पुलवामा में हिजबुल मुजाहिदीन का मददगार गिरफ्तार, ग्रेनेड-पिस्टल समेत हथियार बरामद, तैयार कर रहा था नया आतंकी मॉड्यूल
दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में सुरक्षाबलों ने हिजबुल मुजाहिदीन के एक मददगार सज्जाद अहमद डार को गिरफ्तार किया है। उसके पास से एक पिस्तौल और दो ग्रेनेड भी बरामद किए गए हैं। उसकी गिरफ्तारी गत मंगलवार को पकड़े गए आतंकी मौलवी दानिश बशीर अहंगर से मिले सुरागों के आधार पर हुई है। पुलिस उससे गहन पूछताछ शुरू कर दी है।

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। सुरक्षाबलों ने शनिवार को अपने आतंकरोधी अभियान को जारी रखते हुए दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में सक्रिय हिजबुल मुजाहिदीन के एक मददगार काे पकड़ लिया। उसके पास से एक पिस्तौल और दो ग्रेनेड भी बरामद किए हैं।
इसकी गिरफ्तारी गत मंगलवार को पकड़े गए आतंकी मौलवी दानिश बशीर अहंगर से मिले सुरागों के आधार पर हुई है। दानिश को सेना के खुफिया विंग की सूचना पर उस समय पकड़ा गया था जब वह अपनी स्कूटी की डिक्की में 10 ग्रेनेड लेकर लेकर जा रहा था।
मुजाहिदीन का था मददगार
पुलवामा से मिली जानकारी के अनुसार, दानिश बशीर से मिले सुरागों के आधार पर सेना के खुफिया विंग ने पुलवामा और उसके साथ सटे इलाकों में सक्रिय विभिन्न सदिंग्ध तत्वों को चिह्नित कर उनकी निगरानी की।
निगरानी के दौरान उसे टहाब पुलवामा में रहने वाले सज्जाद अहमद डार के बारे में पता चला। छानबीन की गई तो पाया गया कि वह हिजबुल मुजाहिदीन के पुराने और कट्टर मददगारों में एक है।
जवानों ने पुलिस के साथ मिलकर पकड़ लिया
सभी आवश्यक सबूत जमा करने के बाद सेना की 55 आरआरके जवानों ने एक पुलिस दल के साथ मिलकर उसे पकड़ लिया। सज्जाद अहमद डार से जब पूछताछ गई तो पहले वह मुकर गया, लेकिन जब उसके खिलाफ जमा सबूत उसे दिखाए गए तो उसने अपना अपराध कबूल कर लिया। उसकी निशानदेही पर सुरक्षाबलों ने उसकी दुकान से एक पिस्तौल व दो ग्रेनेड भी बरामद किए हैं।
पूछताछ में उसने बताया कि वह पुलवामा में हिजबुल मुजाहिदीन और लश्कर ए तैयबा के लिए नए आतंकियों का एक मॉड्यूल तैयार कर रहा था। उसने ही दानिश को पाकिस्तान स्थित अपने एक हैंडलर के साथ मिलकर आतंकी बनने और सुरक्षाबलों पर हमले के लिए तैयार किया था।
आतंकी हमला षडयंत्र
जम्मू कश्मीर में शांति बहाली और चुनावों में जनता की रिकॉर्ड भागीदारी से हताश पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने घाटी में हालात बिगाड़ने के लिए आतंकी संगठनों को सक्रिय करना शुरू कर दिया है। वादी में बीते एक पखवाड़े के दौरान हुए आतंकी हमले उसके इसी षडयंत्र की तरफ संकेत करते हैं, जिसे विफल बनाने के लिए सुरक्षाबलों ने भी अपनी कार्ययोजना पर काम शुरू कर दिया है।
प्रदेश प्रशासन और केंद्र सरकार ने आतंकियों के खिलाफ सुरक्षाबलों को कार्रवाई की पूरी स्वतंत्रता दे दी है। उल्लेखनीय है कि गत 18 अक्टूबर से दो नंवबर तक घाटी में आतंकियों के पांच हमलों में दो सैन्यकुली, दो सैन्यकर्मी बलिदानी हो चुके हैं।
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