India Pakistan Conflict: जीएमसी जम्मू के इंडोर स्टेडियम में बनेगा क्यूब अस्पताल, ICU समेत मिलेंगी सभी सुविधाएं
जम्मू में सीमा पर बढ़ते तनाव को देखते हुए राजकीय मेडिकल कॉलेज के इंडोर स्टेडियम में 200 बिस्तरों वाला क्यूब अस्पताल बनाया जाएगा। GMC जम्मू के प्रिंसिपल ने इसकी पुष्टि की है। इस अस्पताल में आईसीयू समेत सभी आधुनिक सुविधाएं होंगी। गोलाबारी से प्रभावित लोगों के इलाज के लिए 150 बिस्तर सुरक्षित किए गए हैं और इमरजेंसी क्षेत्र में एक कंट्रोल रूम भी बनाया गया है।

राज्य ब्यूरो, जम्मू। सीमा पर लगातार बढ़ रहे तनाव को देखते हुए राजकीय मेडिकल कॉलेज जम्मू के इंडोर स्टेडियम में 200 बिस्तरों की क्षमता वाला क्यूब अस्पताल बनाया जाएगा। इसके लिए सामान आ गया है और शनिवार से ही इसे बनाने का काम शुरू हो जाएगा।
जीएमसी जम्मू के प्रिंसिपल डॉ. आशुतोष गुप्ता ने भी इसकी पुष्टि की है। उनका कहना है कि एचएलएल से सामान आया है और इसका काम जल्दी ही शुरू हो जाएगा। जीएमसी जम्मू के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. वीरेंद्र त्रिसल ने बताया कि इसमें सभी सुविधाएं होंगी। इसमें आईसीयू की सुविधा भी होगी।
वहीं, अन्य सुविधाओं में विस्तार किया है। कुल 150 बिस्तर गोलाबारी के कारण प्रभावित होने वालों के इलाज के लिए सुरक्षित रखे गए हैं। यह वे बिस्तर हैं, जहां पर ऑक्सीजन सहित सभी प्रकार की आपदा से निपटने की सुविधा है।
इमरजेंसी क्षेत्र में बनाए गए कंट्रोल रूम
जीएमसी प्रशासन की ओर से मिली जानकारी के अनुसार, वार्ड नंबर में कुल चालीस बिस्तर रखे हैं, जबकि आइसोलेशन वार्ड में भी चालीस, इमरजेंसी में वेंटीलेटर की सुविधा वाले बीस बिस्तर और तीस बिस्तर अन्य वार्डों में रखे गए हैं।
यही नहीं इमरजेंसी क्षेत्र में कंट्रोल रूम बनाया गया है जहां पर हरा, पीला और लाल पैट्रन बनाया गया है। मामूली रूप से घायल लोगों को इन बिस्तरों में भेजा जाएगा, जहां पर उन्हें पट्टी बांधने की भी व्यवस्था होगी।
बड़ी संख्या में लोग कर रहे रक्तदान
वहीं गंभीर रूप से घायल लोगों को वार्ड नंबर चार में रखे गए बीस बिस्तरों में भर्ती किया जाएगा। यह आइसीयू है। यहां उन्हीं घायलों को रखा जाएगा जिन्हें आइसीयू की जरूरत होगी। यही नहीं मेडिकल कॉलेज ने चौबीस घंटे मेडिसिन, सर्जरी, आर्थोपैडिक्स, एनेस्थीसिया और ईएनटी के विशेषज्ञों को उपलब्ध करवाने के लिए भी रोस्टर बनाया है।
ब्लड बैंक को सक्रिय किया है, जहां पर हर दिन बड़ी संख्या में लोग रक्तदान के लिए आ रहे हैं। तीन दिनों में ही छह सौ के करीब युवा रक्तदान कर चुके हैं। जीएमसी ने दवाइयों, सर्जरी का सामान व अन्य जरूरत की चीजों की उपलब्धता को भी सुनिश्चित बनाया है।
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