श्रीनगर हजरतबल में राष्ट्रीय प्रतीक का अपमान करने वालों पर FIR दर्ज, पुलिस ने कहा- कानून के तहत होगी कार्रवाई
श्रीनगर के हजरतबल दरगाह में अशोक चिह्न की तोड़फोड़ के मामले में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मामला दर्ज किया है। प्रदर्शनकारियों ने दरगाह परिसर में राष्ट्रीय प्रतीक को क्षतिग्रस्त किया जिसके बाद यह विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ। वक्फ बोर्ड की अध्यक्ष द्रख्शां अंद्राबी ने घटना की निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने नेशनल कॉन्फ्रेंस के एक नेता पर प्रदर्शन भड़काने का आरोप लगाया है।

डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने श्रीनगर स्थित हजरतबल दरगाह के अंदर अशोक चिह्न की तोड़फोड़ के सिलसिले में मामला दर्ज किया है।
अधिकारियों के अनुसार एक विरोध प्रदर्शन के दौरान एक भीड़ द्वारा कथित तौर पर एक पट्टिका पर उकेरे राष्ट्रीय प्रतीक को तोड़ने के बाद पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के तहत पुलिस स्टेशन निगीन में मामला दर्ज किया है।
यह विरोध प्रदर्शन इरगाह में प्रतीक की स्थापना को लेकर शुरू हुआ। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि दरगाह परिसर के अंदर पट्टिका को क्षतिग्रस्त कर दिया। पुलिस ने कहा कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है और कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी।
वरिष्ठ नेता ने विरोध प्रदर्शनों को भड़काया
इस बीच जम्मू-कश्मीर वक्फ बोर्ड की अध्यक्ष द्रख्शां अंद्राबी ने घटना की निंदा की और इसमें शामिल लोगों के खिलाफ सख्त पुलिस कार्रवाई का आग्रह किया। उन्होंने आरोप लगाया कि नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के एक वरिष्ठ नेता ने विरोध प्रदर्शनों को भड़काया। उन्होंने पार्टी पर लोगों को धार्मिक पवित्रता और सार्वजनिक व्यवस्था को भंग करने के लिए उकसाने का आरोप भी लगाया।
आपको बता दें कि मस्जिद में एकत्र हुए कुछ लोगों ने इस बात पर एतराज जताया कि दरगाह में राष्ट्रीय प्रतीक का होना इस्लाम के खिलाफ है। उत्तेजित लोगों ने राष्ट्रीय प्रतीक का अपमान करते हुए उसे नष्ट कर दिया। इससे वहां तनाव पैदा हो गया।
राष्ट्रीय प्रतीक का अपना करने वाले राष्ट्रद्रोही
इसी बीच इंटरनेट मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद जम्मू कश्मीर मुस्लिम वक्फबोर्ड की अध्यक्ष द्रख्शां अंद्राबी ने राष्ट्रीय प्रतीक के अपमान को राष्ट्रद्रोह और आतंकी कृत्य करार देते हुए दोषियों के खिलाफ जन सुरक्षा अधिनियम और गैर कानूनी गतिविधियों की रोकथाम अधिनियम के तहत मामला दर्ज करने की मांग की।
उन्होंने कहा कि अगर कार्रवाई नहीं हुई तो वह भूख हड़ताल करेंगी। उन्होंने इस घटना के लिए बिना नाम लिए सत्ताधारी नेशनल कान्फ्रेंस काे जिम्मेदार ठहराया है। यही नहीं उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि इस भीड़ ने दरगाह की गरिमा को ठेस पहुंचाई है। यह एक बड़ा अपराध है। इन लोगों की पहचान कर उन पर जीवनभर के लिए दरगाह में प्रवेश से प्रतिबंधित किया जाएगा।
राष्ट्रीय प्रतीक को क्षति पहुंचाना एक बहुत बड़ा अपराध
इसी बीच भाजपा संगठन महामंत्री अशोक कौल ने भी इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा है कि आधारशिला पर राष्ट्रीय प्रतीक को क्षति पहुंचाना एक बहुत बड़ा अपराध है। इसे सही ठहराने वाले नेता लोगों के हितेशी नहीं हो सकते।
कश्मीर में खुशहाली का दौर आ रहा है। बाजारों में रौनक है, क्रिकेट के मैदानों में रात के समय प्रतियोगिताओं में भीड़ उमड़ रही है। बेहतर होते हालात से निराश राजनीतिक दल माहौल खराब करने के लिए ऐसे काम करवा रहे हैं। दोषियों को बख्शा नहीं जाना चाहिए।
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