'बुनियादी ढांचे का विकास जल्द ही JK को बना देगा प्रमुख केंद्र', मनोज सिन्हा ने उद्योगपतियों को निवेश के लिए किया आह्वान
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में बुनियादी ढांचे का विकास तेजी से आर्थिक विकास को बढ़ावा दे रहा है। उन्होंने निवेशकों को निवेश के लिए आमंत्रित किया और युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने पर जोर दिया। कठुआ में एक औद्योगिक इकाई की आधारशिला रखते हुए उन्होंने कहा कि सरकार औद्योगिक विकास के लिए प्रतिबद्ध है और धुनसेरी समूह के योगदान की सराहना की।

राज्य ब्यूरो, जम्मू। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि बड़े पैमाने पर बुनियादी ढांचे का विकास जम्मू-कश्मीर के तेजी से आर्थिक विकास को प्रोत्साहित कर रहा है, जो जल्द ही उत्तर भारत का प्रमुख बाजार, एक उत्पादन केंद्र और सेवाओं का एक प्रतिस्पर्धी प्रदाता बन जाएगा।
उन्होंने ने उद्योगपतियों और निवेशकों को जम्मू-कश्मीर में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया और उन्हें आश्वस्त किया कि सरकार उनकी सहायता के लिए हमेशा तैयार है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे प्रतिकूल तत्वों के नापाक इरादों से सावधान रहें, जो जम्मू-कश्मीर की समृद्धि अर्थव्यवस्था, उद्योगों और पर्यटन क्षेत्रों को बाधित करने के लिए बेताब प्रयास कर रहे हैं और समाज को धार्मिक आधार पर विभाजित करने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर का युवा और कुशल कार्यबल हमारी ताकत है और वे हमारी अर्थव्यवस्था के भविष्य की वृद्धि को आगे बढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि हम बढ़ती आकांक्षाओं के युग का अनुभव कर रहे हैं। हमारे युवा एक जीवंत और मेहनती समाज बनाने के लिए समर्पित हैं और उन्होंने अपने भाग्य को अपने हाथों में लिया है और जम्मू-कश्मीर के लिए एक उज्ज्वल भविष्य का निर्माण कर रहे हैं।
उपराज्यपाल ने आज कठुआ के दोहलियां जट्टा गांव में धुनसेरी पॉलीफिल्म लिमिटेड औद्योगिक इकाई की आधारशिला रखने के बाद संबोधित करते हुए उक्त विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा यह परियोजना स्थानीय युवाओं के लिए हजारों रोजगार के अवसर पैदा करेगी, स्थानीय आर्थिक उन्नति को बढ़ावा देगी और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े व्यावसायिक अवसर पैदा करेगी।
पिछले कुछ वर्षों में जम्मू-कश्मीर ने एक पूरी तरह से नई कार्य संस्कृति का अनुभव किया है जो समाज के सभी वर्गों को लाभान्वित करने वाले औद्योगिक विकास पर केंद्रित है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के अविकसित क्षेत्रों में औद्योगिक बुनियादी ढांचे को विकेंद्रीकृत करने और अवसर पैदा करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि जब तक उद्योग स्थापित नहीं होंगे, तब तक विकास एक सपना बना रहेगा।
प्रगतिशील औद्योगिक नीति के कारण, जम्मू, कठुआ, सांबा जैसे क्षेत्र औद्योगिक क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को प्राप्त कर रहे हैं। नीतिगत पहल से लेकर जमीन पर कार्यान्वयन तक, जम्मू-कश्मीर के औद्योगिक विकास के लिए अविश्वसनीय उपलब्धियां हासिल की गई हैं।
हमने उन उद्योगों पर विशेष जोर दिया है जो स्थानीय अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाएंगे। पारदर्शी शासन ने औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जम्मू-कश्मीर सरकार औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए आवश्यक कदम उठा रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य जम्मू-कश्मीर को एक प्रमुख औद्योगिक केंद्र बनाना है और इसके लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे का विकास किया जा रहा है। उन्होंने भारत के विनिर्माण क्षेत्र में धुनसेरी समूह के महत्वपूर्ण योगदान की भी सराहना की।
दोहलिया जट्टा गांव में लगभग 300 कनाल क्षेत्र में फैली इस परियोजना का लक्ष्य 2026 में शुरु करना है और इसे दो चरणों में बनाया जाएगा, जिसकी संयुक्त स्थापित क्षमता 1,28,400 टीपीए होगी और यह 1000 रोजगार के अवसर पैदा करेगी।
इस अवसर पर हीरानगर से विधायक विजय शर्मा, उद्योग और वाणिज्य विभाग के आयुक्त सचिव विक्रमजीत सिंह, जम्मू के डिवीजनल कमिश्नर रमेश कुमार, जम्मू-कश्मीर बैंक के एमडी और सीईओ अमिताभ चटर्जी, धुनसेरी समूह के प्रतिनिधि, व्यापार और व्यवसाय जगत के सदस्य उपस्थित थे।
उपराज्यपाल ने धुनसेरी समूह के चेयरमैन चंद्र कुमार धनुका, धुनसेरी समूह के सभी सदस्यों, जम्मू-कश्मीर उद्योग विभाग के अधिकारियों और जिला प्रशासन को बधाई दी और कठुआ में आगामी अत्याधुनिक बीओपीपी उत्पादन इकाई के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं।
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