गुरेज में नियंत्रण रेखा के पास जंगल में लगी आग पर 7 दिन बाद पाया काबू, रात-दिन चले अभियान के बाद मिली सफलता
JammuKashmirNews: जम्मू-कश्मीर के गुरेज सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास जंगल में लगी आग पर सात दिनों के बाद काबू पाया गया। सेना, वन विभाग और स्थानीय ल ...और पढ़ें

आग की इस घटना से जंगल को भारी नुकसान हुआ है, जिसका आकलन किया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, श्रीनगर। KashmirNews: कश्मीर में नियंत्रण रखा से सटे गुरेज में 28 नवंबर की रात से जंगल में लगी भीषण आग पर सफलतापूर्वक काबू पा लिया गया है। बांडीपोरा के जिला वन अधिकारी वसीम फारूक ने बताया कि ज़मीनी वनस्पतियों में फैली आग पर कई एजेंसियों के साथ रात भर चले समन्वित अभियान के बाद काबू पा लिया गया।
आग की सूचना मिलते ही जम्मू-कश्मीर वन विभाग की टीमें तुरंत मौके पर पहुंच गईं। वसीम ने बताया कि इस अभियान में भारतीय सेना, वन सुरक्षा बल, जिला आपदा प्रबंधन इकाई और गुरेज के स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों का सहयोग आवश्यक था।डीएफओ ने कहा, कल शाम तक हम आग पर पूरी तरह काबू पा चुके थे।
आज सुबह हमारी टीमें यह सुनिश्चित करने के लिए सफाई अभियान चला रही हैं कि कोई भी जलता हुआ हिस्सा न बचा हो।
उन्होंने कहा कि रेंज अधिकारी नुकसान का आकलन कर रहे हैं। उन्होंने कहा, जम्मू-कश्मीर में ये आग आमतौर पर ज़मीनी स्तर पर झाड़ियों में लगती है। ये खड़े पेड़ों को शायद ही कभी नुकसान पहुंचाती हैं, लेकिन ज़मीनी स्तर पर वनस्पति को प्रभावित कर सकती हैं।
'वसीम ने बताया कि गुरेज जैसे क्षेत्रों में कई जंगल की आग चरने वाले जानवरों द्वारा छोड़ी गई लावारिस लपटों के कारण लगती है, जो कड़ाके की ठंड के दौरान गर्म रहने के लिए छोटी-छोटी आग जलाते हैं।
उन्होंने कहा कि मौजूदा शुष्क मौसम के कारण ज़िला अभी भी असुरक्षित बना हुआ है, लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि क्षेत्रीय कर्मचारी कुशलता से काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, 'शुष्क मौसम को देखते हुए, हमारी अग्रिम पंक्ति की टीमें हर स्तर पर सराहनीय काम कर रही हैं।'
अधिकारियों ने निवासियों और चरवाहों से वन क्षेत्रों में आग जलाने से बचने और किसी भी संदिग्ध धुएं या आग की घटना की तुरंत सूचना देने का आग्रह किया है।

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