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    Srinagar: LOC के पास कुपवाड़ा तक रेल लाइन बिछाने के लिए ड्रोन सर्वेक्षण को मिली मंजूरी, रेलवे टीम को दिए ये गए ये खास निर्देश

    By Jagran NewsEdited By: Deepak Saxena
    Updated: Mon, 29 Jan 2024 10:35 PM (IST)

    एलओसी के पास कुपवाड़ा तक रेललाइन बिछाने के लिए ड्रोन सर्वेक्षण को मंजूरी मिल गई। इस सर्वे के साथ ही कुपवाड़ा रेल नेटवर्क के साथ जुड़ जाएगा। रेल लाइन बिछाने की प्रक्रिया में जिला प्रशासन ने रेलवे अधिकारियों को प्रदान की गई अनुमति में स्पष्ट किया है कि सर्वेक्षण टीम व अन्य अधिकारियों को कुपवाड़ा और जिला प्रशासन में तैनात सभी संबंधित सुरक्षा एजेंसियों के साथ पूरा सहयोग करना होगा।

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    LOC के पास कुपवाड़ा तक रेल लाइन बिछाने के लिए ड्रोन सर्वेक्षण को मिली मंजूरी (प्रतीकात्मक इमेज)।

    राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। उत्तरी कश्मीर एलओसी के साथ सटे कुपवाड़ा निकट भविष्य में जल्द ही रेल नेटवर्क के साथ जुड़ जाएगा। प्रशासन ने उत्तरी रेलवे को कुपवाड़ा में रेल लाइन बिछाने की प्रक्रिया आगे बढ़ाने के लिए ड्रोन सर्वेक्षण की अनुमति दे दी है। वर्तमान में कश्मीर में रेल नेटवर्क बारामुला तक है जिससे बनिहाल-बारामूला रेल नेटवर्क का ही हिस्सा है।

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    33.7 किलोमीटर लंबी रेललाइन है प्रस्तावित

    कश्मीर में कुपवाड़ा को रेल नेटवर्क से जोड़ने की मांग लंबे समय से हो रही है। केंद्र सरकार ने बीते वर्ष कुपवाड़ा तक रेल नेटवर्क के विस्तार की अनुमति दी थी। संबंधित अधिकारियों ने बताया कि कुपवाड़ा के लिए रेललाइन बारामुला जिले के सोपोर रेलवे स्टेशन से बिछाई जाएगी। प्रस्तावित रेललाइन 33.7 किलोमीटर लंबी है। बनिहाल-बारामुला रेललाइन की लंबाई 136 किलोमीटर है और इसी मार्ग पर नौ किलोमीटर लंबी रेलवे सुरंग भी है जो बनिहाल और काजीगुंड रेलवे स्टेशन के बीच है।

    ड्रोन सर्वेक्षण फाइनल लोकेशन सर्वे के लिए जरूरी

    अधिकारियों ने बताया कि सोपोर से कुपवाड़ा तक रेलवे संरेखण (ग्राफ पर आधारित गणना) 33.7 किलोमीटर तक फैला है। सर्वेक्षण से इस परियोजना के लिए महत्वपूर्ण आंकड़े मिलने का अनुमान है, जो इस क्षेत्र में परिवहन बुनियादी ढांचे को बढ़ाने में योगदान देगा। उन्होंने बताया कि प्रस्तावित ड्रोन सर्वेक्षण जो फाइनल लोकेशन सर्वे के काम के लिए जरूरी है, के पूरा होने के बाद प्रस्तावित रेल नेटवर्क से संबंधित अगली योजना पर काम होगा।

    रेलवे को सुरक्षा एजेंसियों का करना होगा सहयोग

    अधिकारियों ने बताया कि जिला प्रशासन ने रेलवे अधिकारियों को प्रदान की गई अनुमति में स्पष्ट किया है कि सर्वेक्षण टीम व अन्य अधिकारियों को कुपवाड़ा और कुपवाड़ा जिला प्रशासन में तैनात सभी संबंधित सुरक्षा एजेंसियों के साथ पूरा सहयोग करना होगा। किसी भी घटना के लिए उत्तरी रेलवे स्वयं जिम्मेदार होगा।

    श्रीनगर स्थित रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ड्रोन सर्वेक्षण अगले एक सप्ताह में शुरू कर दिया जाएगा। हम इसे शीघ्र पूरा करेंगे जिससे कुपवाड़ा तक रेल नेटवर्क के विस्तार की परियोजना को यथाशीघ्र शुरू करने के लिए इसके फाइनल लोकेशन सर्वे, फिजीबिलिटी रिपोर्ट और डीपीआर का काम भी जल्द पूरा किया जा सके।

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    सर्वेक्षण टीम के लिए ये रहेगी गाइडलाइन

    • सर्वेक्षण टीम को सर्वे के लिए किसी क्षेत्र विशेष में जाने से पहले संबंधित पुलिस स्टेशन या फिर पुलिस चौकी में सूचित करना होगा।
    • सर्वेक्षण टीम किसी भी तरह से यातायात व अन्य गतिविधियों में व्यवधान पैदा नहीं करेगी।
    • शिक्षा संस्थानों, धर्मस्थलों व अन्य महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों व संस्थानों की गतिविधियां सर्वेक्षण से प्रभावित नहीं होनी चाहिए।
    • एलओसी व अन्य संवेदनशील इलाकों में ड्रोन का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा।
    • ड्रोन का प्रयोग सिर्फ सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक ही किया जाएगा।
    • सर्वे में सर्वोच्च न्यायालय व अन्य समर्थ प्राधिकारियों द्वारा तय नियमों के अनुपालन को सुनिश्चित बनाया जाएगा।

    पर्यटन गतिविधियां को मिलेगा बढ़ावा

    कश्मीर मामलों के जानकार आसिफ कुरैशी ने कहा कि कुपवाड़ा तक रेल नेटवर्क के विस्तार से कुपवाड़ा और उससे आगे एलओसी तक जहां पर्यटन गतिविधियां जोर पकड़ेंगी। स्थानीय लोगों के आर्थिक व सामाजिक जीवन में बदलाव आएगा। रोजगार के अवसर पैदा होंगे। सिर्फ यही नहीं, सुरक्षाबलों को एलओसी तक पहुंचने के लिए भी आसानी होगी। श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर ट्रैफिक का दबाव भी कम होगा।

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