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    बिजली उपभोक्ताओं के लिए खुशखबरी, जम्मू-कश्मीर विधानसभा में बकाया बिल माफी का प्रस्ताव स्वीकार

    By Rahul SharmaEdited By: Rahul Sharma
    Updated: Wed, 22 Oct 2025 03:46 PM (IST)

    जम्मू-कश्मीर के बिजली उपभोक्ताओं के लिए खुशखबरी है। विधानसभा में बकाया बिजली बिलों को माफ करने का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया गया है। इस फैसले से लाखों उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी, जो लंबे समय से बकाया बिलों के बोझ से दबे हुए थे। 

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    सरकार का यह कदम आम जनता के लिए एक सकारात्मक संकेत है।

    डिजिटिल डेस्क, जागरण, श्रीनगर। जम्मू कश्मीर विधानसभा के स्पीकर अब्दुल रहीम राथर ने मंगलवार को पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) के एक विधायक का प्राइवेट मेंबर प्रस्ताव स्वीकार कर लिया। इस बिल में उपभोक्ताओं के बिजली के बकाया बिल में एक बार छूट देने की मांग की गई थी। 

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    कुपवाड़ा से पीडीपी विधायक मीर मुहम्मद फैयाज का पेश किया गया यह प्रस्ताव अब अगले चरण में जाएगा और आने वाले विधानसभा सत्र में बैलेट प्रोसेस के तहत आएगा। 

    इस प्रस्ताव का मकसद उन परिवारों को राहत देना है जो बढ़ते बिजली टैरिफ और बार-बार होने वाले बिलिंग विवादों से परेशान हैं। इसमें बिजली के सभी बकाया बिलों को एक बार में माफ करने की सिफारिश की गई है।

    स्वीकार किए गए प्रस्ताव को बैलेट में रखा जाएगा

    विधानसभा के नियमों के तहत स्वीकार किए गए प्रस्ताव को बैलेट में रखा जाएगा ताकि यह तय हो सके कि इसे वोटिंग के लिए ऑफिशियल कैलेंडर ऑफ बिजनेस में शामिल किया जाएगा या नहीं। बैटल के नतीजे से यह तय होगा कि सदन प्रस्ताव को अपनाएगा या खारिज करेगा।

    आपको बता दें कि वर्ष 2024 के विधानसभा चुनावों के बाद 90 सदस्यों वाली जम्मू कश्मीर विधानसभा में नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के 42 सदस्य, भारतीय जनता पार्टी (BJP) के 29 सदस्य, कांग्रेस के छह, PDP के तीन, CPI (M), आम आदमी पार्टी (AAP), पीपुल्स कॉन्फ्रेंस (PC), और आवामी इत्तेहाद पार्टी (AIP) के एक-एक सदस्य के अलावा निर्दलीय सदस्य शामिल हैं।

    90 विधानसभा क्षेत्रों में से दो सीटें हैं खाली

    कांग्रेस ने उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली नेशनल कॉन्फ्रेंस सरकार में औपचारिक रूप से शामिल हुए बिना उसे बाहर से समर्थन दिया है। 90 विधानसभा क्षेत्रों में से दो सीटें जिनमें कश्मीर से बडगाम और जम्मू संभाग से नगरोटा सीट अभी खाली हैं। 

    बडगाम सीट तब खाली हुई जब मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इससे इस्तीफा दे दिया, और इसके बजाय अपनी गंदीबल सीट को बनाए रखने का फैसला किया। 

    उन्होंने 2024 के चुनावों में दोनों क्षेत्रों से चुनाव लड़ा था और जीता था। 2024 के चुनावों में भाजपा के देवेंद्र सिंह राणा ने नगरोटा सीट जीती थी, जो 31 अक्टूबर, 2024 को उनके निधन के बाद खाली हो गई।

    भाजपा ने राणा की बेटी देवयानी को आने वाले उपचुनाव के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है। वहीं नेकां ने बडगाम उपचुनाव के लिए पूर्व मंत्री आगा सैयद महमूद और नगरोटा सीट के लिए शमीम बेगम को मैदान में उतारा है। चुनाव आयोग ने घोषणा की है कि बडगाम और नगरोटा दोनों विधानसभा सीटों के लिए 11 नवंबर को वोटिंग होगी।