परियोजनाओं के डैम बंद होने से अखनूर में चिनाब नदी सुबह पांच बजे तक सूख चुकी थी। सुबह सैर करने वाले लोगों के सूखी हुई चिनाब नदी देखने के बाद पूरे क्षेत्र में बात फैल गई कि पाकिस्तान का पानी रोक दिया गया है। नदी का जल स्तर 18 फीट से कम होकर सुबह दस बजे के करीब डेढ़ फुट तक पहुंच चुका था।

    ऐसे में पाकिस्तान में पानी जाना पूरी तरह से बंद हो गया। पाकिस्तान को सोमवार भारत के पानी की अहमियत करीब 12 घंटों तक महसूस हुई। दोपहर एक बजे के करीब चिनाब नदी का जलस्तर बढ़ने लगा। शाम छह बजे तक चिनाब नदी का जलस्तर 18 फुट तक पहुंच गया था।

    सूखी हुई नदी को पार करने वाले अखनूर के अंबारा के जगदीश कुमार ने जागरण को बताया कि कुछ घंटे तक चिनाब नदी का पानी रोक कर दुश्मन को कड़ा संदेश दिया गया है। पड़ोसी देश को लगता था कि पानी को रोकना संभव नहीं है।

    उन्होंने कहा कि यह दुश्मन के इलाके में जाए बिना उसके खिलाफ पानी की सर्जिकल स्ट्राइक है। वहीं क्षेत्र के बबलू का कहना है कि पहलगाम में पर्यटकों को मारने वाला पाकिस्तान भी बिना पानी के मरेगा। अखूनर के सभी लोग खुश हैं कि हमारे उपर गोलियां, मोर्टार दागने वाले पाकिस्तान को कड़ा सबक सिखाने के लिए कार्रवाई हुई है।

    पहली बार सूखा चिनाब नदी

    दोनों देशों के इतिहास में यह पहली बार है जब बांधों की सफाई के दौरान चिनाब नदी का पूरा पानी बंद किया गया है। पहले सफाई के दौरान भी पाकिस्तान के लिए डैम के कुछ जलद्वार खुले रखे जाते थे। अब चिनाब नदी पर बांधों से गाद हटाने के लिए पानी छोड़ा तो पाकिस्तान में बाढ़ आई व पानी बंद किया तो पाकिस्तान में सूखे के हालात पैदा हो गए।

    पानी रोके जाने से पाकिस्तान में हाहाकार मची व चिनाब पर बने कई परियोजनाओं में बिजली की पैदावार प्रभावित होने के साथ सिंचाई की नहरें भी सूख गईं।

    वहीं अपने जीवन में पहली बार सूखा हुआ चिनाब नदी का तल देखने को उमड़े सैकड़ों ग्रामीण जोश में दिखे। उनका कहना था कि पाकिस्तान से पहलगाम का बदला लिया जा रहा है। कश्मीर में पर्यटकों को मारने वाला पाकिस्तान अब पानी के बिना मरेगा।

    झेलम का भी रोका जाएगा पानी

    अब पड़ोसी को सूचित किए बिना अपनी जरूरत के अनुरूप कार्रवाई की जा रही है। राष्ट्रीय जलविद्युत निगम के एक अधिकारी ने बताया कि बगलिहार डैम से गाद निकालने की कार्रवाई के चलते पाकिस्तान की ओर जाने वाले जलप्रवाह में 90 प्रतिशत कमी आ गई है।

    अब जलाशय से गाद निकालने का काम पूरा होने के बाद उसे फिर से भरा जा रहा है। चिनाब के बाद अब झेलम पर बने किशनगंगा डैम के लिए भी ऐसी ही योजना है।

    वहीं, एक अन्य अधिकारी ने बताया कि पहले चिनाब नदी पर डैम में किसी भी कार्रवाई से पहले पाकिस्तान को जानकारी दी जाती थी। अब सिंधु जल संधि को स्थगित किया है। ऐसे में हम अपने नागरिकों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए अपनी नदियों के पानी के इस्तेमाल के सभी संभावित तरीकों पर गौर कर रहे हैं।