'शुक्र है खुदा...' आतंकी हमले के दो महीने बाद पहलगाम में कैसा है माहौल, क्या बोले घोड़े वाले?
पहलगाम में पर्यटक भय को पीछे छोड़कर वापस आ रहे हैं। 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद पर्यटकों की संख्या में गिरावट आई थी जिसके कारण प्रमुख स्थलों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया था। दो सप्ताह पहले पार्कों को फिर से खोलने के बाद पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हो रही है। होटल व्यवसायी और दुकानदार पर्यटकों की वापसी से खुश हैं।

जागरण संवाददाता, श्रीनगर। भय को पीछे छोड़कर पर्यटक फिर पहलगाम की ओर रुख कर रहे हैं। बेताब घाटी में रविवार को बड़ी संख्या में पर्यटक घूमने पहुंचे। पहलगाम में चहल-पहल भरे बाजार, फिर से खुले कैफे ने रुकी जिंदगी को बहाल कर दिया है।
बता दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद पूरे क्षेत्र में दहशत में फैल गई थी, जिस कारण प्रमुख स्थलों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया था जिससे पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट आई थी। प्रशासन ने दो सप्ताह पहले लोकप्रिय पार्कों को फिर खोल दिया, जिसके बाद से पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हो रही है।
होटल व्यवसायी मंजूर ने कहा कि पहलगाम में पर्यटकों को देख चैन आया है। शुक्र है खुदा। हम कश्मीरी हमेशा मेहमान नवाजी पर गर्व करते हैं। दुकानदार मुदस्सर ने कहा, पर्यटकों की वापसी की गूंज हमारी आजीविका और हमारी आत्मा को वापस ला रही है।
यद्यपि पर्यटकों की संख्या अभी भी हमले से पूर्व के स्तर पर नहीं पहुंची है, फिर भी पर्यटक धीरे-धीरे क्षेत्र को गुलजार कर हरे हैं। पार्क के प्रवेश द्वार के पास घोड़े वाले वहीद अहमद ने बताया, लगभग दो महीने तक हमारी टट्टू सवारी बंद रही। कई दिन ऐसे भी थे जब हमें कुछ भी नहीं मिलता था।
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