'पहले बदनाम, फिर विदेशी चंदा और गिरफ्तार...', LAB ने कहा- सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी से हालात सुधरेंगे नहीं बिगड़ेंगे
लेह अपेक्स बॉडी (LAB) ने सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी की आलोचना करते हुए कहा कि इससे लद्दाख में स्थिति और खराब होगी। LAB के कानूनी सलाहकार हाजी गुलाम मुस्तफा ने कहा कि सरकार लोगों को डरा रही है जिससे अविश्वास पैदा हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि वांगचुक की गिरफ्तारी केंद्र सरकार की घबराहट दिखाती है पर इससे उनका आंदोलन नहीं रुकेगा।

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। लेह अपेक्स बाडी एलएबी ने शुक्रवार को पर्यावरणविद्ध सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक की निंदा करते हुए कहा कि इससे केंद्र शासित लद्दाख प्रदेश में हालात सामान्य होने के बजाय बिगड़ेंगे।
केंद्र सरकार के साथ बातचीत भी पटरी से उतर सकती है। एलएबी के कानूनी सलाहकार हाजी गुलाम मुस्तफा ने कहा कि सरकार यहां हालात सामान्य बनाने के बजाय, लोगों में विश्वास की भावना पैदा करने के बजाय, उन्हें डरा रही है, दबा रही है। लेकिन इससे हमारा आंदोलन नहीं रुकेगा।
हाजी गुलाम मुस्तफा ने कहा कि सोनम वांगचुक पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हैं। वह एक जनसेवी हैं और अहिंसा में दृढ़ विश्वास रखते हैं। उनकी गिरफ्ताीर बताती है कि केंद्र सरकार घबराई हुई है।
एक व्यक्ति की गिरफ्तारी से राज्य का दर्जा और संविधान की छठी अनुसूची में लद्दाख को शामिल करने सहित उनके चार-बिंदु एजेंडे के लिए आंदोलन नहीं रुकेगा, लेकिन इससे लद्दाख के प्रतिनिधियों और केंद्र सरकार के बीच चल रही बातचीत में बाधा उत्पन्न हो सकती है।
उन्होंने कहा कि सोनम वांगचुक को गिरफ्तार कर कहां ले जाया गया है,यह हमें नहीं मालूम। प्रशासन का उनको गिरफ्तार करने का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण हऔर गलत फैसला है। बुधवार की हिंसा में उनका कोई हाथ नही था और न है। उस दिन जो हुआ, वह अचानक हुआ,क्योंकि लद्दाख का नौजवान बहुत गुस्से में है,आक्रोषित है।
बिना किसी आधार के आरोपों पर वांगचुक की गिरफ्तारी से लद्दाख के लोगों को भावनात्मक रूप से चोट पहुंच सकती है, और “इस गिरफ्तारी को सही फैसला नहीं कहा जा सकता। वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जाने जात हैं।
शिक्षा,समाज और पर्यावरण के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए पूरी दुनिया उनका सम्मान करती है,उनकी गिरफ्तारी से आप इस देश के लोगों को, दुनिया को क्या संदेश देना चाहिते हैं कि आप किसी को भी गिरफ्तार कर जेल में डाल देंगे।
उन्होंने कहा कि सोनम वांगचुक गिरफतारी के जरिए केंद्र सरकार लद्दाख आंदोलन को नुकसान पहुंचाने के साथ साथ, एलएबी व केडीए के साथ जारी बातचीत की प्रक्रिया को भी पटरी से उतारना चाहती है। कें द्र चाहता है कि बातचीत में रुकावट के लिए उस पर कोई आरोप न लगे।
एलएबी के एक घटक अंजुमन-ए-मोइनुल इस्लाम के उपाध्यक्ष मोहम्मद रमजान, ने कहा कि सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी एक सुनियोजित षडयंत्र का हिस्सा है। पहले उन्हें बदानाम किया गया, फिर उन पर विदेश से चंदा लेने का आरोप लगाया गया और आज उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
वह हमारे हीरो हैं, एक ऐसा नेता जो गांधीवादी जीवनशैली का पालन करता है और भारत के संविधान में दृढ़ विश्वास रखता है। वह भूख हड़ताल से शांतिपूर्वक आंदोलन का नेतृत्व कर रहे थे और लेह से दिल्ली तक पैदल मार्च भी किया था। हम सब उनका अनुसरण करते हैं।
उन्होंने केंद्र सरकार पर लद्दाख में नेतृत्व को दबाने के लिए दूसरी जगहों पर अपनाई गई नीतियों के साथ प्रयोग करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “ऐसे कदम क्षेत्र में हालात को सामान्य करने के बजाय और बिगाड़ेंगे।
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