Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इतनी पढ़ाई के बाद भी आखिर कैसे हो गया ब्रेनवॉश? इस आतंकी को अपना आका मानते थे डॉक्टर मुजम्मिल और आदिल

    Updated: Tue, 11 Nov 2025 03:24 PM (IST)

    कश्मीर में अंसार गजवात-उल-हिंद (एजीएच) की वापसी की आशंका है। जाकिर मूसा की मौत के बाद इसे खत्म मान लिया गया था, पर अब यह नए रूप में सक्रिय हो सकता है। डॉ. आदिल और डॉ. मुजम्मिल जैसे लोग कट्टरपंथी विचारधारा से प्रभावित हैं और मूसा से प्रेरित थे। मूसा ने हिजबुल से अलग होकर एजीएच बनाया और अल-कायदा से नाता जोड़ा था। पुलिस ने इसके सफाए का एलान किया, फिर भी पुनरुत्थान के प्रयास हुए।

    Hero Image

     डॉ. आदिल और डॉ. मुजम्मिल और डॉ. उमर (फाइल फोटो)

    नवीन नवाज, श्रीनगर। कश्मीर में एक समय कट्टर इस्लामी आतंकवाद के पोस्टर ब्वाय रहे जाकिर मूसा की मौत के साथ ही मान लिया गया था कि आतंकी संगठन अंसार गजवात-उल-हिंद (एजीएच) खत्म हो गया है, पर अब सफेदपोश आतंकी नेटवर्क के तौर पर नए चेहरे के साथ यह वापसी करता दिखाई दे रहा है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जम्मू-कश्मीर पुलिस की सूचना पर एनसीआर और उत्तर प्रदेश में पकड़े गए डॉ. आदिल और डॉ. मुजम्मिल दोनों ही कट्टर हिंसक जिहादी मानसिकता से ग्रस्त हैं और जैश सरगना मसूद अजहर और मई 2019 में मारे गए अंसार गजवात-उल-हिंद के कमांडर जाकिर मूसा से प्रभावित रहे हैं।

    मूसा के तार आइएसआइएस और अलकायदा से भी जुड़े रहे हैं। ऐसे में यह कयास लगाया जा रहा है कि क्या यह संगठन कश्मीर में फिर से अपनी जमीन तलाश रहे हैं।

    हुर्रियत नेताओं को भी दी चेतावनी

    जाकिर ने हिजबुल मुजाहिदीन से अलग होने के बाद जुलाई 2017 में एजीएच का गठन किया था। जाकिर त्राल का रहने वाला था। उसने आतंक को पाकिस्तान की परस्ती से अलग कर शरियत की बहाली से जोड़ा। कश्मीर में हुर्रियत नेताओं को भी इस पर चेतावनी दी थी और अल कायदा के साथ नाता जोड़ा।

    अल-कायदा ने अपने मुखपत्र अल हूर और ग्लोबल इस्लामिक मीडिया नेटवर्क पर इसकी पुष्टि भी की। मई 2019 में जाकिर मूसा मारा गया। इसके बाद जाकिर के बाद हमीद ने एजीएच की कमान संभली और 22 अक्टूबर 2019 को वह भी मारा गया।

    इसके बाद जम्मू-कश्मीर के तत्कालीन पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने एलान किया था कि एजीएच समाप्त हो गया। आठ जुलाई 2019 को अल कायदा कमांडर के तत्कालीन कमांडर अल जवाहरी ने मूसा को कश्मीर का इस्लामी शहीद बताया।

    मूसा के बाद मारे गए कुछ आतंकी

    मूसा के मारे जाने के बाद भी कुछ लोगों ने संगठन को खड़ा करने का प्रयास किया। उत्तर प्रदेश में जुलाई 2021 में भी एजीएएच के दो आतंकी पकड़े गए। गाजीपुर में 18 जनवरी 2022 को एक एजीएएच ने ग्रेनेड हमले का प्रयास किया था।

    इसके बाद नौ अप्रैल 2021 को कश्मीर में एक मुठभेड़ में एजीएच के सात आतंकियों के मारे जाने के बाद पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने फिर कश्मीर से अंसार गजवात-उल-हिंद के सफाए का एलान किया था।