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    Kashmir News: कुपवाड़ा में डायरिया ने मचाया कहर, दूषित पानी पीने से 200 से ज़्यादा लोग बीमार

    उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा में दूषित पानी पीने से 200 से ज़्यादा लोग जलजनित बीमारी से प्रभावित हुए हैं। नागरी के गमंदर मोहल्ले में दस्त उल्टी जैसे लक्षण दिखाई दिए। स्वास्थ्य अधिकारियों ने चिकित्सा दल भेजा और प्रभावितों का इलाज शुरू किया। कुपवाड़ा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने स्थिति को नियंत्रण में बताया और लोगों को संदिग्ध जल स्रोत का उपयोग बंद करने की सलाह दी।

    By Rahul Sharma Edited By: Rahul Sharma Updated: Fri, 11 Jul 2025 12:48 PM (IST)
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    जल शक्ति विभाग ने पानी के नमूने परीक्षण के लिए भेजे हैं।

    डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। उत्तरी कश्मीर के जिला कुपवाड़ा के नागरी इलाके में दूषित पानी पीने की वजह से 200 से ज़्यादा लोग जलजनित बीमारी के संदिग्ध प्रकोप से प्रभावित हुए हैं।

    यह घटना दो दिन पहले तब सामने आई जब नागरी के गमंदर मोहल्ले के निवासियों को दस्त, उल्टी और पेट में तकलीफ जैसे लक्षण दिखाई देने लगे। कुछ ही दिनों के भीतर 193 लोगों के बीमार पड़ने की सूचना मिली। जिसके बाद जिला स्वास्थ्य अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए गांव में एक टीम भेजी।

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    रिपोर्टों के अनुसार सभी प्रभावित व्यक्तियों ने एक ही स्रोत से पानी पिया था, जिसके दूषित होने की आशंका जताई जा रही है।

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    कुपवाड़ा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मसरत इकबाल वानी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि प्रभावित गाँव में तुरंत एक चिकित्सा दल भेजा गया। डॉ. वानी ने कहा कि बीमारी की सूचना मिलने के तुरंत बाद ही उन्होंने डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की एक टीम गांव में भेजी, जिन्होंने वहां पहुंचते ही इलाज शुरू कर दिया।प्रभावित 200 लोगों में से केवल छह को उप-ज़िला अस्पताल कुपवाड़ा रेफर करना पड़ा। बाकी लोगों को एनटीपीएचसी नगरी में आवश्यक दवाइयाँ दी गई हैं और वे ठीक हो रहे हैं।

    उन्होंने आश्वासन दिया कि स्थिति नियंत्रण में है और घबराने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि हमारी चिकित्सा टीम पूरी तरह से सक्षम है और स्थिति पर कड़ी नज़र रख रही है। एहतियात के तौर पर निवासियों को अगली सूचना तक संदिग्ध जल स्रोत का उपयोग बंद करने की सलाह दी गई है।

    आईडीएसपी ने क्षेत्र से पानी के नमूने एकत्र किए हैं और उन्हें परीक्षण के लिए जिला जन स्वास्थ्य प्रयोगशाला भेज दिया है। डॉ. वानी ने कहा कि हमने विस्तृत मूल्यांकन के लिए जल स्रोत से नमूने एकत्र कर लिए हैं। प्रयोगशाला की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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