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    Photos: कश्मीर में सीजन का पहला स्नोफॉल, सफेद चादर से ढका 'धरती का स्वर्ग'

    Updated: Sat, 04 Oct 2025 09:20 AM (IST)

    जम्मू-कश्मीर में मौसम का पहला स्नोफॉल हुआ है जिससे पहाड़ सफेद हो गए हैं। मौसम विज्ञान केंद्र ने अगले तीन दिनों में बारिश और ऊँचाई वाले इलाकों में बर्फबारी का अनुमान जताया है। गुलमर्ग में बर्फबारी के बाद सोनमर्ग और गुरेज घाटी में भी बर्फबारी की संभावना है। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने प्रशासन को प्रतिकूल परिस्थितियों से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए हैं।

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    कश्मीर में सीजना का पहला स्नोफॉल, फोटो सोर्स: जागरण पत्रकार- साहिल मीर

    डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में सीजन का पहला स्नोफॉल हुआ है। कश्मीर के पहाड़ उस दौरान सफेद होने लगे, जब एकाएक आसमान से बर्फ गिरने लगी।

    इस तरह अनुमान लगाया जा रहा है कि अक्टूबर के अंत तक कश्मीर में सर्दियों का आगाज हो जाएगा। मौसम विज्ञान केंद्र ने अगले तीन दिनों में मैदानी इलाकों में व्यापक बारिश और ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी का अनुमान जताया है।

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    इसके प्रभाव में 4 अक्टूबर की शाम से 7 अक्टूबर तक एक पश्चिमी विक्षोभ आने की संभावना है। गुलमर्ग में बर्फबारी होने के बाद सोनमर्ग, गुरेज घाटी और अन्य ऊँचे इलाकों में मौसम की पहली भारी बर्फबारी होने की संभावना है।

    5, 6 और 7 अक्टूबर के दौरान जम्मू और कश्मीर के मैदानी इलाकों में मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है। बर्फबारी होने के बाद जम्मू-कश्मीर में टूरिज्म बढ़ने की संभावना है।

    जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को प्रशासन को बारिश और बर्फबारी की संभावना के मद्देनजर प्रतिकूल परिस्थितियों से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिए हैं। एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) द्वारा जारी मौसम संबंधी सलाह के मद्देनजर विभिन्न विभागों की तैयारियों की समीक्षा के लिए यहां सिविल सचिवालय में एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।

    IMD ने भविष्यवाणी की है कि 4 अक्टूबर से एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर को प्रभावित कर सकता है, जिससे कई इलाकों में बारिश और बर्फबारी हो सकती है। प्रवक्ता ने कहा कि अब्दुल्ला ने इस बात पर ज़ोर दिया कि सभी संबंधित विभागों को आवश्यक सेवाओं की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने, फलों की फसलों को संभावित नुकसान को कम करने और मौसम संबंधी गड़बड़ी के दौरान सभी प्रमुख सड़कों और राजमार्गों को चालू रखने के लिए पूरी तरह तैयार रहना चाहिए।

    उमर अब्दुल्ला ने कृषि और बागवानी विभागों को किसानों और बागवानों को समय पर सलाह जारी करने और विशेष रूप से कटाई के चरम मौसम के दौरान, टर्मिनल बाजारों तक फलों के सुचारू परिवहन को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।

    (समाचार एजेंसी पीटीआई के साथ, फोटो सोर्स: जागरण पत्रकार- साहिल मीर)